बड़े बकाएदारों पर एक्शन, ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण ने 22 बिल्डर एवं हाउसिंग सोसाइटी के खिलाफ जारी की आरसी

ग्रेटर नोएडा। ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण ने बड़े बकाएदारों के खिलाफ एक्शन लेना आरंभ कर दिया है। 22 बिल्डरों एवं ग्रुप हाउसिंग सोसाइटी ने वाटर टैक्स का भुगतान नहीं किया था। उन्हें नोटिस भेजकर चेतावनी भी दी गई थी। ग्रेनो प्राधिकरण ने अब सभी बकाएदारों के खिलाफ वसूली पत्र (आरसी) जारी की है। बकाएदारों से 63.41 करोड़ रुपए की वसूली की जानी है। राजस्व विभाग को आरसी पत्र सौंप दिए गए हैं। ग्रेटर नोएडा में पानी के करीब 40 हजार कनेक्शन हैं। इनमें से अधिकतर उपभोक्ताओं पर पानी का बिल बाकी है।

कई बकाएदारों ने कई वर्षों से पानी के बिल का भुगतान नहीं किया है। बिल जमा करने के लिए ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण ने कई बार नोटिस जारी की। खासकर बड़े बकायेदारों को कई बार नोटिसें भेज चुका है, लेकिन उन पर कोई असर नहीं पड़ रहा। इसे देखते हुए ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण ने बकाया बिल वसूलने के लिए कड़ी कार्रवाई शुरू कर दी है।  सबसे पहले बिल्डरों व ग्रुप हाउसिंग सोसाइटियों से शुरुआत की है।

प्राधिकरण ने 22 बिल्डरों व ग्रुप हाउसिंग सोसाइटियों के खिलाफ आरसी जारी कर दी है। ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के वरिष्ठ प्रबंधक कपिल सिंह ने बताया कि  इन बिल्डरों व ग्रुप हाउसिंग सोसाइटियो पर 63.41 करोड़ रुपये बकाया है। लंबे समय से भुगतान नहीं कर रहे थे।इनको कई बार नोटिस भी जारी की गई, फिर भी जमा न करने पर यह कदम उठाने पड़े। उन्होंने बताया कि आरसी की वसूली के लिए राजस्व विभाग को सभी आरसी उपलब्ध करा दी है।

ये हैं बड़े बकाएदार
ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण का गौड़ संस प्रमोटर्स पर 2.46 करोड़, यूपीपीसीएल पर 1.12 करोड़, शारदा एजुकेशनल ट्रस्ट पर 1.12 करोड़, प्रतीक सहकारी आवास समिति पर 2.26 करोड़, सैम इंडिया अभिमन्यु हाउसिंग पर 1.57 करोड़, सुपरटेक लिमिटेड पर 1.63 करोड़, एसोटेक ओमिनी कंसोर्टियम पर 1.51 करोड़, यूनिटेक रिलायबल प्रोजेक्ट्स पर 1.63 करोड़, पाश्र्वनाथ डेवलपर्स पर 1.66 करोड़, यूनिटेक लिमिटेड पर 1.70 करोड़, सुपरटेक कंस्ट्रक्शन पर 2.07 करोड़, पूर्वांचल कंस्ट्रक्शन पर 2.01 करोड़, यूपी टाउनशिप पर 2.34 करोड़, सुपरटेक लिमिटेड पर 2.69 करोड़ और यूनिटेक लिमिटेड पर 3.47 करोड़ रुपए बकाया है। इसके अलावा 7 और बड़े बकाएदार है। जिनके खिलाफ आरसी जारी हुई है।

नागरिकों को पेयजल आपूर्ति समय से उपलब्ध हो सके, इसके लिए ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण कोई कसर नहीं छोड़ रहा है। इंफ्रास्ट्रक्चर पर भारी-भरकम धनराशि खर्च की जा रही है। ऐसे में नागरिकों को भी सहयोग करना चाहिए। सभी पेयजल उपभोक्ता समय से बिल का भुगतान करें। पानी के बकाया भुगतान के लिए एकमुश्त समाधान योजना भी संचालित है। बकाएदार यदि बकाया राशि जमा नहीं करते हैं तो उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
सुरेंद्र सिंह
सीईओ
ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण