बंद पड़े फ्लैट व मकानों की रैकी कर करते थे चोरी, वसीम गैंग के 6 चोर गिरफ्तार

दिल्ली-एनसीआर में सौ से अधिक वारदातों को दे चुके अंजाम, 50 लाख की ज्वैलरी बरामद

गाजियाबाद। दिल्ली-एनसीआर में बंद पड़े फ्लैट, मकानों की रेकी कर चोरी की वारदात को अंजाम देने वाले वसीम गिरोह के 6 शातिर चोरों को थाना शालीमार गार्डन व स्वाट टीम ने गिरफ्तार किया है। जिनके कब्जे से पुलिस ने 50 लाख के सोने चांदी की ज्वैलरी एवं घटना में प्रयुक्त कार बरामद किया। पकड़े गए आरोपी सौ से अधिक वारदातों को अंजाम दे चुके है। चोरी की घटना का खुलासा करते हुए डीसीपी (ट्रांस हिण्डन) विवेक चन्द्र यादव ने एसीपी शालीमार गार्डन ज्ञान प्रकाश राय की मौजूदगी में बताया कि शुक्रवार को मुखबिर से सूचना मिली की वसीम गैंग के सदस्य एक कार में फिर से किसी घटना को अंजाम देने के इरादे से शालीमार गार्डन से साहिबाबाद क्षेत्र की तरफ आ रहे हैं। मुखबिर की सूचना पर कार्रवाई करते हुए थाना शालीमार गार्डन पुलिस व स्वॉट टीम गठित कर लगाया गया।

आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए परडीएवी तिराहा लोहिया पार्क पर बेरिकेडिंग कर वाहनों की चेकिंग शुरु कर दी गई। तभी दक्त को पुलिस टीम ने जब रुकने का इशारा किया तो गाड़ी भगाने लगे, पुलिस टीम ने पीछा कर कार की घेराबंदी करते हुए रोशन पुत्र विनोद पासवान निवासी 324 जहांगीर पुरी दिल्ली व मोहम्मद अली पुत्र मयुद्दीन निवासी झुग्गी सिटी पार्क जहांगीर पुरी दिल्ली को गिरफ्तार किया गया। जिनकी निशानेदही पुलिस टीम ने वसीम गैंग के अन्य चार साथी अलाउद्दीन पुत्र सलाउद्दीन निवासी ब्लाक त्रिलोकपुरी दिल्ली, जावेद पुत्र मौहम्मद अकबर निवासी मछली बाजार कादरी मस्जिद के सामने बिजनोर, विकाश जयसवाल पुत्र उमेश चौधरी निवासी जहागीर पुरी दिल्ली, सुरेश पुत्र हैत (ज्वैलर) निवासी रेगरपुरा करोल बाग को भौपुरा डीएलएफ कट पर चोरी के माल सहित गिरफ्तार किया। वहीं दो साथी रफीक (69 मुकदमे), असलम की गिरफ्तारी के प्रयास किये जा रहे है।


डीसीपी ने बताया कि वसीम अकरम उर्फ लम्बू पुत्र मौहम्मद इजहार निवासी जहागीरपुरी झुग्गी दिल्ली को 20 अप्रैल को थाना साहिबाबाद पुलिस गिरफ्तार कर चुकी है। जिसने पूछताछ पर बताया कि वसीम गैंग के 3 सदस्य मो0 अली, रफीक और असलम के साथ मिलकर दिल्ली-एनसीआर में बंद फ्लैट व मकानों के ताले तोड़कर चोरी की वारदात को अंजाम देते थे। चोरी से प्राप्त जेवरात व सामान को अलाउद्दीन, जावेद, विकास के माध्यम से बेच देते थे। कभी-कभी खुद भी बेच देते थे। गिरोह का सरगना वसीम अकरम उर्फ लम्बू के खिलाफ गाजियाबाद के विभिन्न थानों में 118 मुकदमें दर्ज है।