सर्दी के मौसम में मुसाफिरों को मिलेगी राहत, खुले आसमान में नही गुजारनी पड़ेगी रात

-नगर आयुक्त ने उद्यान प्रभारी को दी रैन बसेरों की जिम्मेदारी

गाजियाबाद। सर्दी का मौसम शुरू हो गया है। रात के समय बस, ट्रेन इत्यादि न मिलने वाले मुसाफिरों को खुले आसमान के नीचे रात न गुजारनी पड़े, इसके लिए नगर आयुक्त डॉ नितिन गौड़ ने व्यवस्थाओं को सुधारने का सख्त निर्देश दिए है। लोगो के लिए सर्द रात में ठिठुरन से बचाने के लिए प्रयास किए जा रहे है। नगर निगम के बनाए अस्थाई रैन बसेरों में अब लोगो को घर जैसी सुविधा मिलेगी। शहर में अलग अलग स्थानों पर चार अस्थाई रैन बसेरे बनाए है। उन्होंने इस मामले में एक पत्र उद्यान प्रभारी डॉ. अनुज सिंह को सौंपा है, जिसमें उन्होंने कहा कि अगर किसी शेल्टर होम में कोई भी अव्यवस्था है तो उन्हें जल्द ही व्यवस्थित किया जाए। अगर शेल्टर होम में किसी भी प्रकार की कोई कमी मिली तो उसकी जिम्मेदारी उद्यान विभाग प्रभारी की होगी।

सर्दी के मौसम में गरीब लोगों को बचाने के लिए शहर में 13 स्थानों पर स्थाई रेन बसेरे या शेल्टर होम चल रहे है। सभी रैन बसेरों के संचालन का कार्य नगर निगम की जिम्मेदारी है। जिसे लेकर नगर निगम व्यवस्था करने में लगा है। जिससे किसी भी गरीब को खुले में रात बीताने के लिए मजबूर न होना पड़े। नगर आयुक्त ने सभी रेन बसरों में व्यवस्था करने के लिए पहले ही निर्देश जारी कर दिए हैं। उनका कहना है कि मानक के हिसाब से हर रैन बसेरे में सुविधा होनी चाहिए। उद्यान प्रभारी डॉ अनुज सिंह ने बताया कि सर्दी से बचाव के लिए यहां सभी रैन बसेरों में गद्दे और रजाई रखे गए है। जैसे जैसे मांग बढ़ रही है उसके हिसाब से रजाई गद्दों और चारपाई की संख्या बढ़ाई जा रही है। रैन बसेरों के पास अलाव की भी व्यबस्था कराई गई है।