यूरिया की कमी से किसान न हो परेशान, 900 मीट्रिक टन उपलब्ध

-यूरिया और डीएपी बेचने वाले दुकानदारों को सख्त निर्देश, दुकानों पर चस्पा होगा बिक्री और स्टॉक का ब्योरा

गाजियाबाद। जिले में किसानों को यूरिया खाद की कमी नहीं होने दी जाएगी। जिले में इफको कंपनी को 900 मीट्रिक टन यूरिया पहुंच गया है। यह जल्द ही सहकारी समिति से किसानों को मिलना शुरू हो जाएगा। इसके अलावा यारा कंपनी का 9 ट्रक यूरिया भी मिल गया है।
जिला कृषि अधिकारी डॉ. राकेश कुमार सिंह का दावा है कि जनपद में किसानों को यूरिया खाद की कमी नहीं होने दी जाएगी। किसान गेहूं व अन्य फसलों में खाद खरीदकर डाल सकते हैं। इफको कंपनी को 900 मीट्रिक टन यूरिया एवं यारा कंपनी के 9 ट्रक खाद मिल चुके हैं। किसान किसी भी सहकारी समिति एवु दुकानों से यूरिया खाद खरीद सकते हैं। वहीं, जनपद में यूरिया और डीएपी बेचने वाले दुकानदारों को भी सख्त निर्देश दिए गए हैं कि वह बिक्री और स्टॉक का पूरा ब्योरा दुकान के बाहर रोजाना चस्पा करना होगा।

कृषि विभाग की ओर से कड़े निर्देश जारी किए गए हैं। जो भी दुकानदार ऐसा नहीं करेगा। उसके खिलाफ लाइसेंस निरस्त करने की कार्रवाई की जाएगी। जिला कृषि अधिकारी ने बताया कि कृषि विभाग की पूरी टीम यूरिया और डीएपी दुकानों और विक्रय केंद्रों का औचक निरीक्षण कर स्टॉक के साथ-साथ उर्वरक की खरीदारी करने वाले किसानों की जांच करेगी। निजी विक्रय केंद्र संचालक और सहकारी समिति प्रभारियों को आधार कार्ड और पीओएस मशीन से ही उर्वरक खाद देने के निर्देश दिए गए हैं। अगर कोई भी दुकानदार फर्जी तरीके से उर्वरक की कालाबाजारी करते हुए पाया गया तो उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

इसकी निगरानी करने और पालन कराने के लिए ब्लॉक भोजपुर, रजापुर,लोनी और मुरादनगर ब्लॉक के लिए अधिकारी नामित किए गए हैं। प्रत्येक केंद्र संचालक पर नजर रहेगी। केंद्र संचालक बोरी पर अंकित मूल्य से अधिक कीमत पर खाद की बिक्री नहीं कर सकेंगे।इसके साथ ही कितनी मात्रा में उर्वरक की बिक्री हुई और कितना स्टॉक बचा हुआ है। इसकी जानकारी दुकान के बाहर बोर्ड पर चस्पा करनी होगी। जिला प्रशासन और कृषि विभाग की ओर से जारी निर्देशों का पालन नहीं करने पर संबंधित के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। प्रत्येक किसान को खेती और पैदावार के हिसाब से ही यूरिया खाद देने के आदेश दिए गए हैं।