सीईओ की सख्ती : डीजीएम ने कामचोर कर्मचारियों पर चलाया चाबुक

उदय भूमि ब्यूरो
ग्रेटर नोएडा। यमुना प्राधिकरण के सीईओ डॉ. अरुणवीर सिंह की सख्ती के बाद कामचोर और लापरवाह कर्मचारियों और बाबूओं पर चाबुक पड़ना शुरू हो गया है। पूर्व में दिये गये चेतावनी के बाद भी समय से कार्यालय में नहीं आने वाले और मनमर्जी से कार्यालय में अनुपस्थित रहने वाले दो दर्जन से अधिक कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई की गई है। सीईओ के निर्देश पर डीजीएम प्रोजेक्ट एके सिंह ने कार्यालय का निरीक्षण किया और कर्मचारियों की उपस्थिति की जांच की। डीजीएम ने एटेंडेंस रजिस्टर की भी जांच की। निरीक्षण के दौरान 28 कर्मचारी कार्यालय में अनुपस्थित मिले। इन सभी कर्मचारियों के एक दिन का वेतन काटने का आदेश जारी किया गया है। कर्मचारियों को समय से कार्यालय में उपस्थित रहने की ताकीद की गई है। नियम का उलंघन करने वालों के खिलाफ आगे और कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
यमुना प्राधिकरण के सीईओ डॉ. अरुणवीर सिंह वक्त पाबंद और अनुशासन को लेकर बेहद सख्त हैं। लगातार शिकायतें मिल रही थी कि कर्मचारी समय से कार्यालय नहीं आते हैं और अपने सीट पर नहीं बैठते हैं। शिकायतों का संज्ञान लेते हुए सीईओ ने डीजीएम एके सिंह को निरीक्षण कर इस मामले में कार्रवाई का निर्देश दिया। सीईओ के निर्देशानुसार डीजीएम ने कार्यालय का निरीक्षण किया। कार्यालय में उपस्थित होने का समय कार्मिक विभाग द्वारा 9 बजकर 40 मिनट निर्धारित है। डीजीएम ने शुक्रवार 6 जनवरी को 10 बजकर 5 मिनट पर एटेंडेंस रजिस्टर और कर्मचारियों की उपस्थिति की जांच की। जिसमें 28 कर्मचारी अनुपस्थित रहे। कार्यालय में अनुपस्थित रहने वाले विवेक गौड़, सुमित, कैलाश कुमार, चेतना, अंचल सिंह, सिद्धार्थ यादव, निखिल सोनी, उस्मान खान, नरेश नागर, मोहित कुमार, मुक्तेश कुमार, सौरभ शर्मा, अरशु हैदर, जतिन सक्सेना, मिन्हाल असगर, अक्षय महरोत्रा, विवेक भड़ाना, प्रशान्त कुमार, शिवम त्यागी, दिनेश बाबू शर्मा, विजय चाहर, राहुल रक्सवाल, हरेन्द्र सिंह, आजाद भाटी, मो. बसी, चेतन, विजय कुमार पाठक, सचिन कुमार, अमित कुमार, मंजीत शर्मा, शिव शंकर खरे के एक दिन का वेतन काटने का आदेश जारी किया गया है।