यमुना प्राधिकरण क्षेत्र में स्मार्ट विलेज योजना पर तेजी से चल रहा है काम

स्मार्ट विलेज का काम दो गांवों में पूरा, 6 गांवों में तीव्र गति से हो रहे कार्य, 7 और गांवों में काम शुरू करने की तैयारी

उदय भूमि ब्यूरो
ग्रेटर नोएडा। यमुना प्राधिकरण क्षेत्र के गांवों की कायाकल्प की योजना पर तेजी से काम चल रहा है। यमुना प्राधिकरण के सीईओ डॉ. अरुणवीर सिंह के निर्देशन में प्राधिकरण क्षेत्र में आने वाले गांवों की सूरत बदलने के लिए स्मार्ट विलेज योजना पर काम चल रहा है। सीईओ गांवों में चल रहे कार्यों के बाबत लगातार रिपोर्ट ले रहे हैं। जीएम प्रोजेक्ट को स्पष्ट निर्देश दिया गया है कि स्मार्ट विलेज योजना के तहत गांवों में जो कार्य होने हैं उन्हें समय से पूरा कराया जाये। सीईओ की सख्ती का असर है कि अब तक दो गांवों में स्मार्ट विलेज के काम पूरे करा दिए गये हैं। 6 गांवों में विकास कार्य चल रहे हैं। इन 6 गांवों में 52 करोड़ रुपये से अधिक खर्च किए जाएंगे। इसके अलावा 7 और गांवों का चयन कर लिया गया है जिसमें इस वित्तीय वर्ष में काम शुरू करने की तैयारी है।

यमुना प्राधिकरण क्षेत्र के गांवों में तीव्र गति से विकास कार्य हो रहे हैं। गांवों को विकसित करने की योजना के तहत प्राधिकरण अपने अधीन गांवों को स्मार्ट विलेज बना रहा है। यमुना प्राधिकरण पहले चरण में प्राधिकरण ने 29 गांवों को स्मार्ट विलेज बनाएगा। इसमें से दो गांव निलौनी शाहपुर और रामपुर बांगर में विकास कार्य पूरे हो चुके हैं। इसमें 7.8 करोड़ रुपये खर्च किए गए हैं। इसके अलावा अच्छेजा बुजुर्ग, डूंगरपुर रीलखा, मिजार्पुर, चपरगढ़, सलारपुर, रुस्तमपुर व मूंजखेड़ा में काम चल रहे हैं। इन गांवों में 52.09 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे। गुनपुर और मुरादगढ़ी के टेंडर स्वीकृत हो चुके हैं। यमुना प्राधिकरण ने इस वित्तीय वर्ष में सात गांवों को स्मार्ट बनाएगा। इसमें खेरली भाव, रोनीजा, औरंगपुर, अट्टा गुजरान, दनकौर, जगनपुर अफजलपुर और मोहम्मदपुर गुर्जर शामिल हैं। इसमें 97.72 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे। प्राधिकरण 12 और गांवों को भी स्मार्ट विलेज बनाएगा। इसमें आच्छेपुर, पचोकरा, चांदपुर, उस्मानपुर, फतेहपुर अट्टा, चकवीरमपुर, चक जलालाबाद, धनौरी, पारसौल, रबूपुरा, कादरपुर व भट्टा गांव शामिल है। अभी इनका एस्टीमेट बनाया जाना बाकी है।