कोरोना के चलते दुसरी बार ईद उल फितर फीका

-ईद की नमाज में पांच से अधिक लोग नही होंगे शामिल

गाजियाबाद। जिले में ही नहीं बल्कि पूरे देश भर में कोरोना वायरस की वजह से इन दिनों ऐसे हालात है कि लोग जरूरी कामों के लिए भी घर से बाहर निकलने में कतरा रहे हैं। लोग इस कोशिश में लगे हैं कि उन्हें किसी भी हालत में किसी अन्य व्यक्ति से संपर्क में ना आना पड़े। ऐसे में यह दूसरी बार हो रहा है, जब ईद उल फितर 2021 भी इतने फीके अंदाज में मनेगा। महामारी के साए में इस बार भी ना तो बाजारों में पहले जैसी भीड़ देखने को मिल रही है और ना ही पिछले साल की तरह इस साल भी लोग एक दूसरे से गले मिलकर ईद की बधाई नहीं दे पाएंगे। शारीरिक दूरी के चलते लोग ईदगाह जाने से भी कतरा रहे हैं और कई जगह पहले ही मस्जिद बंद रखी गई है। इस वर्ष कोरोना वायरस की लहर ने सब को हिलाकर रख दिया है। इस वजह से लोग काफी परेशान है। ईद-उल-फितर त्योहार को जिले में शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न कराने के लिए जिला प्रशासन-पुलिस ने कमर कसना शुरू कर दिया है। ईद का त्योहार 14 मई का मनाया जाना है। ऐसे में सुरक्षा एवं शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए प्रभारी जिलाधिकारी कृष्णा करूणेश एवं एसएसपी अमित पाठक के निर्देश पर स्थानीय गणमान्य लोगों के साथ बैठक की जा रही है। ईद की नमाज पर पांच से अधिक लोग शामिल नहीं होंगे। अपर नगर मजिस्ट्रेट खालिंद अंजुम एवं एसपी सिटी सेकेंड ज्ञानेंद्र कुमार सिंह ने सीओ आलोक दुबे व साहिबाबाद थाना प्रभारी विष्णु कौशिक के साथ साहिबाबाद क्षेत्र के शहीदनगर समेत अन्य इलाकों के मुस्लिम समुदाय के लोगों के साथ बैठक की। अपर नगर मजिस्ट्रेट खालिद अंजुम ने बताया कि सभी लोगों को ईद की नमाज शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न कराने के निर्देश दिए गए हैं। वहीं, ईद की नमाज में पांच से अधिक लोग एक शामिल नहीं होंगे। नमाज के दौरान भीड़ न लगाई जाए। अलविदा जुम्मे की नमाज के बाद मुस्लिम समुदाय के लोग अब ईद की तैयारी में जुटे हुए है। कोरोना संक्रमण की वजह से मस्जिदों में अधिक संख्या में लोग एकत्र न हो। इसलिए मस्जिदों में ईद की नमाज के दौरान पांच से अधिक लोग शामिल नहीं हो सकेंगे। इससे अधिक होने पर पुलिस कार्रवाई करेगी। गणमान्य लोगों के साथ की गई बैठक में अधिकारियों ने स्पष्ट निर्देश दिए कि ईद पर शांति व्यवस्था बनाए रखे। एक साथ बड़ी संख्या में लोग एकत्र न होने की अपील की गई। कोरोना प्रोटोकॉल के नियमों का पालन करते हुए ईद का त्योहार मनाएं।