कार्रवाई का विरोध: ट्रांस हिंडन बिल्डर वेलफेयर एसोसिएशन ने की जीडीए वीसी से मुलाकात

-अवैध निर्माण है तो शुरुआत में ही जीडीए करें कार्रवाई: प्रदीप गुप्ता

गाजियाबाद। जीडीए द्वारा सोमवार को इंदिरापुरम में की गई कार्रवाई के विरोध में मंगलवार को ट्रांस हिंडन बिल्डर वेलफेयर एसोसिएशन के बैनर तले 50 से अधिक बिल्डरों ने जीडीए उपाध्यक्ष राकेश कुमार सिंह एवं जीडीए सचिव बृजेश कुमार सिंह से मुलाकात की। एसोसिएशन के अध्यक्ष संदीप शुक्ला और चेयरमैन प्रदीप गुप्ता ने बताया कि गाजियाबाद में पिछले 20 से 25 वर्षों में बड़े प्लॉटों पर फ्लैट बनाने का प्रचलन है। अत: कोई ऐसा रास्ता निकाला जा सकें जिससे कम कीमत पर आम आदमी का मकान का सपना पूरा हो सकें।

जिसके लिए 2014 में बड़े प्लॉट्स पर फ्लैट बनाने का प्रावधान आया था। जिसको 2017 में बंद कर दिया गया, जिस कारण डेढ़ सौ मीटर से कम प्लॉट पर पार्किंग व्यवस्था भी बंद कर दी गई और 300 मीटर तक केवल पार्किंग के साथ तीन मंजिल का प्रावधान किया गया। जो कि यहां के लिए काफी नहीं है। आज यहां पर छोटे बिल्डरों का इस बायलॉज के कारण उत्पीडऩ होता है। अगर वह थोड़ा भी अतिरिक्त बना लेते है तो जीडीए उस पर कार्रवाई कर देता है। जीडीए वीसी ने सुपरटेक की ट्विन टावर का उदाहरण देते हुए किसी भी प्रकार का अवैध निर्माण न करने की चेतावनी दी है। सिर्फ नक्शे के अनुसार ही आप लोग निर्माण करेंगे। जिसके बाद जीडीए सभागार में जीडीए सचिव और अपर सचिव सीपी त्रिपाठी के बीच बिल्डरों की घंटों वार्ता चली।

संदीप शुक्ला एवं प्रदीप गुप्ता ने कहा कि कम से कम जो बिल्डिंग अब तक बन चुकी है उनको तोड़ा जाना तर्कसंगत नहीं है, आगे से शुरू से ही अवैध निर्माण को रोका जाए। जो निर्माण हुआ है, उसमें बिल्डरों की खून पसीने की मेहनत का है। अगर इस तरह से बिल्डरों पर कार्रवाई होती रही तो छोटे बिल्डर कैसे अपना जीवन यापन करेंगे। क्षेत्र में जो भी अवैध निर्माण है, उस पर शुरुआत से ही कार्रवाई की जाए। जिससे होने वाले अवैध निर्माण पर अकुंश लगाया जा सकें। निर्माण होने के बाद कार्रवाई करना गलत है। प्रदीप गुप्ता ने कहा बिल्डर पिछले दो वर्षों से पहले ही परेशान है, अब जैसे-तैसे बिल्डर तिनका-तिनका एकत्रित कर अपना कारोबार शुरु करता है। शुरुआत में उसे कोई परेशान नही करता। जैसे बिल्डिग़ बन कर तैयार हो जाती है तो अवैध निर्माण घोषित कर तोड़ दिया जाता है या फिर उस पर सीलिंग की कार्रवाई कर दी जाती है। इस तरह से बिल्डर अपना कारोबार कैसे करेगा। बिल्डरों की बात सुनने के बाद जीडीए उपाध्यक्ष ने बिल्डरों की समस्या को सुनकर गुरुवार को पुन: वार्ता करने का आश्वासन दिया। इस दौरान विनीत सिंघल, आशीष कामरा, नितिन कामरा, पंकज गोस्वामी , गोपीकांत, दीपक गोस्वामी, राकेश शर्मा, मुकेश, मनोज शर्मा, संदीप शुक्ला, अनुराग शुक्ला, नितिन गुप्ता, रवि शंकर पांडेय आदि लोग मौजूद रहे।