हरलाल स्कूल ऑफ लॉ में संविधान दिवस का आयोजन

-कर्तव्यों के प्रति जागरूक करना संविधान दिवस का मूल उद्देश्य: एचएस बंसल

ग्रेटर नॉएडा। हरलाल स्कूल ऑफ लॉ के विधिक सहायता केन्द्र द्वारा शनिवार को संविधान दिवस का आयोजन किया गया। संविधान दिवस के अवसर पर विधि विभाग के छात्र-छात्राओं द्वारा भाषण, नुक्कड़ नाटक और क्विज प्रतियोगिता की शानदार प्रस्तुति की गई। एलएलबी द्वितीय वर्ष की छात्रा कृति कोमल ने भाषण माध्यम से संविधान के महत्व पर प्रकाश डाला। बीएएलएलबी के छात्रों द्वारा नुक्कड नाटक के माध्यम से समाज में व्याप्त बुराइयों जैसे महिला उत्पीडन एवं साइबर क्राइम को उजागर किया तथा अभिनय के माध्यम से उन्हे दूर करने का उपाय भी बताया। इसके साथ ही संविधान पर क्विज प्रतियोगिता का भी आयोजन किया गया तथा छात्र-छात्राओं ने इसमें बढ़-चढ़ कर हिस्सा लिया।

हरलाल स्कूल ऑफ लॉ के चेयरमैन एचएस बंसल एवं प्राचार्य डॉ त्रिभुवन कुमार अग्रवाल ने संविधान की महत्वता पर प्रकाश डाला एवं विद्यार्थियों को उनके मौलिक अधिकारों के साथ-साथ मौलिक कर्तव्यों के प्रति जागरूक रहने की प्रेरणा भी दी। चेयरमैन एचएस बंसल ने बताया आज ही के दिन 1949 को संविधान सभा ने भारत के संविधान को अपनाया था। जिसको 26 जनवरी 1950 में लागू किया गया था। सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्रालय की अधिसूचना के बाद 2015 से हर साल 26 नंवबर को संविधान दिवस के तौर पर मनाया जाता है।

उन्होंने बताया एक भारतीय नागरिक होने के नाते आपको समानता का अधिकार, स्वतंत्रता का अधिकार, शोषण के विरुद्ध अधिकार, धार्मिक स्वतंत्रता का अधिकार, संस्कृति एवं शिक्षा से संबंधित अधिकार मिले हुए है। यदि आप के किसी भी अधिकार का हनन होता है, तो आपको संवैधानिक उपचारों का भी अधिकार प्राप्त है। इस मौके पर कार्यक्रम की संयोजक भाव्या सहायक आचार्य एवं अन्य प्राध्यापकगण अनुराग, डॉ सनातन शर्मा, डॉ प्रीति, अंशिका एवं मेघा तायल उपस्थित रहे।