सरकार से यति नरसिंहानंद सरस्वती ने की सुरक्षा की मांग

गाजियाबाद। डासना देवी मंदिर के मंहत यति नरसिंहानंद सरस्वती की हत्या के लिए दिल्ली आए जैश ए मोहम्मद के आतंकवादी की गिरफ्तारी के बाद मंगलवार को शिवशक्ति धाम डासना में यति नरसिंहानंद सरस्वती ने अपने विश्वसनीय साथियों की एक आपातकालीन बैठक की और कई निर्णय लिये। उन्होंने यति मां चेतनानंद सरस्वती को मन्दिर का मुख्य महंत घोषित किया, ताकि उनकी मृत्यु के बाद शिवशक्ति धाम डासना के विकास और व्यवस्था में कोई व्यवधान न पड़े। यति नरसिंहानंद सरस्वती ने कहा कि उनके बलिदान का समय आ चुका है। उन्होंने अपने प्राणों की परवाह न करते हुए इस्लाम की सच्चाई को दुनिया के हर हिन्दू तक पहुंचा दिया है। ये इस्लाम के जिहादियों का नियम है कि हर उस आदमी को मिटा देते हैं जो इस सच्चाई को दुनिया को बताने का प्रयास करता है। आज ये कार्य मैं कर रहा हूँ तो वो मुझे मिटा ही देंगे। उन्होंने केंद्र और राज्य सरकारों को संबोधित करते हुए कहा कि सरकार का कर्तव्य है कि वो हर विपत्ति के समय अपने नागरिकों का ध्यान रखे। अगर सरकार चलाने वालों को ये लगता है कि मेरी हत्या से किसी प्रकार का राजनैतिक लाभ उन्हें मिल जाएगा तो यह उनकी भारी भूल है क्योंकि इसके बाद हिन्दू का मनोबल बहुत कमजोर हो जाएगा और इस्लाम के जिहादियों का मनोबल बहुत बढ़ जाएगा जो कि बहुत ही घातक होगा। उन्होंने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से पूरे मामले हस्तक्षेप करते हुए उन्हें सुरक्षा देने की मांग की। उन्होंने कहा कि अब भारतवर्ष में इस्लाम के जिहाद से लड़ाई अपने अंतिम दौर में आ चुकी है। अब यहां कोई भी अपने आपको सुरक्षित न समझे। अगर इस्लाम के जिहादी बहुत आसानी से यति नरसिंहानंद सरस्वती को मारने में सफल हो गए तो वो एक दिन वो योगी आदित्यनाथ को भी जरूर मारेंगे क्योंकि सरकारे हमेशा आती जाती रहती हैं पर इस्लाम के जिहादियों के लक्ष्य सदैव निश्चित रहते हैं। इस अवसर पर अनिल यादव, बाबा परमेन्द्र आर्य, धीरज फौजी, रविन्द्र त्यागी एडवोकेट, मोहित बजरंगी, बृजमोहन सिंह, अक्षय त्यागी, संजय त्यागी आदि उपस्थित थे।