आईआईए के वरिष्ठ उपाध्यक्ष नीरज सिंघल की कोपनहेगन में भारतीय दूतावास के वरिष्ठ अधिकारियों संग वार्ता
नई दिल्ली। इंडियन इंडस्ट्रीयल एसोसिएशन (आईआईए) ने नई पहल की है। इसके तहत विदेश में व्यापार एवं तकनीक का आदान-प्रदान करने की दिशा में अहम कदम उठाया गया है। निकट भविष्य में भारतीय उद्यमियों को इसका लाभ मिल सकेगा। दरअसल उद्यमियों की प्रतिष्ठित संस्था आईआईए के वरिष्ठ उपाध्यक्ष नीरज सिंघल इन दिनों डेनमार्क के दौरे पर हैं। उन्होंने कोपनहेगन में भारतीय दूतावास में तैनात प्रथम सचिव सुशील प्रसाद (आईएफएस) एवं अन्य वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक में हिस्सा लिया।
बैठक का मुख्य उद्देश्य भारतीय उद्यमियों द्वारा उत्पादित सामान का डेनमार्क में निर्यात एवं डेनमार्क में उपलब्ध तकनीकी जानकारियों के आधार पर भारत में संयुक्त उपक्रम स्थापित करना और तकनीक के आयात की संभावनाएं तलाशना था। दूतावास के अधिकारियों ने आईआईए को बताया कि मई 2022 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की डेनमार्क यात्रा के दौरान उन्होंने डेनमार्क और भारत के द्विपक्षीय व्यापारिक संबंधों के लिए एक नारा स्किल ऑफ डेनमार्क एंड स्केल ऑफ इंडिया दिया है। इसी के अनुसार डेनमार्क में भारतीय दूतावास कार्य कर रहा है और आईआईए की इस बैठक के उद्देश्य से भी मेल खाता है।
सुशील प्रसाद ने यह भी बताया कि डेनमार्क में 13 विभिन्न व्यावसायिक क्लस्टर स्थापित हैं। जहां से भारतीय और डेनमार्क के लघु एवं मध्यम श्रेणी के उद्यमियों के मध्य ज्वाइंट वेंचर, आयात एवं निर्यात की अच्छी संभावनाएं हैं। आईआईए के वरिष्ठ उपाध्यक्ष नीरज सिंघल ने डेनमार्क में स्थित भारतीय दूतावास के अधिकारियों को बताया कि इंडियन इंडस्ट्रीज एसोसिएशन उत्तर भारत में सूक्ष्म लघु एवं मध्यम उद्योगों की सबसे बड़ी एसोसिएशन है, जिसके दस हजार से अधिक उद्योग सदस्य हैं। इसके साथ-साथ आईआईए भारत सरकार के वर्ष 2025 तक 5 ट्रिलियन डॉलर के लक्ष्य की प्राप्ति के लिए न केवल स्थापित उद्योगों अपितु नए उद्योगों के उत्थान का कार्य कर सहयोग कर रहा है। ऐसे में डेनमार्क के 13 व्यवसायिक क्लस्टरों के उद्यमियों के साथ भारतीय उद्यमियों के व्यापारिक संबंध स्थापित करना आईआईए का मुख्य उद्देश्य रहेगा।
भविष्य के लिए निर्धारित कार्ययोजनाएं
आईआईए के वरिष्ठ उपाध्यक्ष नीरज सिंघल और डेनमार्क में भारतीय दूतावास के अधिकारियों ने भविष्य के लिए विभिन्न योजनाओं का निर्धारण किया है। इसके तहत डेनमार्क में स्थित 13 व्यावसायिक क्लस्टरों की जानकारी आईआईए सदस्यों को प्रचारित की जाएगी और एक निर्धारित फॉर्म के माध्यम से आईआईए सदस्यों की व्यवसायिक आवश्यकताओं/प्रस्तावों को संकलित कर आगे की योजना बनाई जाएगी। भारतीय एवं डेनमार्क के लघु एवं मध्यम श्रेणी के उद्यमियों के मध्य समय-समय पर ऑनलाइन वेबिनार आयोजित किए जाएंगे। भारतीय एवं डेनमार्क के उद्यमियों के एक-दूसरे देश में प्रतिनिधिमंडल भ्रमण कर व्यवसायिक आदान-प्रदान करेंगे। उपरोक्त कार्ययोजना को क्रियान्वित करने के लिए डेनमार्क में स्थित भारतीय दूतावास के अधिकारियों ने आईएईए को पूर्ण सहयोग देने का आश्वासन दिया है।