प्रशासन की पहल, रूकेगें सोसायटियों के झगड़े

चिट एंड फंड रजिस्टार से डीएम नाराज

गाजियाबाद। हाउसिंग सोसाइटियों में आपसी विवाद पर अंकुश लगाने के लिए डीएम ने रजिस्ट्रार चिड फंड सोसाइटी मेरठ को निर्देश दिए हैं। रजिस्ट्रार चिट एंड फंड मेरठ के कार्यालय में सोसाइटियों का रजिस्टे्रशन, उनके समय-समय पर निर्वाचन और उनकी कार्यप्रणाली के लिए रजिस्ट्रार चिट एंड फंड उत्तरदायीं होते हंै, मगर जिलाधिकारी ने चिट एंड फंड सोसाइटी द्वारा सोसाइटियों की कार्यप्रणाली पर गहरा असंतोष व्यक्त किया है और अपने उत्तरदायित्वों के निर्वहन करने और कार्यों में पारदर्शिता लाने के निर्देश रजिस्ट्रार को दिए है। जिलाधिकारी ने रजिस्ट्रार चिट एंड फंड सोसाइटीज मेरठ से निम्नलिखित सूचना तैयार कर वेबसाइट पर डालने, प्रदर्शित करने के निर्देश दिए हैं। वैलफेयर सोसाईटी का नाम, सोसाईटी का पंजीकरण कब हुआ, उसके पंजीकरण की तिथि, सोसाईटी का कब निर्वाचन हुआ, उसकी तिथि, कौन निर्वाचित हुए, का विवरण, अगले निर्वाचन की तिथि क्या है, निर्वाचन की तिथि के एक माह पूर्व निर्वाचन की समस्त प्रक्रिया के अंतर्गत कार्यवाही का विवरण, निर्वाचन अधिकारी की नियुक्ति, सोसाईटी की यदि कोई शिकायत हो, तो उसका उल्लेख, शिकायत पर क्या कार्यवाही हुई, का विवरण, सोसाईटी का ऑडिट विवरण आदि। जिलाधिकारी ने समीक्षा में पाया कि अधिकतर सोसाईटियों में निर्वाचन की तिथि की घोषणा होने के उपरांत भी पूर्व निर्वाचित पदाधिकारी/सदस्य ने अपना पद नही छोड़ा है और वह अनुचित लाभ लेने के लिए कोर्ट से स्टे आर्डर पास कराकर ले आता है। इसके लिए प्रत्येक सोसाईटी के निर्वाचन हेतु एक-एक मजिस्टे्रट (निर्वाचन अधिकारी) की तैनाती की गयी है। इसी प्रकार जिलाधिकारी ने जिला स्तर पर भी समस्त सोसाईटियों की शिकायत, निर्वाचन संबंधित शिकायतों इत्यादि के लिए अपर जिलाधिकारी (प्रशासन) को नोडल अधिकारी नामित किया है। जिलाधिकारी ने चिट एंड फंड कार्यालय की शाखा जनपद गाजियाबाद में खोले जाने एवं जनपद स्तर पर इसके लिए एक अपर जिलाधिकारी स्तर के अधिकारी की तैनाती हेतु प्रस्ताव तैयार कराकर शासन को भेजा जा रहा है। जिलाधिकारी ने जनपद में स्थित प्रत्येक सोसाईटी को अपना आय-व्यय का ब्यौरा निर्धारित वेबसाइट पर पब्लिक डोमेन हेतु प्रदर्शित करने के निर्देश दिये हैं। साथ जनपद में कितनी सोसाईटीज रजिस्टर्ड हैं, कितनी सोसाईटियों में निर्वाचन प्रक्रिया संचालित है, कितनी सोसाईटियों में निर्वाचन कराया जाना है, कितनी सोसाईटियों के विरूद्ध शिकायतें हैं और उनमें रजिस्ट्रार के स्तर पर क्या कार्यवाही की गई है, इत्यादि बिंदुओं पर रजिस्ट्रार चिट एंड फंड सोसाईटीज मेरठ से सप्ताहभर में सूचना मांगी है।