सफाई सुरक्षा चैलेंज में गाजियाबाद नंबर-1, नगर निगम की मेहनत रंग लाई

गाजियाबाद। स्वच्छ सर्वेक्षण के तहत कराए गए सफाई सुरक्षा चैलेंज में गाजियाबाद नगर निगम को मेहनत का फल मिला है। सफाई सुरक्षा चैलेंज में गाजियाबाद ने प्रथम स्थान प्राप्त कर अपनी मेहनत और योग्यता को साबित कर दिया है। शहर की सफाई व्यवस्था को बेहतर बनाने के लिए हरसंभव प्रयास किए जा रहे हैं। इसके चलते स्वच्छ सर्वेक्षण में गाजियाबाद में उत्तर प्रदेश में दूसरा और देश में 18वां स्थान मिला है। इसी क्रम में सफाई सुरक्षा चैलेंज में गाजियाबाद ने यूपी में टॉप करने के साथ-साथ देश में छठा स्थान प्राप्त किया है। वर्ल्ड टॉयलेट डे यानी 19 नवंबर 2020 को सफाई सुरक्षा चैलेंज लॉन्च किया गया था। इसका मकसद शहर में सीवर या सेफ्टी टैंकों की सफाई के कार्यों में संसाधनों का अत्यधिक इस्तेमाल करना तथा मैनुअल सफाई को रोकना था, जिससे सफाई मित्रों के स्वास्थ्य में बढ़ोतरी होगी तथा उस दौरान होने वाली मृत्यु दर भी कम होगी।सफाई मित्रों ने बढ़ाया शहर का मान
मेयर आशा शर्मा तथा नगरायुक्त महेंद्र सिंह तंवर के नेतृत्व में सफाई मित्रों की सुविधाओं में वृद्धि की गई। नगर निगम ने नोडल अधिकारी योगेंद्र यादव को महत्वपूर्ण जिम्मेदारी सौंपी थी। सफाई मित्र सुरक्षा चैलेंज के लिए कई कार्यक्रम आयोजित किए गए। नतीजन गाजियाबाद को आज भारत में छठा तथा उत्तर प्रदेश में पहला नंबर मिला है। नगरायुक्त महेंद्र सिंह तंवर के मुताबिक सफाई मित्रों को सफाई करने के लिए उपकरण उपलब्ध कराए गए। सफाई मित्रों को नियमित रूप से ट्रेनिंग दी गई कि वह किस प्रकार उपकरणों का इस्तेमाल करें। सफाई मित्रों को ड्रेस भी उपलब्ध कराई गई। नगरायुक्त तंवर ने बताया कि सफाई मित्रों को कम ब्याज दर लोन भी उपलब्ध कराया गया है ताकि वह उपकरण खरीद कर अपना रोजगार बढ़ाने के साथ-साथ शहर को अच्छी सफाई व्यवस्था दे सकें। सफाई मित्रों की सुरक्षा को ध्यान में रखकर 2020 में सफाई सुरक्षा चैलेंज लॉन्च किया गया था। नगरायुक्त बोले, रंग लाई मेहनत
नगरायुक्त तंवर का कहना है कि सफाई सुरक्षा चैलेंज में गाजियाबाद को मिली रैंक इस बात का सबूत है कि गाजियाबाद नगर निगम की मेहनत रंग लाई है। इसका पूरा श्रेय नगर निगम के सफाई मित्रों को जाता है। मेयरआशा शर्मा ने बताया कि सफाई मित्रों की सुविधाओं को प्राथमिकता पर लिया गया। उन्हें किसी भी प्रकार की असुविधा ना हो, कार्य में किसी प्रकार की गंदगी को हाथ से ना साफ करना पड़े, इसका विशेष ध्यान रखा गया। उन्होंने बताया कि उत्तर प्रदेश में सबसे पहले गाजियाबाद में लोन मेला आयोजित किया गया। जिसका फायदा सबसे ज्यादा गाजियाबाद के सफाई मित्रों को मिला है। सफाई मित्रों द्वारा कार्य करने के दौरान पार्षदों तथा नगर निगम अधिकारियों द्वारा बेहतर तरीके से मॉनिटरिंग का कार्य भी किया गया। सफाई मित्रों को समय-समय पर ट्रेनिंग दी गई।

पार्षदों व अधिकारियों का भी सहयोग
पार्षदों तथा अधिकारियों द्वारा जागरूक भी किया गया। सफाई मित्रों को किसी भी प्रकार मैनुअल कार्य करने की आवश्यकता नहीं है। मशीनों की संख्या बढ़ाई गई है। उनकी सुरक्षा का और उनके परिवार की सुरक्षा का विशेष ध्यान रखा गया, जिसमें वन सिटी वन ऑपरेटर का कार्य में वाबैग कंपनी का भी सहयोग रहा है। नगर निगम द्वारा सफाई मित्रों का आगे भी इसी प्रकार से ख्याल रखा जाएगा ताकि उन्हें कार्य करने में असुविधा ना हो और मैनुअल कोई भी कार्य उनके द्वारा ना कराया जा सके।