आइए इस होली नशा मुक्त समाज का करें निर्माण: आशु वर्मा

-समाज को एकजुट होकर नशा के खिलाफ लडऩी होगी जंग: अनादि सुकुल

-भागीरथ सेवा संस्थान द्वारा नशा मुक्त भारत अभियान में बच्चों ने निकाली साईकिल रैली

गाजियाबाद। हमारे देश की जनसंख्या का एक बड़ा भाग आज भी नशे का आदि है। नशा एक ऐसी समस्या है जिससे नशा करने वालों के साथ साथ उसका खामियाजा उसका पूरा परिवार भुगतता है। यदि कोई परिवार नशे से बर्बाद होगा तो उसका प्रभाव समाज पर भी पड़ेगा। जब समाज ही नहीं रहेगा, तो देश भी बिखरता चला जाएगा। होली का पर्व आपसी प्यार का है ना कि नशा करके लडाई झगडे से पर्व की खुशी खराब करने का। यह बातें शनिवार को नशा मुक्त भारत अभियान साईकिल रैली को हरी झंड़ी दिखाते हुए पूर्व मेयर आशु वर्मा ने कहीं। उन्होने कहा देश के भविष्य को उज्जवल बनाने के लिए लोगों को नशे के जाल से निकालना होगा। इसके लिए हमें लोगों को जागरूक करना होगा। यदि हम मिलकर प्रयास करें, तो निश्चित ही हम अपने समाज और देश को नशा मुक्त कर सकते हैं।
पूर्व मेयर ने आमजन से अपील करते हुए कहा कि इस होली को नशा रहित होली के तौर पर मनाए और अन्य लोगों को भी नशा रहित होली मनाने के लिए प्रेरित करें। साइकिल रैली का आयोजन भागीरथ सेवा संस्थान द्वारा किया गया। रैली भागीरथ पब्लिक स्कूल से शुरू होकर मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय, निट्रा टेक्निकल इंस्टीट्यूट, मानव संसाधन विकास केंद्र और सीबीआई अकैडमी होते हुए केंद्रीय विद्यालय कमला नेहरू नगर में जाकर खत्म हुई। रैली समापन के बाद बच्चों को केक और सॉफ्ट ड्रिंक भी वितरित किए गए। रैली के दौरान बच्चों ने लोगों को ड्रग फ्री होली मनाने के लिए प्रेरित किया। भागीरथ सेवा संस्थान के निदेशक अनादि सुकुल ने कहा होली सौहार्द और खुशियों का त्योहार है। होलिका बुराई को जलाकर भस्म कर देने और होली अच्छाई की विजय का जश्न मनाने का प्रतीक है। जबकि नशा समाज के लिए सबसे बुरी चीज है। नशा ऐसी बुराई है जो सैकड़ों बुराइयों को जन्म देती है। इसलिए इस होली ही नहीं बल्कि आजीवन नशे का सेवन ना करने का प्रण लें। उन्होने कहा नशा मानसिक व सामाजिक समस्या है और इसके इलाज के लिए व्यक्ति, परिवार, दोस्त, समाज और कानून को एक साथ मिलकर एक दिशा में काम करना पड़ेगा। तभी हम इस नशा नामक बुराई को समाज से अलग कर सकते हैं। अपने देश को नशा मुक्त कर सकते हैं।