युवाओं को नशे से दूर करने के लिए समाज को करना होगा जागरूक: मनीष वर्मा

डीएम की अध्यक्षता में नार्को कोर्डिनेशन सेंटर के तहत जिला स्तरीय समिति की बैठक संपन्न
नशे के दुष्प्रभाव को लेकर जनपद में किया जाए व्यापक प्रचार प्रसार
जिला प्रशासन के साथ-साथ आबकारी विभाग ने युवाओं को किया जागरुक

ग्रेटर नोएडा। जिले में अब नशे पर पूरी तरह से रोक लगाने की पुलिस-प्रशासन ने कमर कस ली है। जिला प्रशासन के साथ-साथ आबकारी विभाग की टीम भी इस मुहिम को धार देने के लिए युवाओं को नशे से दूर करने तथा नशे के व्यापार पर अंकुश लगाने के लिए अभियान छेड़ दिया है। शनिवार को नॉलेज पार्क स्थित शारदा यूनिवर्सिटी के ऑडिटोरियम हॉल में जिलाधिकारी मनीष कुमार वर्मा की अध्यक्षता में नार्को कोर्डिनेशन सेंटर के तहत जिला स्तरीय समिति की बैठक संपन्न हुई। जिसमें जिला आबकारी अधिकारी सुबोध कुमार श्रीवास्तव, एसीपी क्राइम श्यामजीत सिंह, जिला औषधि निरीक्षक वैभव बब्बर, जिला समाज कल्याण अधिकारी शैलेंद्र बहादुर सिंह, डीआरआई नोएडा रीजनल मैनेजर संजय शर्मा, प्रभारी तंबाकू नियंत्रण प्रकोष्ठ डॉ श्वेता खुराना, डिप्टी सीएमओ चंदन सोनी, एनसीबी सुनील कुमार, डिप्टी आरओ फॉरेस्ट शशि शेखर शर्मा, जिला एक्साइज ऑफिसर एसके श्रीवास्तव, डीसीआईओ/आईबी राजीव सिंह, असिस्टेंट कमिश्नर जीएसटी संदीप कुमार, एसआईएएनटीएफ शिवम त्यागी, जिला विद्यालय निरीक्षक कार्यालय से डॉक्टर संध्या सिंह, आबकारी निरीक्षक आशीष पाण्डेय, रवि जायसवाल, शिखा ठाकुर, चन्द्रशेखर सिंह,नामवर सिंह , शारदा यूनिवर्सिटी के डीन निरुपमा गुप्ता व कॉलेज के छात्र-छात्राएं उपस्थित रहें।


डीएम मनीष कुमार वर्मा ने बैठक की अध्यक्षता करते हुए कॉलेज के छात्र-छात्राओं से नशे से दूर रहने की अपील की और जिला स्तरीय समिति के सदस्यों को निर्देश दिए की जनपद गौतमबुद्ध नगर को नशा मुक्त बनाने के लिए जनपद में व्यापक स्तर पर नशे के दुष्प्रभाव के संबंध में अभियान चलाकर व्यापक प्रचार-प्रसार करते हुए आमजन को जागरूक किया जाए। डीएम ने जिला विद्यालय निरीक्षक को भी निर्देश दिए कि उनके द्वारा जनपद के सभी शैक्षिक संस्थानों व कॉलेजों को स्मोकिंग फ्री, अल्कोहल फ्री व नारकोटिक्स पदार्थ फ्री बनाने के लिए कार्रवाई करें।
अधिक धन कमाने के लालच में युवा मादक पदार्थों की सप्लाई करने व सेवन करना शुरू कर देते हैं जिससे उनका भविष्य अंधकारमय बन जाता है। नशे पर पूरी तरह अंकुश लगाने का अथक प्रयास किया जाए। नशे व मादक पदार्थों की सप्लाई में किसी भी रूप में संलिप्त व्यक्तियों पर पैनी नजर रखें।


डीएम संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए कि शिक्षण संस्थानों के 100 गज के दायरे में तंबाकू का विक्रय न होता पाया जाए। यदि कहीं पर भी शिक्षण संस्थान से 100 गज के दायरे में तंबाकू, पान मसाला, बीड़ी, सिगरेट का विक्रय होता पाया जाए तो संबंधित विक्रेता की सूचना संबंधित उप जिला अधिकारी, थाना प्रभारी व तम्बाकू नियंत्रण प्रकोष्ठ को देते हुए कार्रवाई की जाए। इस अभियान में शैक्षणिक संस्थानों का भी भरपूर सहयोग लिया जाए ताकि शैक्षणिक संस्थानों द्वारा मैनेजमेंट टीम का गठन करते हुए तम्बाकू मुक्त शिक्षण संस्थान ज्यादा से ज्यादा घोषित किया जा सके। आयोजित बैठक में समिति के सदस्यों के द्वारा अपने-अपने विभागवार नार्को कोर्डिनेशन सेंटर के संबंध में सभी को नशे की लत से दूर रहने के लिए जागरूक किया गया। सभी विभागों ने अपना परिचय देते हुए नारकोटिक्स पदार्थों के संबंध में सूचना देने के लिए बैठक में उपस्थित कॉलेज के छात्र-छात्राओं को जागरूक किया गया। इस अवसर पर शारदा कॉलेज मैनेजमेंट की ओर से आश्वासन दिया गया कि कॉलेज को स्मोकिंग, अल्कोहल व नारकोटिक्स पदार्थ फ्री घोषित किया जाएगा।

जिला आबकारी अधिकारी सुबोध कुमार श्रीवास्तव ने युवाओं को जागरूक करते हुए कहा मादक पदार्थों व नशीली दवाइयों का सेवन करने वाले लोगों की संख्या में वृद्धि हुई है। नशा करने से परिवार में आर्थिक नुकसान होने के साथ उसके स्वास्थ्य पर भी गलत असर पड़ता है। नशे की लत इंसान को खोखला बनाती है। कुछ नशीली दवाइयां ऐसी होती हैं जिसकी लत से समय रहते व्यक्ति को दूर नहीं जाए तो वह उसकी मौत का कारण भी बन जाती है। शहर में शराब, गुटखा, बीड़ी, सिगरेट का चलन ज्यादा है। आज के युवाओं को नशे से दूर करने के लिए हमें समाज को जागरूक करने की जरूरत है।