खादर में धधकने लगीं शराब की भट्टियां

  • 75 लीटर अवैध कच्ची शराब बरामद व 3000 किलोग्राम लहन नष्ट

गाजियाबाद। नगर निकाय चुनाव की घोषणा अभी तक नहीं हुई है, घोषणा कब हो यह भी नही पता। लेकिन इन सबके बीच में चुनाव में अपनी दाल गलाने के लिए अभी से ही शराब माफिया ने अपना जाल बिछाना अभी से शुरु कर दिया है। कच्ची शराब के नाम से बदनाम हिंडन खादर क्षेत्र में कच्ची शराब का धंधा फिर से जोर पकड़ने लगा है। खादर क्षेत्र स्थित गांवों व जंगलों में शराब की भट्टियां एक बार फिर धधकने लगी है। जबकि आबकारी विभाग शराब माफिया की कमर तोड़ने के लिए लगातार कार्रवाई कर रहा है। मगर विभाग की कार्रवाई के कुछ दिन बाद फिर से माफिया एक्टिव हो जाते है और शराब की भट्टियां तैयार कर लेते है। लेकिन आबकारी विभाग की सख्ती के बीच शराब माफिया के मंसूबे कभी सार्थक नही हो रहे है।

इधर शराब की भट्टी जलने लगती है तो उधर आबकारी विभाग की टीम पहुंचकर भट्टी को ध्वस्त कर दे रही है। आबकारी विभाग की इस कार्रवाई से हर बार शराब माफिया को 40 से 50 हजार रुपए का झटका लग रहा है। इसी क्रम में आबकारी विभाग की टीम ने एक बार फिर हिंडन खादर क्षेत्र में नदी किनारे व जंगलों के बीच में जमीन के अंदर खोदकर छिपा कर रखी गई कच्ची शराब से भरे ड्रम को बाहर निकाला है। खादर क्षेत्र समेत अन्य स्थानों पर बन रही शराब सरकारी राजस्व को चूना लगने के साथ ही सेहत के लिए बेहद हानिकारक है। जिसे गुड़ और शीरे से तैयार किया जाता है। जिससे शराब के जहरीले होने की आशंका बढ़ जाती है। वहीं बिना किसी सावधानी बनने वाली इस शराब की तीव्रता का भी कोई मानक नहीं होता।

प्रदेश शासन एवं आबकारी आयुक्त के आदेश पर जिलाधिकारी राकेश कुमार सिंह एवं पुलिस कमिश्नर अजय मिश्रा के निर्देशन में जिले में लगातार चेकिंग अभियान चलाया जा रहा है। जिला आबकारी अधिकारी राकेश कुमार सिंह ने बताया कि आबकारी निरीक्षक अनुज वर्मा एवं त्रिवेणी प्रसाद मौर्य की संयुक्त टीम द्वारा शनिवार को थाना लोनी व टीला मोड़ अंतर्गत सीती, रिस्तल, भूपखेड़ी, महमूदपुर तथा हिंडन खादर क्षेत्र आदि स्थानों पर दबिश दी गई। दबिश के दौरान लगभग 75 लीटर अवैध कच्ची शराब तथा करीब 3000 किलोग्राम लहन बरामद किया गया। अवैध कच्ची शराब को कब्जे में लेकर लहन को मौके पर नष्ट कर दिया गया। आबकारी अधिनियम की सुसंगत धाराओं के तहत दो अभियोग पंजीकृत किए गए।

त्योहारी सीजन व चुनाव में बढ़ जाती है मांग

कच्ची शराब की भट्टी हर सीजन में धुआं उगलती रहती हैं, लेकिन होली और दिवाली के अलावा चुनावों के दौर में शराब बनाने के काम में तेजी आ जाती है। जिस कारण शराब माफिया इस मौके को अवसर के रुप में लेते हुए अवैध शराब के निर्माण का काम शुरु कर देते है।

जिला आबकारी राकेश कुमार सिंह का कहना है कि अवैध शराब की बिक्री, निर्माण एवं परिवहन की रोकथाम के लिए लगातार दबिश एवं चेकिंग की जा रही है। हिंडन खादर क्षेत्र में कच्ची शराब के निर्माण पर रोक लगाने के लिए आबकारी निरीक्षकों की टीम लगातार नजर बनाए हुए है। लगातार कार्रवाई की जा रही है, जिसके सकारात्मक परिणाम भी सामने आ रहे है। त्योहारी सीजन हो या फिर चुनाव इन सबसे परे होकर आबकारी विभाग की टीम लगातार कार्रवाई करती है। सभी जगह प्रचार-प्रसार भी किया जा रहा है कि अवैध शराब की बिक्री को रोकने के लिए आबकारी विभाग की मदद करें, अगर कहीं भी अवैध शराब पाई जाती है तो उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।