भुगतान को तरसे नगर निगम ठेकेदारों पर पड़ रही नोटिस की मार

गाजियाबाद। नगर निगम के ठेकेदार आजकल बड़ी मुसीबत में फंसे हैं। उन्हें पूर्व में कराए गए कार्यों का भुगतान हो नहीं रहा है और नए कार्यों के लिए निरंतर दबाव डाला जा रहा है। आर्थिक तंगी और सरकारी दबाव ने ठेकेदारों की मुश्किलें बढ़ा दी हैं। पिछले कई माह से भुगतान नहीं होने के कारण ठेकेदारों की माली हालत खराब है। इसके बावजूद नए कार्यों के लिए दबाव डाला जा रहा है। नगर निगम की तरफ से उन्हें पिछले कुछ सप्ताह में नोटिस तक जारी कर दिए गए हैं। नोटिस में काम न करने पर कड़ी कार्रवाई की चेतावनी दी गई है। नगर निगम का यह कदम जख्म पर नमक छिड़कने जैसा है। ऐसे में तमाम ठेकेदार पसोपेश में हैं। नगर निगम के ठेकेदारों की पीड़ा कम होने का नाम नहीं ले रही है। आर्थिक तंगी का शिकार ठेकेदारों पर नए कार्य करने का दबाव डाला जा रहा है। इसके चलते वह खासे परेशान नजर आ रहे हैं। ठेकेदारों की परेशानी यह है कि उन्हें अपना गुजारा करने के साथ साथ आपूर्तिकर्ता और लेबर को भुगतान करना होता है। खासकर निर्माण और जलकल विभाग के ठेकेदारों की मुसीबत ज्यादा है। ठेकेदारों को उम्मीद थी कि दीपावली और होली जैसे पर्व के दौरान उन्हें बकाया राशि मिल जाएगी, मगर दीपावली के बाद होली भी गुजर गई, लेकिन समस्या जस की तस है। उन्हें बकाया राशि का भुगतान नहीं किया गया है। इस संबंध में वह नगरायुक्त से भी कई बार मुलाकात कर अपनी पीड़ा को जाहिर कर चुके हैं। ठेकेदारों का कहना है कि मौजूदा स्थिति में नए कार्यों को शुरू करना उनके लिए कतई संभव नहीं है। दीपावली पर्व के पहले से उन्हें भुगतान नहीं किया गया है। नतीजन आर्थिक संकट दिन-प्रतिदिन गहरा रहा है।