मेयर ने जिलाबदर पार्षद को दिलाई शपथ

गाजियाबाद। नगर निगम के वार्ड-66 पसौंडा से जिलाबदर नवनिर्वाचित पार्षद मुस्तकीम को बुधवार को अपने कक्ष में महापौर सुनीता दयाल ने शपथ दिलाई। मंडलायुक्त ने पार्षद को सिर्फ एक दिन के लिए जिले में आने की अनुमति दी थी। शपथ ग्रहण करने के बाद अब पार्षद को जिला छोडऩा होगा।दरअसल,राज्य निर्वाचन आयोग के आदेश पर बीते 27 मई शाम पंाच बजे नेहरूनगर स्थित पंडित दीनदयाल उपाध्याय ऑडिटोरियम में शपथ ग्रहण का आयोजन हुआ था। इसमें मंडलायुक्त सेल्वा कुमारी जे. ने महापौर सुनीता दयाल को शपथ ग्रहण कराई थी। जबकि महापौर ने निगम के 99 पार्षदों को शपथ ग्रहण कराई थी। लेकिन वार्ड-66 पसौंडा से पार्षद मुस्तकीम चौधरी को पुलिस ने जिला बदर किए जाने की वजह से वह शपथ नहीं ले सके थे।

उनकी पत्नी ने पत्र के माध्यम से किसी अन्य दिन शपथ दिलाने का आवेदन किया था। इस पर मंडलायुक्त सेल्वा कुमारी जे ने शपथ दिलाने का आदेश दिया। आदेश में उन्होंने कहा कि विशेष परिस्थिति में पार्षद के रूप में उपस्थित रहकर मात्र एक दिन के लिए शपथ ग्रहण करने की अनुमति दी जाती है। एक दिन बाद अनुमति खुद समाप्त हो जाएगी। बुधवार को महापौर सुनीता दयाल ने नगर निगम मुख्यालय स्थित अपने कार्यालय में पार्षद मुस्तकीम को शपथ दिलाई। महापौर ने पार्षद को बताया कि पूर्व में कई अहम बैठक की गई थी। जिसमें आप उपस्थित नहीं थे। इसलिए आप सर्वप्रथम अपने वार्ड में सभी लोगों से मिलें। स्वच्छता सर्वेक्षण के लिए वार्ड के लोगों को जागरूक करें। वार्ड में कूड़ा सेग्रीगेट गीला और सूखा कूड़ा अलग करने के लिए लोगों को जागरूक किया जाए। ताकि वार्ड व शहर को सुंदर बनाया जा सकें।

सीवर व्यवस्था तत्काल सुधारी जाए

शहर में सीवर व्यवस्था का बुरा हाल होने के चलते सीवर का पानी सड़कों पर भरने से लोगों को परेशानी झेलनी पड़ रही है। इसकी शिकायत जलकल विभाग में किए जाने के बाद भी सुनवाई नहीं हो रही है। महापौर सुनीता दयाल से लोगों ने सीवर समस्या को लेकर शिकायत की।बुधवार को महापौर ने अपने कार्यालय में जलकल विभाग के महाप्रबंधक आनंद त्रिपाठी और अधिशासी अभियंता योगेंद्र यादव को तलब करते हुए बैठक की। उन्होंने अधिकारियों को सीवर व्यवस्था में जल्द सुधार लाने के निर्देश दिए। इसके साथ ही शहर में सीवर का काम देख रही वाबाग कंपनी को कार्य में सुधार लाने के लिए निर्देश दिए। शहर में सही रूप से सीवरेज सिस्टम नहीं चलाए जाने की शिकायत बताकर अधिकारियों को निर्देश दिए कि संबंधित कंपनी के अधिकारियों से बात कर सीवर की समस्या का जल्द से जल्द समाधान किया जाए।