वसूली गैंग फिर सक्रिय: शराब विक्रेताओं से रकम की डिमांड, न देने पर बदनाम करने की कोशिश

-परेशान अनुज्ञापियों ने की आबकारी विभाग से शिकायत 

गाजियाबाद। जनपद में सक्रिय वसूली गैंग ने एक बार फिर शराब विक्रेताओं की परेशानी बढ़ा दी है। ब्लैकमेल करने में माहिर यह गैंग पुन: पुराने ढर्रे पर उतर आया है। गैंग के सदस्य आए दिन किसी न किसी दुकान पर पहुंचकर विक्रेता से नाजायज रकम की डिमांड करते हैं। डिमांड पूरी न होने पर बदनाम करने की कोशिश की जाती है। परेशान शराब विक्रेताओं ने इस संबंध में आबकारी विभाग से शिकायत की है। आबकारी विभाग इस मामले में पैनी नजर रख रहा है। एक तरफ आबकारी विभाग लाइसेंसशुदा शराब की दुकानों का नियमानुसार संचालन कराने के लिए प्रयासरत है, दूसरी ओर वसूली गैंग ने शराब विक्रेताओं की मुश्किलें बढ़ा रखी हैं। कुछ माह पहले भी वसूली गैंग की सक्रियता एकाएक बढ़ गई थी। हालांकि आबकारी विभाग की सख्त के बाद यह गैंग अचानक भूमिगत हो गया था।

वसूली गैंग के सदस्यों का काम करने का तरीका बिल्कुल अलग है। गैंग के सदस्य अक्सर शराब की किसी दुकान पर पहुंच कर निर्धारित से ज्यादा मूल्य पर शराब एवं बीयर की बिक्री होने का आरोप लगाते हैं। ओवररेटिंग का आरोप मढ़कर गैंग के सदस्य शराब विक्रेता से नाजायज डिमांड करते हैं। यह डिमांड पूर्ण न होने पर संबंधित दुकान का मोबाइल या कैमरे से वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया जाता है। वीडियो में अनगर्ल आरोप मढ़े जाते हैं। इस प्रकार के मामले विभिन्न थाना क्षेत्रों में फिर से प्रकाश में आने लगे हैं। गैंग के सदस्यों का एकमात्र मकसद योजनाबद्ध तरीके से शराब विक्रेता से मोटी रकम वसूलना होता है। आबकारी विभाग द्वारा हाल ही में शराब विक्रेताओं की महत्वपूर्ण बैठक बुलाई गई थी। इस बैठक में कुछ शराब विक्रेताओं ने वसूली गैंग के कारनामों की खुलकर शिकायत की थी। विक्रेताओं का कहना है कि वह ओवररेटिंग पर शराब की बिक्री नहीं करते। इसके बावजूद कुछ असमाजिक तत्व ओवररेटिंग के नाम पर उन्हें बदनाम करने का प्रयास कर रहे हैं। इन तत्वों के कारण कारोबार करना मुश्किल हो रहा है।

गैंग के सदस्य शराब की दुकान के बाहर खड़े होकर फर्जी ग्राहक से कैमरे पर ओवररेटिंग की बात कहलवा लेते हैं। बाद में यह वीडियो सोशल मीडिया पर चलाकर दुकानदार को बदनाम किया जाता है। विक्रेताओं ने आबकारी विभाग से इस मामले का संज्ञान लेकर असमाजिक तत्वों पर कार्रवाई करने की पुरजोर अपील की। आबकारी विभाग ने भी उन्हें उचित कदम उठाने का भरोसा दिलाया है। आरोप है कि वसूली गैंग के सदस्यों का मनोबल इस कारण भी बढ़ रहा है कि उनके विरूद्ध कोई ठोस कार्रवाई नहीं हो सकी है। इसके चलते वह खुलकर मनमानी कर रहे हैं। सोशल मीडिया पर कई ऐसे वीडियो वायरल हो रहे हैं, जो सच्चाई से बिल्कुल परे हैं। उधर, आबकारी विभाग पहले ही शराब की दुकानों की नियमित रूप से चेकिंग कर नियमानुसार कारोबार करने पर जोर दे रहा है। शराब की दुकानों पर ओवररेटिंग की शिकायत मिलने पर भी कार्रवाई की जा रही है। दुकानों पर पीओएस मशीन के जरिए कारोबार करने के भी निर्देश दिए गए हैं। कुछ अनुज्ञापियों ने शिकायत की है कि असमाजिक तत्व दुकानों पर आकर बेवजह परेशान कर रहे हैं। इस मामले को गंभीरता से लिया गया है। जिला आबकारी अधिकारी ने शराब विके्रेताओं को आश्वासन दिया है कि शिकायत पर जांच की जाएगी और जांच कराकर उचित कार्रवाई की जाएगी। साथ ही शराब विक्रेताओं को निर्देश दिए कि वह अपनी दुकानों पर शराब पर अकिंत मूल्यों के आधार पर ही रुपए ले। ओवर रेटिंग की शिकायत मिली तो आप सभी के खिलाफ भी सख्त कार्रवाई की जाएगी। विभागीय स्तर से आरोपियों के खिलाफ आवश्यक कानूनी कार्रवाई की जाएगी।