गाजियाबाद : चुनाव में पुलिस बंटवा रही थी शराब सभी पुलिसकर्मियों के खिलाफ FIR

गाजियाबाद। नगर निकाय चुनाव में अभी तक आपने प्रत्याशियों को वोट के लिए शराब बांटते हुए सुना होगा। मगर गाजियाबाद में पहली बार देखने को मिला है कि जब पुलिस खुद ही प्रत्याशी के पक्ष में वोट के लिए शराब बंटवा रही है। हालांकि पुलिस ने शराब बांटने के आरोपी में तीन पुलिसकर्मियों को सस्पेंड कर दिया है। नगर निकाय में चुनाव को सकुशल निस्पक्ष एवं स्वतंत्र रुप से संपन्न कराने के लिए जहां आबकारी विभाग की टीम लगातार कार्रवाई को अंजाम दे रही है। चुनाव को लेकर पहली बार सरकार निष्पक्ष एवं स्तवंत्र रुप से संपन्न कराने के लिए मतदान से दो दिन पूर्व ही उत्तर प्रदेश की सभी शराब की दुकानों को बंद करा दिया।

मामला मोदीनगर के गोविंदपुरी वार्ड 20 का है, जहां निर्दलीय सभासद प्रत्याशी संजीव चिकारा यूपी पुलिस रेस्पांस व्हीकल (पीआरवी) 2189 पर तीन पुलिसकर्मियों के साथ बुधवार रात खुलेआम मतदाताओं को शराब बांट रहे थे। जिसका भीड़ में से किसी ने वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया। तभी इसी वार्ड के भाजपा प्रत्याशी संदीप उर्फ मोनू को सूचना मिली तो वह समर्थकों के साथ मौके पर पहुंचे और यहां दोनों पक्षों में जमकर मारपीट हुई। पुलिसकर्मियों को भी पीटा गया।

एसीपी मोदीनगर रितेश त्रिपाठी ने बताया कि पुलिस को सूचना मिली थी कि मोदीनगर के सारा रोड क्षेत्र में एक नगर निकाय के प्रत्याशी की ओर से शराब बांटने का काम किया जा रहा है। यह काम पीआरवी 2189 पर तैनात पुकिसकर्मियों के साथ हो रहा है। जिसका तत्काल संज्ञान लेते हुए जांच की गई तो पता चला कि तीन पुलिसकर्मी, प्रत्याशी के साथ थे और शराब बांट रहे थे। जिसके बाद चारों ही आरोपियों पर मुकदमा दर्ज कर संजीव चिकारा के साथ आरोपित सिपाही गौरव, अजयवीर व अरविंद के खिलाफ आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन, आबकारी अधिनियम समेत कई गंभीर धाराओं में केस दर्ज किया है। इन चारों समेत मोनू व उसके 11 साथी भी गिरफ्तार किए हैं। पीआरवी पर तैनात तीन पुलिसकर्मियों के सस्पेंड कर दिया गया है।