रंग ला रही है डॉ. नितिन गौड़ की मेहनत लगातार बढ़ रही है गाजियाबाद नगर निगम की आमदनी, निगम को स्वाबलंबी बनाने को लेकर बनाया है खास प्लान शहरवासियों को मिलेगा लाभ

आर्थिक संकट के भंवरजाल में फंसे गाजियाबाद नगर निगम को संकट से ऊबार कर पटरी पर लाना बड़ी चुनौती थी। लेकिन नगर आयुक्त डॉ. नितिन गौड़ ने चुनौती को स्वीकार करते हुए एक वर्ष से भी कम समय में निगम की अर्थव्यवस्था को पटरी पर ला दिया है। डॉ. गौड़ सिर्फ इतने पर रूकने वाले नहीं हैं। ये दिल मांगे मोर की तर्ज पर गाजियाबाद नगर निगम को स्वाबलंबी बनाने का अगला लक्ष्य निर्धारित किया है और लक्ष्य प्राप्ति की दिशा में कदम बढ़ा दिया है।

उदय भूमि ब्यूरो
गाजियाबाद। मुश्किल रास्तों पर कठिन चुनौतियों को पार कर लक्ष्य हासिल करना ही सफल नेतृत्व की पहचान है। आर्थिक संकट के भंवरजाल में फंसे गाजियाबाद नगर निगम को संकट से ऊबार कर पटरी पर लाना बड़ी चुनौती थी। लेकिन नगर आयुक्त डॉ. नितिन गौड़ ने चुनौती को स्वीकार करते हुए एक वर्ष से भी कम समय में निगम की अर्थव्यवस्था को पटरी पर ला दिया है। लेकिन डॉ. गौड़ सिर्फ इतने पर रूकने वाले नहीं हैं। ये दिल मांगे मोर की तर्ज पर गाजियाबाद नगर निगम को स्वाबलंबी बनाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। लक्ष्य को हासिल करने के लिए तैयारियां भी तेज हो गई है और अगले एक वर्ष के भीतर इसके परिणाम दिखाई देने लगेंगे। नगर निगम को स्वाबलंबी बनाने के लिए नगर आयुक्त ने निगम की आमदनी बढ़ाने वाले संसाधनों पर फोकस किया है। टैक्स वसूली के साथ अन्य मदों से भी किस तरह आमदनी बढ़े इसको लेकर मंथन तेज हो गया है। राजस्व वसूली से जुड़े अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिया गया है कि काम को लेकर किसी भी प्रकार की शिथिलता बर्दाश्त नहीं की जाएगी। नगर आयुक्त अधिकारियों के साथ नियम बैठक कर रहे हैं और राजस्व वसूली की समीक्षा कर रहे हैं। इसका परिणाम भी दिखाई दे रहा है। पिछले तीन महीने में नगर निगम ने लगभग 40 करोड़ रुपये की वसूली की है कि जो पिछले वर्ष के मुकाबले पौने 3 करोड़ रुपये अधिक है। महत्वपूर्ण बात यह है कि अप्रैल से लेकर जून तक की अवधि में टैक्स वसूली में लगभग 7 करोड़ रुपये की अधिक वसूली हुई है। डॉ. नितिन गौड़ की योजना है कि टैक्स वसूली के अलावा बांड सरीखे प्रोजेक्ट और नगर निगम की संपत्तियों से आमदनी बढ़ाकर नगर निगम की सालाना आमदनी को मजबूत किया जाये।

यह बात सर्वविदित है कि गाजियाबाद नगर निगम के लिए वित्तीय वर्ष 2022-23 सबसे अधिक चुनौतियों भरा रहा है। पिछले वर्ष सितंबर महीने में जब डॉ. नितिन गौड़ ने नगर आयुक्त का चार्ज संभाला था, उस समय निगम पर 325 करोड़ रुपये से अधिक की देनदारी थी। ठेकेदारों को भुगतान नहीं हो रहा था, फंड के अभाव में निगम के विकास कार्यों पर रोक लग गया था। एक तरह से नगर निगम आर्थिक संकट के भंवर में फंसा हुआ था। नगर निगम को आर्थिक संकट में फंसाने के लिए पूर्व के राजनैतिक नेतृत्वकर्ता पूरी तरह से कसूरवार रहे हैं। राजनैतिक दवाब डालकर अधिक काम कराये गये। ऐसे में राजनैतिक दवाब से निपटना भी डॉ. नितिन गौड़ के लिए चुनौती थी। लेकिन विषम परिस्थितियों में चुनौतियों को स्वीकार करते हुए नगर आयुक्त डॉ. नितिन गौड़ ने निगम के आर्थिक संकट को दूर करने का बीड़ा उठाया है। कयास लगाये जा रहे थे कि नगर आयुक्त विकास कार्यों को रोक देंगे जिससे कि देनदारी का बो­झ कम होगा। लेकिन डॉ. गौड़ ने विकास कार्यों पर बिना कोई ब्रेक लगाये निगम को संकट से निकाला। फिजूलखर्ची पर विराम लगाकर और आमदनी के स्त्रोतों को बढ़ाकर निगम के आर्थिक संकट को दूर करने का फार्मूला काम आया। निगम पर देनदारियों का बो­झ 50 फीसद से भी कम हो गया है।

पिछले वित्तीय वर्ष में नगर निगम ने 200 करोड़ रुपये से अधिक टैक्स वसूल कर रिकार्ड बनाया। इस वर्ष 250 करोड़ से अधिक वसूली का लक्ष्य रखा गया है और इस दिशा में प्रगति होते हुए भी दिखाई दे रहा है। वर्ष 2022 के माह अप्रैल मई-जून में कर तथा करेत्तर से वसूली की प्राप्त आय लगभग 36 करोड़ 98 लाख थी। जोकि वर्ष 2023 के अप्रैल मई-जून में बढ़कर लगभग 39 करोड़ 71 लाख है। नगर आयुक्त डॉ. नितिन गौड़ के नेतृत्व में मुख्य कर निर्धारण अधिकारी डॉ संजीव सिन्हा राजस्व वसूली के हर संभव उपाय पर योजनाबद्ध तरीके से कर की वसूली कर रहे हैं। नगर आयुक्त के दिशा-निर्देशों को धरातल पर उतारकर निगम की आमदनी को बढ़ाया जा रहा है। डॉ. संजीव सिन्हा ने बताया कि नगर आयुक्त से उन्हें कई निर्देश मिले हैं जिस पर काम किया जा रहा है और इन निर्देशों का असर निगम की आमदनी बढ़ाने में दिख रहा है।

अन्य विभागों की आय को लेकर भी हो रही प्लानिंग

नगर आयुक्त डॉ. नितिन गौड़ के कुशल नेतृत्व में ना केवल कर वसूली को बढ़ाया जा रहा है। बल्कि अन्य विभागों से प्राप्त होने वाली आय को बढ़ाने के लिए भी प्लानिंग की जा रही है। उद्यान विभाग, निर्माण विभाग, संपत्ति विभाग विशेष रूप से अपने-अपने विभागों में योजनाबद्ध तरीके से कार्य कर रहे हैं। जिससे निगम की आय को बढ़ाने का प्रयास किया जा रहा है। नगर आयुक्त ने बताया कि आने वाले समय में निगम की आय बढ़ाने के साथ-साथ शहर के विकास कार्यों को भी तेजी से बढ़ाया जाएगा। जिन क्षेत्रों में अभी तक टैक्स नहीं लगा है वहां टैक्स नेट का दायरा बढ़ाया जा रहा है। विभागीय अधिकारियों को निर्देशित किया गया है कि कैंप लगाकर टैक्स वसूली की जाये।