टीबी के प्रसार को रोकने के लिए जन सहभागिता जरूरी: सीडीओ

विश्व क्षय रोग दिवस पर 4102 क्षय रोगियों को विभिन्न संगठनों ने लिया गोद

गाजियाबाद। विश्व क्षय रोग दिवस के मौके पर गुरूवार को लोहिया नगर स्थित हिंदी भवन में स्वास्थ्य विभाग की ओर से 4102 क्षय रोगियों को विभिन्न संगठनों ने गोद लिया गया। स्वास्थय विभाग की तरफ से 100 बाल क्षय रोगियो को गोद लिया गया तथा उनको पोषण किट प्रदान की गई। रेडक्रास सोसाइटी की तरफ से 100 लोगो को हाईजिन किट बाटी गयी।
मुख्य अतिथि सीडीओ अस्मिता लाल ने कहा कि टीबी के प्रसार को रोकने के लिए जन सहभागिता बहुत जरूरी है। अधिक से अधिक लोग टीबी के लक्षणों के बारे में जानें और अपने आसपास रहने वाले लोगों में यदि इनमें में से कोई लक्षण दिखे तो जांच के लिए प्रेरित करें।

मुख्य विकास अधिकारी द्वारा जनपद के सभी नागरिको से अपील की गयी कि टीबी मुक्त गाजियाबाद के लिए आप सभी का सहयोग टीबी उन्मूलन मे मिल का पत्थर साबित होगा। उन्होंने कहा कि आज हम सभी इस मंच से शपथ ले कि अपने मोहल्ले, गाव, कस्बे, जनपद को टीबी मुक्त बनायेगे।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ0 भवतोष शंखधर ने कहा कि फेफड़ों की टीबी संक्रामक होती है और एक रोगी एक वर्ष में अपने संपर्क में आने वाले 15 से 20 लोगों को टीबी का संक्रमण दे देता है तथा क्षय रोग का आगे प्रसार होता रहता है। संक्रमण के शुरूआत में ही उपचार शुरू कर क्षय रोग के प्रसार को रोका जा सकता है। इसके लिए जरूरी है कि लोग टीबी के बारे में जागरुक हों और अपने आसपास रहने वाले लोगों को भी जागरुक करें। 2025 तक भारत को टीबी मुक्त बनाने का प्रधानमंत्री का संकल्प पूरा करने के लिए केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा राष्ट्रीय क्षय रोग उन्मूलन कार्यक्रम को जनांदोलन बनाने के पीछे भी यही मंशा है।

जिला क्षय रोग अधिकारी डा0 आरके यादव ने बताया कि विश्व में प्रतिवर्ष एक करोड़ व्यक्ति क्षय रोग से ग्रसित हो जाते हैं और इनमें से 14 लाख की मृत्यु हो जाती है। पूरी दुनिया के करीब एक चौथाई क्षय रोगी हमारे देश में हैं। क्षय रोग की जांच और उपचार पूरी तरह निशुल्क है। उपचार के दौरान सरकार की ओर से बेहतर पोषण के लिए हर माह पांच सौ रुपए का भुगतान डीबीटी के माध्यम से किया जाता है। फेफड़ों की टीबी संक्रामक है और रोगी के खांसते, छींकते और बोलते समय उसके मुंह से निकलने वाले ड्रॉपलेट के साथ टीबी के कीटाणु सांस के माध्यम से स्वस्थ व्यक्ति के शरीर में पहुंचकर उसे भी संक्रमित कर देते हैं।

कार्यक्रम के अंत में जिला क्षय रोग अधिकारी ने जनपद मे टीबी जाँच, उपचार एवं निक्षय पोषण योजना के तहत उपलब्ध करायी जा रही धनराशि के बारे मे जनमानस को अवगत कराया गया। इस मौके पर अपर जिलाधिकारी भूअ श्याम अवध चौहान, एसीएमओ डा सुनील त्यागी, एसीएमओ डा विश्राम सिंह, एसीएमओ डा नीरज अग्रवाल, डीएसओ डा राकेश गुप्ता, जिला मलेरिया अधिकारी ज्ञानेंद्र मिश्रा, डिप्टी सीएमओ डा जीपी मथूरिया, जिला एमएमजी अस्पताल के सीएमएस डा मनोज चतुर्वेदी, जिला महिला अस्पताल की सीएमएस डा संगीता गोयल, आरडब्लूए फेडरेशन के अध्यक्ष रि कर्नल तेजेन्द्र पाल त्यागी, सिविल डिफेंस के चीफ वार्डन ललित जयसवाल, केमिस्ट एसोसिएशन के पदाधिकारी और अभिभावक संगठनों से जुड़े पदाधिकारी मौजूद रहे।