गाजियाबाद में प्लॉट के लालच में प्रेमी संग दूसरी पत्नी ने पति को उतारा मौत के घाट, दराती से काटी गर्दन

गाजियाबाद। ट्रानिका सिटी थाना क्षेत्र के सुधीर एन्क्लेव, राम पार्क से दो माह से लापता अधेड़ की हत्या का पुलिस ने खुलासा करते हुए दुसरी पत्नी व उसके प्रेमी को गिरफ्तार कर लिया है। दुसरी पत्नी ने बहाने से उसे शामली ले जाकर दोनों ने वारदात को अंजाम दिया था। पहले दिन सिर पर ईंट मारकर उसकी हत्या कर, मुंह पर पन्नी लपेटकर शव को रस्सी से बांधकर ट्यूबवैल की नाली से खींचकर गन्ने के खेत में डाल दिया था। उसके अगले दिन गेहूं काटने वाली दराती से सिर को काटकर नदी में फेंक दिया था। पुलिस को गुमराह करने के लिए दोनों ने ट्रोनिका सिटी थाने में गुमशुदगी दर्ज कराई।

शुक्रवार को ट्रोनिका सिटी थाने में हत्या की घटना का खुलासा करते हुए डीसीपी (ग्रामीण) रवि कुमार ने बताया कि सुधीर एन्क्लेव में राजेश गर्ग दूसरी पत्नी लाल देवी उर्फ बबीता के साथ रहते थे। अक्षय मलिक पुत्र स्व: रामस्वरूप निवासी ग्राम भिक्की माजरा थाना बाबरी जिला शामली करीब दो वर्षों से इनके यहां किराए पर रह रहा था। लाल देवी ने ट्रानिका सिटी थाने में 19 फरवरी को राजेश गर्ग के लापता होने की सूचना दी। पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज कर जांच शुरु कर दी। इस बीच बुधवार 19 अप्रैल को राजेश गर्ग की पहली पत्नी की बेटी दीपिका अग्रवाल ने लाल देवी व अक्षय पर पिता की हत्या करने की आशंका जाहिर करते हुए थाने में तहरीर दी। पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज करके छानबीन शुरू की। गुरुवार को अक्षय और शुक्रवार को लाल देवी को गिरफ्तार किया गया। दोनों से जब सख्ती से पूछताछ किया गया तो दोनों ने हत्या करके शव को ठिकाने लगाने की बात कबूल की।

डीसीपी ने बताया कि अक्षय करीब दो साल से राजेश के यहां किराए पर रहता था। उसका एक साल से उसकी पत्नी से संबंध हो गया था। राजेश गर्ग का 25 गज का मकान है। वह 74 गज का एक और प्लाट अपनी बेटी दीपिका अग्रवाल के नाम पर लेना चाह रहा था। लाल देवी दोनों संपत्तियों को अपने नाम कराना चाहती थी। इसी विवाद को लेकर लाल देवी ने अक्षय के साथ मिलकर उसकी हत्या करने की साजिश रची। योजनानुसार 17 फरवरी को अक्षय का भांजा शामली के अस्पताल में भर्ती था। अक्षय राजेश व लाल देवी के साथ भांजे को देखने के बहाने शामली गया। रात में लौटते समय ग्राम बहावड़ी थाना कोतवाली नगर शामली के पास खेत के किनारे हाथ तापने के बहाने रुक गए। वहां पास में पड़ी ईंट से वार करके राजेश की हत्या कर दी। उसके मुंह में पन्नी व गले में रस्सी बांधकर गन्ने के खेत में फेंक दिया। जिसके बाद वह वहां से अपने गांव भिक्की चला गया।

हत्या के अगले दिन पर 18 फरवरी की रात करीब 10 बजे दोनों घर से गन्ना काटने की दराती लेकर घटना स्थल पर पहुंचे। दराती से राजेश के सिर को धड़ से अलग कर धड़ को तो गन्ने के खेत में फेंक दिया और सिर को पन्नी में रखकर बड़ौत में पुल से कृष्णा नदी में फेंक दिया। आरोपियों ने राजेश की पहचान न हो सकें, इसी इरादे से सिर को धड़ से अलग कर दिया था। 19 फरवरी को ट्रानिका सिटी थाने आकर उसके लापता होने की सूचना दी। जिनके कब्जे से हत्या में प्रयुक्त ईंट, दराती व बाइक बरामद कर लिया गया है। शामली पुलिस को उसी समय राजेश का शव का धड़ बरामद हो गया था। वहां की पुलिस ने शिनाख्त करने की कोशिश की थी लेकिन पहचान नहीं हुई थी। पुलिस ने उसका लावारिस में अंतिम संस्कार कर दिया था।