चुनाव में सप्लाई के लिए बना रहे थे अवैध हथियार, दिल्ली एनसीआर में कर चुके 300 अवैध हथियारों की तस्करी

  • भोजपुर पुलिस ने किया अवैध हथियार फैक्ट्री का भंडाफोड़, अवैध हथियार समेत चार गिरफ्तार

गाजियाबाद। दिल्ली एनसीआर में अवैध हथियारों की सप्लाई एवं हथियार फैक्ट्री का भंडाफोड़ करते हुए भोजपुर पुलिस ने अवैध हथियार समेत चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है। पकड़े गए आरोपी 5 हजार रुपए के लिए तंमचा और 35 हजार रुपए के लिए पिस्टल बेंचते थे। जो कि अब तक करीब 300 से अधिक हथियारों की तस्करी कर चुके है। पकड़े गए आरोपी दिल्ल व यूपी में नगर निगम चुनाव को लेकर अलग-अलग जगह बदल कर हथियार बनाकर स्टॉक करने की फिराक में थे। जिससे चुनाव के दौरान उन हथियारों को अधिक दामों में बेच सकें। क्योंकि चुनाव आते ही हथियारों की डिमांड बढ़ जाती है।

शनिवार को भोजपुर थाने में प्रेसवार्ता के दौरान एसपी देहात डॉ ईरज राजा ने सीओ सुनील कुमार सिंह की मौजूदगी में बताया कि भोजपुर थाना क्षेत्र स्थित कस्बा फरीदनगर में काशीराम योजना के अंतर्गत बनाए गये फ्लैट काफी समय से बंद पड़े है। शुक्रवार रात मुखबिर से सूचना मिली की उक्त बंद पड़े फ्लैटों में हथियार बनाने एवं सप्लाई करने का काम चल रहा है। सूचना पर तत्काल कार्रवाई करते हुए भोजपुर पुलिस एवं एसओजी देहात की टीम गठित की गई। थाना प्रभारी बृज किशोर गौतम, एसआई श्रीनिवास गौतम, मानवेन्द्र सिंह, दिनेश कुमार, रामकिशन, यशपाल की टीम ने बताए गये स्थान पर छापेमारी की कार्रवाई की। छापेमारी के दौरान समीर पुत्र अनीस निवासी खत्ता रोड़ रसीद नगर ब्रहमपुरी मेरठ, रिहान पुत्र निजाम निवासी रसीदनगर ब्रहमपुरी मेरठ, सूरज वर्मा पुत्र सुनील वर्मा निवासी कृष्णपुरी गोविंदपुरी मोदीनगर, आर्यन त्यागी पुत्र स्व: बॉबी त्यागी निवासी ग्राम तल्हैटा भोजपुर को गिरफ्तार किया गया। जिनकी निशान देही पर 315 बोर के 8 तमंचे, 13 अधबने तमंचे, 32 बोर की दो पिस्टल सहित हथियार बनाने में प्रयुक्त औजार, बाइक व कार बरामद किया गया।

एसपी देहात ने बताया कि चुनाव आते ही अवैध हथियारों की डिमांड बढ़ जाती है। नगर निगम चुनाव के मद्देनजर आरोपियों ने अभी से हथियार बनाकर स्टॉक रखना शुरु कर दिया था। ताकि चुनाव में डिमांड के अनुसार सप्लाई किया जा सकें। पकड़े गए आरोपी दिल्ली व एनसीआर में करीब 300 से अधिक हथियारों की सप्लाई कर चुके है। तंमचा 5 हजार और पिस्टल 35 हजार रुपए में बेंचते थे। पकड़े गए आरोपियों में दो मेरठ में ब्रह्मपुरी के निवासी है। ब्रह्मपुरी और लिसाड़ी गेट में कई दशक से अवैध हथियार बनाने का काम होता है। आरोपी मेरठ में अवैध हथियारों का कारोबार बंद होने के बाद यहां हथियार बनाने का काम शुरु कर दिया। काशीराम योजना के अंतर्गत बनाए गये फ्लैट पिछले काफी समय से बंद है। जिस कारण कोई आता जाता भी नही था। पुलिस की नजरें भी इन फ्लैटों पर नहीं पड़तीं। इसी का फायदा उठाकर आरोपी बंद फ्लैटों में हथियार बनाने का काम कर रहे थे। इन आरोपियों ने किस-किसको तमंचे सप्लाई किए हैं, पुलिस इस बारे में भी जानकारी जुटा रही है। आरोपियों के खिलाफ मेरठ व भोजपुर थाने में 5-5 मुकदमें दर्ज है।