सुधरेगी जिले की पार्किंग व्यवस्था, खुली बोली के तहत नीलामी में छोड़े गए 16 पार्किंग के ठेका

गाजियाबाद। नगर निगम द्वारा शहर में एक साल के लिए पार्किंग का ठेका छोडऩे को लेकर शुक्रवार को नगर निगम सभागार में खुली बोली के तहत नीलामी का आयोजन किया गया। नीलामी में शहर में 16 पार्किंग के ठेके छोड़े गए। नगर आयुक्त डॉ. नितिन गौड़ के निर्देशन में पार्किंग ठेका छोडऩे के लिए पार्किंग ठेकेदारों की खुली बोली लगवाई गई।
नगर निगम के अपर नगर आयुक्त अरूण कुमार यादव,मुख्य कर निर्धारण अधिकारी एवं पार्किंग प्रभारी डॉ. संजीव सिन्हा, मोहननगर जोनल प्रभारी राजवीर सिंह, कविनगर जोनल प्रभारी सुनील राय, पार्षद सरदार सिंह भाटी, पार्षद संजीव त्यागी आदि की उपस्थिति में खुली बोली नीलामी की गई। अपर नगर आयुक्त अरूण कुमार यादव ने बताया कि शहर में पार्किंग के ठेके छोडऩे के लिए टेंडर मांगे गए थे।खुली बोली के तहत नीलामी में 28 ठेकेदारों ने भाग लिया।

ऑनलाइन एवं खुली बोली प्रक्रिया के तहत 28 पार्किंग ठेकेदारों ने अलग-अलग स्थानों के लिए बोली लगाई। इसमें शहर में 16 स्थानों के लिए पार्किंग की बोली लगाई गई।इनमें वैशाली आरके टावर,जीटी रोड स्थित ऑप्यूलेंट मॉल के सामने,श्री कृष्ण वाटिका,वल्र्ड स्क्वॉयर मॉल मोहननगर,मदर डेयरी तहसील कंपाउंड, जीटी रोड स्थित शिवा टावर के बाहर,नेहरू नगर यशोदा अस्पताल के बाहर,पंडित श्यामा प्रसाद मुखर्जी पार्क के सामने, सरस्वती शिशु मंदिर क्रीड़ा स्थल नेहरूनगर,नवयुग मार्केट में पीएनबी,इलाहाबाद बैंक के सामने, पुरानी सब्जी मंडी, आरटीओ कार्यालय के बाहर,नवयुग मार्केट मुख्य कार्यालय पोस्ट ऑफिस से स्टेट बैंक तक, आरडीसी गौड़ मॉल गेट के सामने,गौड़ मॉल के बराबर एप्पल ट्री होटल तक की पार्किंग खुली बोली के तहत आवंटित की गई।

इस प्रक्रिया की वीडियोग्राफ भी कराई गई। इस नीलामी में जिन ठेकेदारों ने टेंडर डाले थे, उन्होंने भाग लिया। शहर में पार्किंग व्यवस्था सुचारू करने के लिए 16 स्थानों पर पार्किंग का ठेका छोड़े गए हैं। इसके तहत अब ठेकेदार निगम के निर्धारित वाहन शुल्क के अनुसार पार्किंग ठेका का संचालन करेंगे।पार्किंग का ठेका टू बिड सिस्टम के तहत छोड़ा गया। पार्किंग का ठेका छोडऩे के लिए 11 बजे से ही नगर निगम में बोली लगाने के लिए बड़ी संख्या में ठेकेदारों ने हिस्सा लिया। पहले चरण में जिन ठेकेदारों ने अधिकतम ऑफर पर ठेका लेने का प्रस्ताव दिया हैं। उससे पहले खुली बोली लगाई गई।