खादर में फैले अवैध शराब के गंदे धंधे पर आबकारी विभाग का चला डंडा

-110 लीटर अवैध कच्ची शराब बरामद व 3000 किलोग्राम लहन को किया नष्ट

गाजियाबाद। नगर निकाय चुनाव की आहट मिलते ही हिंडन खादर क्षेत्र में अवैध शराब का गंदा धंधा फिर से पनपने लगा है। परंतु जिले में अवैध शराब के खिलाफ आबकारी विभाग ने भी कार्रवाई तेज कर दी है। चुनाव कोई भी हो मादक पदार्थों की मांग सबसे अधिक रहती है। हिंडन खादर क्षेत्र कच्ची शराब का गढ़ माना जाता है, जहां बड़ी सख्यां में लोग कच्ची शराब बनाकर बिक्री करते है। अब निकाय चुनाव की आहट होते ही चुनाव और शराब का गठबंधन की तैयारी भी शुरु हो गई है। शराब माफिया का नेटवर्क और काम करने का तरीका भी बहुत ही सधा हुआ है। मगर उनके नेटवर्क को ध्वस्त करने में पर आबकारी विभाग ने मुकाम हासिल किया है। जैसे ही इधर शराब की भट्टी जलती है, उधर टीम धावा बोल देती है। हिंडन खादर क्षेत्र में दो ही तरह के लोगों ने अपने पांव पसारे हैं, एक तो भूमाफिया और दूसरे शराब माफिया। शुरू में इन लोगों ने अपनी जरूरत के लिए शराब बनाई। बाद में यह धंधा बन गया। पहले हालात यह थे कि खादर क्षेत्र में दर्जनों शराब की भट्टियां चलती थी। लेकिन आज एक भी नही है। भारी मुनाफा कमाने के लिए माफिया क्षेत्र में जानलेवा शराब बनाने का कारोबार करते है।

रात के अंधेरे में केन, ट्यूब, ड्रम आदि लेकर निजी वाहनों से शराब तस्कर पहुंचते हैं और बोतलें तैयार कर इसकी खपत ग्रामीण क्षेत्रों में करने की फिराक में रहते है। अधिक नशा देने की वजह से इस शराब की डिमांड रहती है। मगर कच्ची शराब के कारोबार को जड़ से खत्म करने को आमादा आबकारी विभाग की टीम लगातार निगरानी बनाए हुए है, जिसका परिणाम यह कि शराब माफिया अपने अवैध शराब का गंदे धंधे को अंजाम नही दे पा रहे है। जिसमें उन्हें हर बार 40 से 50 हजार रुपए का नुकसान उठाना पड़ रहा है। शराब माफिया की भी मंशा इससे साफ जाहिर हो रही है, एक तरफ नगर निकाय चुनाव है। अगर एक बार भी वह अपने मंसूबों में कामयाब हो गए तो आधे नुकसान की भरपाई इससे कर लेंगे। लेकिन यह सब इतना आसान नही है। आबकारी विभाग की टीम ने खादर क्षेत्र में दबिश के दौरान 110 लीटर अवैध कच्ची शराब तथा करीब 3000 किलोग्राम लहन बरामद किया है।

जिला आबकारी अधिकारी राकेश कुमार सिंह ने बताया कि प्रदेश शासन एवं आबकारी आयुक्त के आदेश पर जिलाधिकारी एवं कमिश्नर के निर्देशन में चेकिंग अभियान चलाया जा रहा है। आबकारी निरीक्षक अनुज वर्मा, त्रिवेणी प्रसाद मौर्य की टीम ने मंगलवार सुबह मुखबिर की सूचना पर थाना लोनी व टीला मोड़ अंतर्गत मथुरापुर, भूपखेड़ी, महमूदपुर, शेरपुर का जंगल तथा हिंडन खादर क्षेत्र आदि स्थानों पर दबिश दी। दबिश के दौरान लगभग 110 लीटर अवैध कच्ची शराब तथा करीब 3000 किलोग्राम लहन व शराब में इस्तेमाल उपकरण बरामद किया गया। बरामद लहन को मौके पर नष्ट कर दिया गया। आबकारी अधिनियम की सुसंगत धाराओं के तहत दो अभियोग पंजीकृत किया गया।

उन्होंने बताया खादर क्षेत्र में कच्ची शराब की भट्टियां चलने की भी जब शिकायत मिलती है तो आबकारी निरीक्षकों द्वारा बिना देरी किये कार्रवाई की जाती है। इसके अलावा मुखबिर तंत्र को भी सतर्क किया गया। आबकारी विभाग द्वारा लगातार की जा रही कार्रवाई का परिणाम है कि शराब माफिया को सिर्फ नुकसान उठाना पड़ रहा है। जिले में अवैध शराब का कारोबार बिल्कुल भी बर्दास्त नही किया जाएगा। सभी टीमें अपने-अपने क्षेत्र में दबिश एवं चेकिंग की कार्रवाई कर रही है। इसके अलावा टीमें हाईवे, ढाबा, चेक पोस्ट एवं दिल्ली बोर्डर पर भी लगातार चेकिंग कर रही है। साथ ही दुकानों का भी औचक निरीक्षण जारी है। शासन की मंशानुसार कार्रवाई को अंजाम दिया जा रहा है।

कांटेदार और दलदल से भरे है रास्ते


शराब तस्करों ने जहां भट्टी लगाई है, वहां पहुंचने के रास्ते कांटेदार और दलदल से भरे हैं। दो से तीन किलोमीटर पैदल चलने के बाद कच्ची शराब तैयार की जाती है। चार से पांच मीटर के चकोर गड्ढे में गुड़, लाहन आदि डाल कर तीन दिन तक सड़ा कर यह जहर बनता है। जितना ज्यादा बदबू व कीड़े होगा उतना ज्यादा नशा मिलता है। कच्ची शराब पीने से शरीर रोगों की चपेट में आ जाता है। जब तक आबकारी विभाग की टीम दबिश देने पहुंचती है, तब तक तस्कर फरार हो चुके होते है।