नोएडा एयरपोर्ट की डीपीआर के लिए रास्ता खुला

डीएमआरसी को सौंपी जाएगी जिम्मेदारी, शासन से मंजूरी

ग्रेटर नोएडा। नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट मेट्रो के लिए प्रयास तेज हो गए हैं। इसके लिए विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (डीपीआर) तैयार करने का जिम्मा दिल्ली मेट्रो रेल कारपोरेशन (डीएमआरसी) को सौंपा जाएगा। उत्तर प्रदेश शासन ने इसकी अनुमति दे दी है। डीएमआरसी जल्द डीपीआर के काम में जुट जाएगा। यमुना एक्सप्रेस-वे प्राधिकरण को इस संदर्भ में औद्योगिक विकास विभाग का पत्र मिल गया है। यमुना प्राधिकरण अब डीएमआरसी के अफसरों के साथ मीटिंग करेगा। नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट मेट्रो के लिए डीएमआरसी ने फरवरी 2019 में डीपीआर यमुना प्राधिकरण को सौंपी थी। इसमें एक्वा लाइन मेट्रो के नॉलेज पार्क-2 स्टेशन से नोएडा एयरपोर्ट तक मेट्रो ले जाने का सुझाव दिया गया था। प्रस्तावित रूट का 32.27 किमी भाग एलिवेटेड व 3.37 किमी भाग भूमिगत था। इस रूट पर 25 स्टेशन प्रस्तावित किए गए थे। परियोजना की कुल अनुमानित लागत 5708 करोड़ रुपए आंकी गई थी। यमुना प्राधिकरण ने यह रिपोर्ट लखनऊ मेट्रो रेल कारपोरेशन व उप्र शासन को भेजी थी। इसका तकनीकी आकलन नोएडा मेट्रो रेल कारपोरेशन से भी कराया गया। इसके बाद शासन ने परियोजना को अव्यावहारिक माना। शासन ने कहा कि स्टेशन की संख्या ज्यादा होने से यात्रा समय अधिक रहेगा। इससे परियोजना की उपयोगिता कम हो जाएगी। शासन ने यात्रा समय कम करने के लिए स्टेशन की संख्या कम रखने व मेट्रो ट्रैक को ज्यादा रफ्तार के लिए बनाने का सुझाव दिया था। इसके अलावा डीपीआर पुन: बनाने के निर्देश दिए गए थे। यमुना प्राधिकरण ने इस रिपोर्ट को डीएमआरसी से बनवाने की अनुमति शासन से मांगी थी। शासन ने प्राधिकरण के इस अनुरोध को मंजूरी दे दी है। यमुना प्राधिकरण अब डीएमआरसी के अधिकारियों के संग बैठक कर आगे की रणनीति पर विचार करेगा। उधर, यमुना प्राधिकरण के विशेष कार्याधिकारी (ओएसडी) शैलेंद्र भाटिया का कहना है कि इस बावत शासन का पत्र मिल गया है। जल्द डीएमआरसी के बैठक की जाएगी।