जीआईएस सर्वे योजनाओं के सफलता की कुंजी: महेंद्र सिंह तंवर

-दिल्ली में आयोजित कार्यक्रम में गाजियाबाद के नगर आयुक्त महेंद्र सिंह तंवर जीआईएस सर्वे और प्लास्टिक प्रतिबंध को लेकर दी महत्वपूर्ण जानकारी

नई दिल्ली/गाजियाबाद। सिंगल यूज प्लास्टिक का इस्तेमाल रोकने के लिए नई दिल्ली स्थित एसोसिएशन ऑफ जिओस्पेशिटयल इंडस्ट्रीज संस्थान द्वारा सर्कुलर इकोनोमी के माध्यम से प्लास्टिक न्यूट्रेलिटी की थीम पर कार्यक्रम का आयोजन किया गया। पैनल में गाजियाबाद के नगर आयुक्त महेंन्द्र सिंह तंवर, पर्यावरण वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्रालय की पूर्व सलाहकार संचिता जिंदल, ईएचएस डाबर इंडिया के कॉरपोरेट हेड तुषार रंजन पटनायक और जम्मू नगर निगम के मेयर चंदर मोहन गुप्ता प्रमुख रूप से शामिल हुए। डॉ केएस जयचन्द्रन ने कहा कि दिल्ली सरकार प्लास्टिक अपशिष्ट में कमी लाने के लिए कदम बढ़ा रही है। 19 सिंगल यूज़ प्लास्टिक पहले से बैन किया जा चुका है और आने वाले समय में ऐसे और प्रतिबंध लगाए जाएंगे।

इस बदलाव से प्रतिदिन 550 टन सिंगल यूज प्लास्टिक व्यर्थ की कमी लाई जा सकेगी। आयोजित कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में शिरकत करने पहुंचे नगर आयुक्त महेंद्र सिंह ने कहा कि सटीक जानकारी के लिए ज्योग्राफिकल इंफोर्मेशन सिस्टम (जीआईएस) की बहुत अहम भूमिका है। एजीआई इंडिया अर्बन मीट में स्मार्ट सिटी के डायरेक्टर राहुल कपूर आदि मौजूद रहे। नगर आयुक्त ने आंकड़ों की सटीक जानकारी के लिए जीआईएस की महत्वता के बारे में विस्तार से बताया।

उन्होंने कहा कि गाजियाबाद नगर निगम द्वारा सटीक जानकारी के लिए जीआईएस सर्वे करा रही है। इससे संपत्ति विभाग से संबंधित हो या अन्य सभी ऐसे विभाग के कार्य जिनमें आंकड़ों की सटीक जानकारी होनी चाहिए। इसके लिए जीआईएस सबसे महत्वपूर्ण कड़ी है। उन्होंने नगर निगम द्वारा शहर में कराए जा रहे कार्यों की भी विस्तृत रूप से जानकारी दी। जीआईएस के माध्यम से सटीक आंकड़ों को प्राप्त करके योजनाबद्ध तरीके से शहर में कार्य कराए जाने से इसमें सफलता मिली है। इससे जनहित के लिए एक बेहतर कार्य है। इससे जनप्रतिनिधियों को भी लाभ प्राप्त होता है।

सेमिनार में देशभर से जीआईएस इंडस्ट्री के अधिकारी एवं अर्बन अफेयर्स के अधिकारी उपस्थित रहे। उन्होंने नगर निगम द्वारा किए जा रहे कार्यों की सराहना की। जीआईएस के माध्यम से गाजियाबाद नगर निगम अपने कार्यों की बेहतर योजनाएं बनाकर कार्य कर रहा है। सेमिनार में एजीआई अर्बन अफेयर्स रिपोर्ट रोल ऑफ जियोस्पेशिटयल टेक्नोलॉजीसिस अर्बन अफेयर्स इन इंडिया पुस्तक का भी विमोचन किया गया।

तुषार रंजन ने कहा पिछले दो साल व्यर्थ प्रबन्धन की दृष्टि से क्रान्किरी रहे हैं। सिंगल यूज़ प्लास्टिक पर पिछले महीने से रोक लगा दी गई है, यह स्थायी विकास के लिए 3 आर की दिशा में अच्छा कदम है। हम प्लास्टिक के उपयोग को कम कर सकते हैं, लेकिन इसे शून्य नहीं कर सकते। इसलिए हमें सबसे पहले एफएमसीजी सेक्टर को प्लास्टिक वेस्ट न्यूट्रल बनाना होगा। यह कार्बन फुटप्रिन्ट कम करने की दिशा मे जिम्मेदार ब्राण्ड के रूप में हमारी प्रतिबद्धता को दर्शाता है। पर्यावरण के प्रति हमारी प्रतिबद्धता सरकारी नियमों (25 -70 फीसदी रीसायक्लेबिलिटी) से कहीं अधिक है।