नगर आयुक्त डॉ. नितिन गौड़ ने कहा भ्रष्टाचार पर रहेगा जीरो टोलरेंस, नहीं थमने देंगे विकास की रफ्तार

2016 बैच के आईएएस डॉ. नितिन गौड़ ने संभाला गाजियाबाद के नगरायुक्त का चार्ज

विजय मिश्रा
उदय भूमि ब्यूरो
गाजियाबाद। नवनियुक्त नगर आयुक्त डॉ. नितिन गौड़ ने कहा कि भ्रष्टाचार किसी भी समस्या का मूल कारण होता है। ऐसे में भ्रष्टाचार को लेकर जीरो टोलरेंस की नीति अपनाते हुए शहर के विकास और शहरवासियों के हित में काम करेंगे। उन्होंने कहा कि नगर आयुक्त के रूप में पहली प्राथमिकता यह होगी कि किस तरह से शहर के बेसिक एमेनिटीज को बेहतर बनाते हुए शहरवासियों को अधिक सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएं। शहर को स्मार्ट बनाने के लिए काम-काज के तौर-तरीके को स्मार्ट बनाने के साथ ही अधिकारियों को भी स्मार्ट तरीके से सोचना होगा। 2016 बैच के आईएएस अधिकारी डॉ. नितिन गौड़ ने मंगलवार को गाजियाबाद के नगरायुक्त का चार्ज संभाला।

निवर्तमान नगर आयुक्त महेंद्र सिंह तंवर ने मंगलवार की शाम 4 बजे डॉ. गौड़ को गाजियाबाद का चार्ज सौंपा और वह गोरखपुर के लिए रवाना हो गए। तंवर को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के गृह जनपद गोरखपुर में विकास प्राधिकरण का उपाध्यक्ष बनाया गया है। गाजियाबाद के नगर आयुक्त का चार्ज संभालने के बाद पत्रकारों से बातचीत में नवनियुक्त नगर आयुक्त डॉ. गौड़ ने नगर निगम में मौजूदा चुनौतियों को लेकर पूछे गये सवालों के जवाब में कहा कि कुछ समस्याएं हो सकती हैं। व्यवस्था बनाने में कुछ समय लगता है। लेकिन बेहतर समन्वय और रिजल्ट ओरिएंटेड प्लानिंग के जरिए सभी समस्याओं को दूर किया जाएगा। स्वच्छ और पर्याप्त पेयजल आपूर्ति, कूड़ा मुक्त शहर, गड्ढा मुक्त सड़कें यह सब बेसिक चीजें हैं।

इन व्यवस्थाओं को हर हाल में बेहतर बनाया जाएगा। सीवर को लेकर शहर में निजी कंपनियों के साथ कुछ समस्याएं आ रही हैं। विकास योजनाओं को सही तरीके से लागू करने के साथ ही स्वच्छता से जुड़े कार्य प्राथमिकता के आधार पर कराये जाएंगे। राजनीतिक दखलंदाजी और राजनीतिक भ्रष्टाचार को लेकर पूछे गये सवाल के जवाब में डॉ. नितिन गौड़ ने कहा कि व्यवस्था में सेंध लगाकर भ्रष्टाचार को बढ़ावा देने की किसी को छूट नहीं मिलेगी। चाहे वह अधिकारी वर्ग हो या फिर नगर निगम की राजनीति से जुड़े लोग, सभी को ईमानदारी से अपने कर्तव्यों का निर्वहन करना चाहिए। पार्षदों की नाराजगी, दखलंदाजी और पार्षदों की इच्छानुसार काम नहीं होने को लेकर किये गये सवाल पर नगर आयुक्त ने कहा कि नगर निगम एक पब्लिक बॉडी है।

ऐसे में पार्षदों को शहरवासियों के प्रतिनिधि के रूप में निगम के काम-काज में दखल देने का पूरा हक और अधिकार रहेगा। पार्षद, जनप्रतिनिधि, आरडब्ल्यूए, सामाजिक संगठन और सिविल सोसाइटी के विचारों को ध्यान में रखते हुए शहर को स्मार्ट बनाने पर काम किया जाएगा। गाजियाबाद देश के टॉप शहरों में शुमार हो और यहां की जनसुविधाएं बेहतर हो सकें, इसके लिए समन्वय से काम किया जाएगा। अधिकारियों और पार्षदों में आपसी द्वंद को लेकर डॉ. गौड़ बोले कि द्वंद क्यों है, इसका पता लगाएंगे। निजी हित रखने वालों पर भी नजर रहेगी। कई बार होता है कि निजी हित की आड़ में आरोप-प्रत्यारोप लगाये जाते हैं।

हेल्थ और स्पोटर्स ऐक्टिविटी को मिलेगा बढ़ावा
सिविल सर्विस ज्वाइन करने से पूर्व डॉ. नितिन गौड़ एक डॉक्टर के रूप में लोगों की सेवा कर रहे थे। वह बेहतर स्वास्थ को सबसे जरूरी मानते हैं। चिकित्सीय पेशे से होने के कारण डॉ. गौड़ ने सेहत को भी अपनी प्राथमिकता बताया। उन्होंने कहा कि गैर संचारी रोगों को लेकर जागरूकता के कार्यक्रम वह करते रहे हैं। गाजियाबाद में नगर निगम से ही वह इसे लागू कराएंगे। उन्होंने कहा कि सभी अधिकारी व कर्मचारियों को वह एक्सरसाइज और योग करने के लिए प्रेरित करेंगे। खेलो इंडिया को बढ़ावा देंगे, ओपन एयर जिम अधिक से अधिक बनवाएंगे। स्पोर्ट्स ऐक्टिविटीज को बढ़ावा दिया जाएगा। सरकार द्वारा स्वास्थ और खेल को बढ़ावा देने के लिए कई योजनाएं चलाई जा रही हैं। इन योजनाओं के अलावा भी ऐसे कार्यक्रम बनाये जाएंगे, जिससे लोग अपने स्वास्थ को लेकर अवेयर हों। पार्कों को इस तरह से विकसित किया जाएगा जिससे कि कॉलोनी में रहने वाले बच्चे पार्क में खेल सकें और बड़े लोग भी पार्क में सैर-सपाटे के साथ आराम से बैठ सकें।

नगर निगम की आमदनी बढ़ाने पर रहेगा फोकस
डॉ. नितिन ने कहा कि शहर में बेहतर तरीके से विकास कार्यों को पूरा कराने के साथ शहर में ट्रांसपोर्टेशन की व्यवस्था में सुधार लाने की जरूरत है। कई अन्य विभाग भी शहर की ट्रांसपोर्टेशन को लेकर काम कर रहे हैं। ऐसे में किस तरह से सभी विभागों में समन्वय करके सिटी ट्रांसपोर्ट सर्विस को और बेहतर किया जाये। इस पर भी ध्यान दिया जाएगा। योजनाओं के क्रियान्वयन और विकास कार्यों को पूरा कराने के लिए फंड की उपलब्धता सबसे जरूरी है। ऐसे में नगर निगम की आमदनी किस तरह से बढ़े इसे लेकर सबसे पहले काम किया जाएगा। हाउस टैक्स की शत-प्रतिशत वसूली सुनिश्चित कराने के साथ ही नगर निगम के अधिकारियों से फीड बैक लेकर काम किया जाएगा, जिससे आमदनी में इजाफा हो।

डॉ. नितिन की सादगी के रहे हैं चर्चे
नगर आयुक्त डॉ. नितिन गौड़ सादगी पसंद व्यक्तित्व के हैं। प्रदेश की आईएएस लॉबी में अपनी सादगी के कारण चर्चा में रहने वाले डॉ. नितिन आम लोगों के बीच जाकर काम करने में विश्वास रखते हैं। वर्ष-2018 में मुजफ्फरनगर के बुढ़ाना में एसडीएम के पद पर नियुक्ति के दौरान उनकी पुरानी सरकारी गाड़ी कंडम हो चुकी थी और वह चलने लायक नहीं थी। ऐसे में उन्होंने तत्कालीन जिलाधिकारी से अपने लिए नई गाड़ी की डिमांड नहीं की। वह करीब एक महीने तक अपने घर से आॅफिस तक कभी रोडवेज बस तो कभी आॅटो से आते-जाते थे। उनका अर्दली और गनर भी उनके साथ ही बस में बैठते थे। अपनी सादगी के कारण वह खूब सुर्खियों में रहे हैं।

2016 बैच के आईएएस हैं डॉ. नितिन गौड़
दिल्ली में जन्मे नितिन गौड़ कि अधिकांश पढ़ाई दिल्ली में ही हुई। वहीं से एमबीबीएस और एमडी किया। गोंडा, मुजफ्फरनगर और मथुरा में पोस्टिंग के बाद उन्हें गाजियाबाद नगर निगम का आयुक्त बनाया गया है। डॉ. गौड़ के माता-पिता गाजियाबाद में ही रहते हैं। 2016 बैच के आईएएस अधिकारी डॉ. नितिन गौड़ ने मंगलवार शाम गाजियाबाद नगर निगम के आयुक्त का कार्यभार संभाल लिया। पढ़ाई-लिखाई में शुरूआत से ही मेधावी रहे डॉ. गौड़ का कहना है कि मन में सिविल सर्विसेज में जाने की ठान रखी थी। इसीलिए पेशेवर चिकित्सक के रूप में सेवाएं देने के साथ ही लगातार प्रयास करते रहे और 2016 में सफलता मिली। प्रशिक्षण के बाद पहली पोस्टिंग अक्टूबर 2018 में मुजफ्फरनगर में ज्वाइंट मजिस्ट्रेट के पद पर हुई। जनवरी 2019 में गोंडा और जुलाई 2019 में मथुरा भेजे गए। यहीं पदोन्नति मिली और जनवरी 2020 को मथुरा के मुख्य विकास अधिकारी बने। 18 सितंबर 2022 को गाजियाबाद के नगर आयुक्त के पद पर तबादला हुआ।