बोर्ड के गठन: ब्राह्मण समाज को मिलेगी मजबूती, ब्राह्मणों में खुशी की लहर

-अखिल भारतवर्षीय ब्राह्मण महासभा के राष्ट्रीय महामंत्री तरुण मिश्र के मिशन की पहली जीत

जयपुर। अखिल भारतवर्षीय ब्राह्मण महासभा के राष्ट्रीय महामंत्री तरुण मिश्र द्वारा पिछले काफी समय से की जा रही ब्राह्मण कल्याण बोर्ड के गठन की मांग का पहला पडाव पूरा हो गया। हालांकि राजस्थान में गत वर्ष ब्राह्मण कल्याण बोर्ड के गठन हो गया था। मगर इस पर कार्य शुरु नही हुआ था। गौरतलब हो कि हाल ही में अखिल भारतवर्षीय ब्राह्मण महासभा के राष्ट्रीय महामंत्री ने राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से मुलाकात की थी। जहां उन्होंने सीएम ने ब्राह्मण कल्याण बोर्ड के गठन पर कार्य शुरु करने का अनुरोध किया था। विगत सोमवार यानी 1 अगस्त को राजस्थान राज्य विप्र कल्याण बोर्ड के अध्यक्ष महेश शर्मा ने एक आदेश जारी किया। इस आदेश में विप्र समाज अर्थात ब्राह्मण समाज के समक्ष आने वाली समस्याओं को जानने के लिए सुझाव आमंत्रित किए गए हैं। साथ ही समाज के सामाजिक, शैक्षणिक, सांस्कृतिक और आर्थिक उत्थान के लिए क्या कदम उठाए जाने चाहिए। इस संबंध में भी सुझाव मांगे गए हैं। आगामी 10 सितंबर तक ये सुझाव विप्र कल्याण बोर्ड को भेजे जा सकते हैं। राज्य में ब्राह्मण कल्याण बोर्ड का गठन करने पर राष्ट्रीय महामंत्री तरुण मिश्र ने बधाई दी।

राष्ट्रीय महामंत्री तरुण मिश्र ने कहा कि बोर्ड के गठन से पूरे राजस्थान में ब्राह्मण समाज को मजबूती मिलेगी और हर वर्ग की तरह विप्र समाज भी उत्थान की ओर अग्रसर होगा। ब्राह्मण कल्याण बोर्ड के गठन को लेकर अखिल भारतवर्षीय ब्राह्मण महासभा के राष्ट्रीय महामंत्री तरुण मिश्र पिछले कई वर्षों से विभिन्न राज्यों का दौरा कर रहे है। दौरें के दौरान उन्होंने सीएम, पीएम समेत कई मंत्रियों से मुलाकात भी की। राष्ट्रीय महामंत्री के प्रयासों की वजह से राजस्थान में ब्राह्मण कल्याण बोर्ड का गठन हुआ है। जिसका लाभ राजस्थान के ब्राह्मणों को मिलेगा।

तरुण मिश्र ने बताया कि बोर्ड का उद्देश्य विप्र समाज के विभिन्न वर्गों की समस्याओं की पहचान व सर्वेक्षण करना और उनके समग्र विकास के लिए कार्य करना है। इसी उद्देश्य के तहत मंदिरों के ब्राह्मण पुजारियों का रजिस्ट्रेशन कर उनको आर्थिक रूप से मजबूत करने के लिए सरकारी अनुदान मिलने में मदद मिलेगी। ब्राह्मण कोई जाति नहीं, बल्कि एक विचारधारा है। जो विश्व बंधुत्व की भावना रखती है। सभी को शिक्षित होकर संगठित होने की आवश्यकता है। देश एवं समाज के लिए ब्राह्मण समाज में हमेशा एकता की मिसाल कायम की है, उसी को कायम रखने की जरूरत है। ब्राह्मण समाज क्षमतावान है और हमेशा अपनी क्षमता का लोहा मनवाया है। तरुण मिश्र ने बताया कि राजस्थान की तरह अब अन्य राज्यों में भी ब्राह्मण कल्याण बोर्ड का गठन कराने पर कार्य किया जा रहा है। राजस्थान सरकार ब्राह्मणों की समस्याओं और जीवन स्तर में सुधार के लिए कार्य योजना तैयार कर रही है। पहले की सरकारों ने ऐसा नहीं सोचा। लेकिन सीएम गहलोत के नेतृत्व में पहली बार ब्राह्मणों की सुध ली है। जिससे ब्राह्माणों के उत्थान और विकास का काम हो सके।

विप्र समाज के हित में होंगे बोर्ड के कार्य
देवस्थान विभाग में रजिस्टर्ड मंदिरों के अलावा उन मंदिरों का भी रजिस्ट्रेशन होगा। जिनका अब तक कहीं भी रजिस्ट्रेशन नहीं हुआ है। रजिस्ट्रेशन व अनुदान में सिर्फ विप्र पुजारियों को ही शामिल किया जाएगा। मंदिरों, धार्मिक संस्थाओं व ट्रस्ट में सेवा, पूजा करने वाले बतौर कार्मिक कार्य करने वाले पुजारियों, सेवकों तथा कर्मचारियों को रोजगार के बेहतर अवसर और सुविधाएं उपलब्ध करवाने के लिए अध्ययन कर राज्य सरकार को सुझाव देना है। इन वर्गों के लोगों की आर्थिक अभिवृद्धि के लिए विप्र समाज के लिए विभिन्न योजनाएं प्रस्तावित करना तथा रोजगार को बढ़ावा देने के लिए उपाय बताना। इन वर्गों के विकास से संबंधित योजनाओं का प्रारूप तैयार कर राज्य सरकार को अपनी अभिशंषा के साथ भेजना। ब्राह्मण समाज की सामाजिक बुराइयों व कुरीतियों के विरुद्ध ठोस उपाय करने के लिए राज्य सरकार को अभिशंषा के साथ सुझाव देना। विप्र समाज के लिए संचालित विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं की विभिन्न विभागों से समन्वय कर सुझाव देना। ब्राह्मण समाज की कला एवं संस्कृति को बढ़ावा देने के उपाय बताना।