शहर की सुंदरता के साथ भरेगा निगम का खजाना, 50 लाख से ज्यादा हुई आय

बोली लगवाकर 70 नर्सरी का हुआ आवंटन

गाजियाबाद। शहर की सुंदरता को बढ़ाने के साथ-साथ नगर निगम की आय बढ़ाने पर ध्यान दे रहा है।
नगर निगम ने पारदर्शिता के लिए शहर में नर्सरी आवंटित करने के लिए नर्सरी संचालकों से बोली लगवाकर उन्हें आवंटित किया। नगर आयुक्त महेंद्र सिंह तंवर के निर्देश पर सोमवार को निगम कार्यकारिणी कक्ष में कमेटी द्वारा बोली लगवाकर नर्सरी को आवंटित किया गया। जिसमें नगर निगम को 50 लाख रुपए से ज्यादा की आय हुई हैं। नगर निगम कार्यकारिणी कक्ष में उद्यान प्रभारी डॉ. अनुज कुमार सिंह एवं अपर नगर आयुक्त अरूण कुमार यादव की अध्यक्षता में नर्सरी आवंटित करने के लिए कमेटी के समक्ष बोली लगवाई गई।

उद्यान प्रभारी डॉ.अनुज कुमार सिंह ने बताया कि नगर निगम सीमा अंतर्गत शहर में जहां रिक्त स्थान है। वहां पर शहर की सुंदरता बढ़ाने के लिए नर्सरी के लिए जगह आवंटित की जा रही है। जिससे शहर की सुंदरता बनी रहें और निगम की आय भी सकें। इसी क्रम में पारदर्शिता से उद्यान विभाग द्वारा बीते साल शहर में लगभग 122 नर्सरी आवंटित की गई थी। जबकि इन नर्सरी को लेने के लिए 144 आवेदक शामिल हुए। जबकि नगर निगम के पास शहर में 70 नर्सरी ही आवंटन के लिए उपलब्ध है। उन्होंने बताया कि मेयर आशा शर्मा एवं नगर आयुक्त महेंद्र सिंह के निर्देश पर शहर में जिन नर्सरी के लिए ज्यादा आवेदक थे। उन्हें पारदर्शिता से नर्सरी आवंटित करने के लिए बोली लगवाई गई। बोलीदाता ने बढ़चढ़कर बोली लगाई। बोली के बाद ही नर्सरी का आवंटन किया गया।

उद्यान प्रभारी ने बताया कि नर्सरी आवंटित किए जाने के बाद नियमानुसार निगम द्वारा 60 रुपए प्रति वर्गमीटर और एक पौधा प्रति वर्ग मीटर प्रतिवर्ष पर आवंटित की गई। यूपी गेट पर नगर निगम की प्राइम जगह होने पर बोली से नर्सरी का आवंटन किया गया। इससे नगर निगम की 50 लाख रुपए से ज्यादा आय में बढ़ोतरी हुई। जबकि शहर में कुछ ऐसे स्थान है, जहां पर नर्सरी लेने वाले आवेदकों की डिमांड ज्यादा है। आगे भी ऐसे स्थानों पर पारदर्शिता रखते हुए बोली के माध्यम से ही नर्सरी आवंटित की जाएगी। इससे निगम की आय बढ़ेगी। नगर निगम उद्यान विभाग द्वारा ऐसे स्थान जहां पर नर्सरी को लेकर डिमांड ज्यादा है ऐसे स्थानों पर प्रतिस्पर्धा ज्यादा होने की दशा में पारदर्शिता रखते हुए बोली के माध्यम से ही नर्सरी अलॉट की जाएंगी। जिससे निगम की आय को भी बढ़ावा मिलेगा, और शहर की ग्रीन बेल्ट भी सुरक्षित व सुंदर रहेंगी। जिससे उन पर कोई कब्जा भी न कर सकें और इससे नगर निगम को आय भी होती रहें।

उद्यान प्रभारी डॉ. अनुज कुमार सिंह एवं अपर नगर आयुक्त अरूण कुमार यादव की अध्यक्षता में एक कमेटी गठित की गई है। ताकि कमेटी के समक्ष पारदर्शिता से नर्सरी का आवंटन किया जा सके। शहर की स्वच्छता एंव सुंदरता को ध्यान में रखते हुए शहर की ग्रीन बेल्ट जगह को उपयोग में लाया जा रहा है। नर्सरी आवंटित किए जाने से जहां शहर में सुंदरता बढ़ेगी। वहीं, खाली जगह पर हरा-भरा दिखाई देगा। वहीं नगर निगम की आय भी बढ़ेगी। नगर निगम द्वारा नर्सरी अलॉट करने की प्रक्रिया से एक पंथ कई कार्य का दोहा सिद्ध हो रहा है। ग्रीन बेल्ट की जमीन भू-माफियाओं से सुरक्षित रहेगी और जमीन का बचाव भी होगा।महेंद्र सिंह तंवर
नगर आयुक्त गाजियाबाद।