चुनावी मौसम में शराब तस्करों पर कहर बनकर टूटा आबकारी विभाग

बेहद सफल रही रणनीति, कई लाख की शराब जब्त, 29 तस्कर भेजे गए जेल

गाजियाबाद। विधान सभा चुनाव के दौरान जनपद में आबकारी विभाग की रणनीति बेहद कामयाब रही है। शराब तस्करों पर नकेल कसने और उनके मंसूबों पर पानी फेरने में काफी सफलता मिली है। दिन-रात सतर्कता बरते जाने से दिल्ली, हरियाणा और हिमाचल प्रदेश आदि राज्यों से यूपी में अवैध शराब लाने का तस्करों का प्लान असफल रहा है। जिला आबकारी अधिकारी ने विस चुनाव से पहले जो रणनीति तैयार की थी, उसके ठोस नतीजे निकलने से शासन भी बेहद खुश है। चुनावी मौसम में आबकारी विभाग ने ताबड़-तोड़ कार्रवाई कर 29 शराब तस्करों को जेल भेजने में सफलता पाई है। इसके अलावा कई लाख रुपए मूल्य की अवैध शराब भी जब्त की गई। इससे शराब माफिया के सिंडिकेट का बड़ा झटका लगा है। आबकारी विभाग का कहना है कि यह कार्रवाई आगे भी जारी रहेगी। शराब माफिया को स्पष्ट संदेश दे दिया गया है। यदि वह मनमानी करेंगे तो उन्हें इसका खामियाजा भी भुगतना पड़ेगा। जनपद गाजियाबाद में 10 फरवरी को मतदान प्रक्रिया थी। जनपद में विधान सभा की सभी पांच सीट पर पहले चरण में चुनाव संपन्न कराया गया था। इसके पहले 8 जनवरी को आदर्श आचार संहिता लागू हो गई थी। आचार संहिता लागू होने के साथ आबकारी विभाग ने भी कमर कस ली थी। चुनावी मौसम में शराब तस्करी बढऩे की आशंका को ध्यान में रखकर ठोस रणनीति बनाई गई। यह रणनीति कारगर साबित हुई। आचार संहिता लागू से 25 फरवरी तक जनपद गाजियाबाद में आबकारी विभाग ने रिकॉर्ड कार्रवाई की है।

जिला आबकारी अधिकारी राकेश कुमार सिंह के नेतृत्व में आबकारी निरीक्षक सीलम मिश्रा, अखिलेश वर्मा, रमाशंकर सिंह, आशीष पाण्डेय, अरूण कुमार, त्रिवेणी सिंह मौर्य, त्रिभुवन सिंह हंयाकी, प्रशिक्षु ईसा गोयल की टीम ने संयुक्त रूप से विधान सभा चुनाव में कार्रवाई कर शराब माफिया की रणनीति को नाकाम करने में महत्वपूर्ण निभाई है। इस टीम के काम की चर्चा अब आसपास के जनपदों में भी हो रही है। आबकारी विभाग की टीम ने जिस निष्ठा एवं ईमानदारी के साथ अपने दायित्वों को निभाया है, ऐसा आमतौर पर देखने को नही मिलता है।

इस अवधि में विभिन्न स्थानों पर कुल 3972 छापेमार कार्रवाई कर 162 अभियोग पंजीकृत किए गए। इन मामलों में 30 अभियुक्त को गिरफ्तार कर 29 को जेल भेजा गया। इसके अलावा 16 हजार 400 बल्क लीटर लहर, 6 हजार 900 बल्क लीटर शीरा, 1 हजार 307 बल्क लीटर कच्ची शराब बरामद की गई। दिल्ली, हरियाणा, पंजाब, हिमाचल प्रदेश आदि राज्यों की कुल 8915 बल्क लीटर शराब जब्त कर नष्ट कराई गई। इस अवधि में कुल 10222 बल्क लीटर की बरामदगीन कर विभाग ने रिकॉर्ड बनाया है। इसी क्रम में शराब तस्करी में इस्तेमाल 7 वाहन भी जब्त किए गए। आबकारी विभाग की टीम ने छापेमारी की कार्रवाई में करीब 36 लाख रूपए की अवैध शराब को जब्त किया।

अधिकारी कथन
जिला आबकारी अधिकारी राकेश कुमार सिंह का कहना है कि चुनाव के दौरान शराब तस्करों पर नकेल कसने में विभाग को काफी सफलता मिली है। ठोस रणनीति, टीम वर्क और सूचना का आदान-प्रदान समय से होने से तस्करों पर कार्रवाई करने में आसानी हुई। अवैध शराब के निर्माण, परिवहन एवं बिक्री को ध्यान में रखकर सभी बिंदुओं को ध्यान में रखा गया था। संवेदनशील स्थलों पर निरंतर पैनी निगरानी रखने के साथ-साथ समुचित कार्रवाई करने में देरी नहीं की गई। उन्होंने कहा कि आगे भी इस प्रकार की कार्रवाई जारी रहेगी। शराब तस्करों को यह समझ लेना चाहिए कि उनके लिए गाजियाबाद अब मुफीद स्थान नहीं है।