सब इंस्पेक्टर समेत चार पुलिसकर्मी निलंबित, आरक्षी को मिला 20 हजार का ईनाम

कार्य में लाए सुधार, नही तो होगी निलंबिन की कार्रवाई: एसएसपी

गाजियाबाद। जनपद में एक और बदमाश कानून व्यवस्था की धंज्जियां उड़ा रहे है तो वहीं बची हुई कसर को पुलिस पूरा करती नजर आ रही है। सड़को पर सुरक्षा में तैनात पुलिसकर्मियों पर एक बार फिर से कार्यवाहक एसएसपी मुनिराज जी की गाज गिर गई। एक सब इंस्पेक्टर समेत चार पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया। दरअसल सड़को पर सुरक्षा व्यवस्था का निरीक्षण करने पहुंचे एसएसपी मुनिराज ने खुद पीआरओ के साथ पीआरवी 2154 को उगाही करते हुए पकड़ लिया।

जिसके आधार पर रात में ही पीआरवी पर तैनात तीनों पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया। दो दिन पूर्व ज्वैलरी शॉप लूटने के प्रयास में सर्राफा व्यापारी को गोली मारने की घटना पर पर एसएसपी ने एक सब इंस्पेक्टर को भी निलंबित कर दिया। एसएसपी का कहना है कि पुलिस की नौकरी लोगों की सुरक्षा के लिए है, ना कि उन्हें परेशान करने के लिए है। सड़कों पर वाहनों की ईमानदारी के साथ चेकिंग करें ना कि उनसे अवैध उगाही का कार्य करें।बता दें कि सिहानी गेट थाना क्षेत्र में राकेश मार्ग पर भगवत स्वरूप बनवारी लाल ज्वैलर्स शॉप पर 7 अप्रैल की दोपहर स्कूटी सवार दो बदमाशों ने ज्वैलरी शॉप लूटने का प्रयास किया। सर्राफ व्यापारी ने बदमाशों का हाथ पकड़ लिया तो उन्होंने व्यापारी विकास वर्मा को गोली मारकर बिना लूट किए फरार हो गए। घायल व्यापारी यशोदा हॉस्पिटल नेहरूनगर में भर्ती कराया गया।

एसएसपी मुनिराज जी ने शुक्रवार रात इस मामले में दयानंदनगर चौकी प्रभारी अभिमन सिंह को निलंबित कर दिया। उन्होंने कहा सभी थाना चौकी प्रभारियों को संघन चेकिंग के निर्देश दिए थे। अगर पुलिस सड़कों पर चेकिंग कर रही होती तो बदमाश फरार नही हो पाते और पुलिस की गिरफ्त में होते। लेकिन इसके बावजूद दयानंद नगर चौकी क्षेत्र में ज्वैलरी शॉप लूट की कोशिश हुई। जिससे स्पष्ट है कि चौकी प्रभारी ने अपने क्षेत्र में चेकिंग करने में लापरवाही बरत रहे थे। जिससे बदमाशों का हौसला बढ़ा और विकास वर्मा को गोली मारकर आसानी से फरार हो गए।

वहीं एसएसपी ने पुलिस रिस्पांड व्हीकल (पीआरवी-2154) पर तैनात मुख्य आरक्षी सुखवीर सिंह, ज्ञानेंद्र सिंह, ड्राइव राजकुमार को निलंबित कर दिया। 7 अप्रैल को एसएसपी ने कविनगर थाना क्षेत्र में आरडीसी गेट के पास चेकिंग की। इस दौरान यह गाड़ी अपने स्थान पर न होकर आरडीसी गेट के सामने खड़ी मिली और पिकअप वाहनों को रोककर चेकिंग की बजाय उनसे अवैध वसूली करने का मामला सामने आया। जिस पर निलंबन की कार्रवाई की गई। वहीं शुक्रवार रात एसएसपी ने थाना मधुबन बापूधाम का भी निरीक्षण किया। उन्होंने महिला हेल्प डेस्क पर आने वाली शिकायतों के निस्तारण और उनका फालोअप करने के निर्देश दिए। रजिस्टर, अभिलेख, माल खाना, बैरक व शौचालय का जायजा लिया और एसएचओ सुनील कुमार को वारंटियों की जल्द गिरफ्तारी के आदेश दिए।

थाना में डिजिटल मालखाना बनाने के लिए इंचार्ज को किया सम्मन्नित
मसूरी थाना में डिजिटल मालखाना बनाने के लिए एसएसपी के निर्देश मालखाना इंचार्ज मुख्य आरक्षी सुखबीर सिंह को सीओ सदर ने 20 हजार रूपए की राशि प्रदान की। मसूरी थाना एक छोटे से कमरे की जहां पर पुरानी फाइल्स का अंबार लगा हुआ होता है। अब पुलिस को अगर काम पड़ता होगा तो जाहिर है कि पूरा दिन फाइल को ढूंढऩे में ही निकल जाता था। लेकिन मसूरी थाना ने मेरठ जोन का पहला डिजिटल मालखाना बनाया गया है। इससे मालखानों में बेतरतीब ढंग से दस्तावेजों और माल के रखरखाव का झंझट खत्म हो हो गया है।

जिसके लिए मालखाने को डिजिटल रूप दिया गया है। अब थाने में फाईलों को ढढ़ने में आसानी होगी। एसएसपी मुनिराज जी ने जब थाने के मालखाने का निरीक्षण किया तो मालखाना इंचार्ज मुख्य आरक्षी सुखबीर सिंह की कार्यशैली को देखकर वह खुुश हुए और आरक्षी को 20 हजार रूपए ईनाम देने की घोषणा की। एसएसपी ने बताया कि मालखाने में रखे 1996 से लेकर अब तक के माल को बार कोड देने का काम किया गया है। इसके बाद सभी बारकोड को कंप्यूटर में दर्ज किया गया है।

कंप्यूटर में प्रत्येक सामान, वाहन, आरोपियों से बरामद माल का विवरण दर्ज किया गया है। अगर कोई माल जांच या अन्य स्थिति में बहार भेजा जायेगा तो इसकी जानकारी भी ऑनलाइन दर्ज की जाएगी। डाटा को कई जगह सेव किया गया है ताकि तकनीकी खराबी होने पर दूसरी जगह से डाटा को उपलोड किया जा सकें।