टैबलेट न मिलने से नाराज छात्राओं ने प्राचार्य के खिलाफ की नारेबाजी

मोदीनगर। गिन्नी देवी मोदी गर्ल्स पीजी कॉलेज में बिना यूनिफार्म के आई छात्राओं को टैबलेट नहीं दिया। इस बात से गुस्साई छात्राओं ने जमकर हंगामा और दिल्ली मेरठ मार्ग पर सड़क जाम करने का प्रयास किया। पुलिस ने छात्राओं को समझा बुझाकर शांत किया। कॉलेज प्रशासन का कहना है कि यूनिफार्म कोड सख्ती से लागू किया जाएगा।

प्रदेश सरकार द्वारा छात्र छात्राओं को स्मार्टफोन व टैबलेट वितरन किया जा रहा है। इसी के तहत सोमवार को गिन्नी देवी मोदी गल्र्स पीजी कॉलेज मेंं बीए व एमए फाइनल ईयर 69 छात्राओं को टैबलेट देने का कार्यकम था। बताया जा रहा है कि कॉलेज प्रशासन की ओर से पहले ही बता दिया गया था कि हर छात्रा को यूनिफार्म पहनकर आना है। समारोह में कुछ छात्राएं बिना यूनिफार्म के पहुंच गई।

बताया जा रहा है कि समारोह में यूनिफार्म पहनकर आई 55 छात्राओं को तो टैबलेट दे दिए गए। लेकिन जो छात्राएं बिना यूनिफार्म के आई थी, उन्हें टैबलेट नहीं दिए गए है। इस बात की नाराजगी लेकर छात्राएं प्राचार्य कार्यालय पहुंची और अपनी शिकायत दर्ज कराई। इस दौरान छात्राओं ने छात्रवृति की मुद्दा भी उठाया। इसके बाद छात्राओं व प्राचार्य के बीच बहस हो गई। इस बात से नाराज होकर छात्राओं ने हंगामा करना शुरू कर दिया।

नारेबाजी करते हुए छात्राएं प्राचार्य के कार्यालय से बाहर आ गई और हंगामा करने लगी। कुछ छात्राएं हंगामा करती हुई कॉलेज के सामने ही दिल्ली मेरठ मार्ग पर सड़क पर आ गई। सड़क पर उन्होने प्राचार्य के खिलाफ नारेबाजी करनी श्ुारू कर दी। इस दौरान दिल्ली मेरठ मार्ग पर जाम जैसी स्थिति बन गई।

हंगामा होने की सूचना पर मौके पर पहुंची पुलिस ने छात्राओं को समझा बुझाकर शांत कराया। छात्राओं का आरोप है कि प्राचार्य अपनी मनमानी चलाती है,जो किसी की कीमत पर बर्दाशत नहीं की जाएगी। प्राचार्य वंदना शर्मा ने बताया कि बिना यूनिफार्म पहनकर आई छात्राओं को टैबलेट नहीं दिया गया। इसके बाद कुछ छात्राएं मेरे कार्यालय मेंं आई और अपनी शिकायत दर्ज कराई। छात्राओं को यूनिफार्म पहनने की हिदायत दी गई तो वह भटक गई और हंगामा करने लगी। दिल्ली मेरठ मार्ग पर जाम लगाने की सूचना मेरे संज्ञान में नहीं है।

छात्राओं से कहा गया कि वह यूनिफार्म में ही कॉलेज आए। बिना यूनिफार्म के कॉलेज में प्रवेश नहीं दिया जाएगा। वहीं सुनील कुमार सिंह सीओ मोदीनगर का कहना है कि पुलिस ने छात्राओं को समझा बुझाकर शांत कर दिया था और प्राचार्य से पूरी जानकारी ली गई थी। अभी इस मामले में कोई शिकायत नहीं आई है।