एयरपोर्ट प्रोजेक्ट : प्रभावित परिवारों के पुनर्वास में तेजी

जेवर बांगर में विकसित किए गए 700 भूखंड

ग्रेटर नोएडा। नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट (जेवर) से प्रभावित परिवारों के पुनर्वास का काम तेज हो गया है। इन परिवारों को जेवर बांगर में पुनर्वासित किया जा रहा है। वहां उन्हें आवासीय सेक्टर सेक्टर की तर्ज पर सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी। संबंधित सोसाइटी के भीतर सभी जरूरी सुविधाएं मिलेंगी। जेवर बांगर में 700 भूखंड और विकसित किए गए हैं। संभतव: 25 मार्च को इन भूखंडों का आवंटन कर दिया जाएगा। नोएडा एयरपोर्ट प्रोजेक्ट से प्रभावित परिवारों को जेवर बांगर में बसाने की योजनार पर काम चल रहा है। वहां पर 49 हेक्टेयर भूमि में भूखंड विकसित करने का काम यमुना प्राधिकरण को मिला है। उप्र शासन ने प्राधिकरण को यह जिम्मेदारी सौंपी है। वहां पर 3627 परिवारों को बसाया जाएगा। वहां सुविधाएं विकसित करने की जिम्मेदारी भी यमुना प्राधिकरण को मिली है। जेवर बांगर में किसानों को उच्च स्तरीय सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी। वहां पर सेक्टर जैसी सुविधाएं होंगी। नाली, सड़क, सीवर लाइन, पेयजल लाइन, स्कूल, विद्युत सब स्टेशन, धार्मिक स्थल आदि का प्रबंध किया जा रहा है। यमुना प्राधिकरण ने गत 6 मार्च को 240 भूखंड जिला प्रशासन को सौंप दिए थे। जिला प्रशासन ने नगला गणेशी गांव के किसानों को 238 भूखंड आवंटित कर दिए हैं। अब किसान वहां पर अपने आवास बनाएंगे। यमुना प्राधिकरण ने वहां पर 700 और भूखंड तैयार किए हैं। 24 मार्च से पहले इन भूखंडों को जिला प्रशासन को सौंप दिया जाएगा। यह भूखंड नगला छीतर गांव के किसानों को दिए जाएंगे। प्रशासन इस गांव के किसानों को यह भूखंड आवंटित करेगा। उम्मीद है कि 25 मार्च को यह आवंटन किया जाएगा। उधर, यमुना प्राधिकरण के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) डॉ. अरुण वीर सिंह का कहना है कि जिला प्रशासन भी पुनर्स्थापन एवं पुर्नव्यवस्थापन का काम तेजी से करा रहा है। जेवर बांगर में विकास कार्य तेजी से कराए जा रहे हैं। निर्धारित अवधि से पहले सभी भूखंड विकसित कर दिए जाएंगे।