नगर निगम में हल्ला बोल : नौकरी से निकाले जाने पर मालियों ने काम ठप कर दिया धरना

मालियों ने बताया कि पिछले दिनों नगर निगम कर्मचारी संघ द्वारा छह अगस्त को धरना-प्रदर्शन किया था। इसमें सीएलसी के 15 कर्मचारी शामिल हुए थे। हड़ताल में शामिल होने वाले मालियों को नौकरी से निकाल दिया गया। इस कारण परेशान है। उनके सामने आर्थिक संकट खड़ा हो गया है। नगर निगम कर्मचारी संघ के अध्यक्ष रविंद्र कुमार ने छह अगस्त को हड़ताल में सीएलसी के माध्यम से नौकरी करने वाले मालियों को बुलाया था। अनुरागी का कहना है कि नगर निगम कर्मचारी संघ के अध्यक्ष अब मालियों का साथ देने को तैयार नहीं है।

गाजियाबाद। नगर निगम के मोहननगर जोन के 15 मालियों को नौकरी से निकाले जाने से खफा मालियों ने कामकाज ठप कर नगर निगम मुख्यालय में धरना दिया। मंगलवार को मोहननगर जोन के कुछ माली निगम मुख्यालय में पहुंचे। धरना प्रदर्शन करते हुए मालियों ने एक पक्षीय कार्रवाई करने का आरोप लगाया। मालियों की हड़ताल से मोहननगर जोन के पार्कों व ग्रीन बैल्ट की साफ-सफाई नहीं हो सकी। मालियों ने बताया कि पिछले दिनों नगर निगम कर्मचारी संघ द्वारा छह अगस्त को धरना-प्रदर्शन किया था। इसमें सीएलसी के 15 कर्मचारी शामिल हुए थे। हड़ताल में शामिल होने वाले मालियों को नौकरी से निकाल दिया गया। इस कारण परेशान है। उनके सामने आर्थिक संकट खड़ा हो गया है। धरनारत मालियों ने चेतावनी दी कि अगर सभी मालियों को नौकरी पर बहाल नहीं किया गया तो निगम के सभी पांचों जोन में हड़ताल की जाएगी। निगम मुख्यालय में मालियों ने शाम तक धरना देकर बैठे रहे। इन मालियों की सीएलसी के माध्यम से नगर निगम में नौकरी चल रही है। इस कार्रवाई के विरोध में उद्यान कर्मचारी संघ ने हड़ताल शुरू कर दी है। संघ के अध्यक्ष जगतपाल अनुरागी ने बताया कि कार्रवाई के विरोध में सभी मालियों ने मोहननगर जोन में पूरी तरह से कामकाज ठप कर दिया। सभी कर्मचारी मोहननगर के गोलपार्क में भी धरने पर बैठे।

उन्होंने कहा कि नगर निगम कर्मचारी संघ के अध्यक्ष रविंद्र कुमार ने छह अगस्त को हड़ताल में सीएलसी के माध्यम से नौकरी करने वाले मालियों को बुलाया था। अनुरागी का कहना है कि संघ के अध्यक्ष अब 15 मालियों को नौकरी से हटाया गया तो वह मालियों का साथ देने को तैयार नहीं है।