नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट : जेवर पहुंचे सीएम, शिलान्यास कार्यक्रम की तैयारियों को परखा

ग्रेटर नोएडा। नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट के शिलान्यास की तैयारियां जोरों पर चल रही हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंगलवार को जेवर पहुंच कर तैयारियों का जायजा लिया। सीएम योगी ने इस कार्यक्रम के संबंध में जनप्रतिनिधियों और अधिकारियों के साथ जरूरी बिंदुओं पर विचार-विमर्श भी किया। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ मंगलवार को जेवर पहुंचे। वहां पहुंच कर उन्होंने नोएडा एयरपोर्ट के शिलान्यास कार्यक्रम की जारी तैयारियों की बावत जानकारी ली। जनप्रतिनिधियों और शीर्ष अधिकारियों के साथ बैठक कर सीएम ने उन्हें जरूरी दिशा-निर्देश भी दिए। इस दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि यह इंटरनेशनल एयरपोर्ट 2024 में आरंभ हो जाएगा। यह उत्तर प्रदेश का 5वां अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा होगा।

अंतिम ड्राफ्ट दिखाया गया
सीएम के जेवर आगमन के मद्देनजर सरकारी मशीनरी सुबह से हरकत में नजर आई। जेवर में आए सीएम योगी को  शिलान्यास कार्यक्रम की तैयारियों का अंतिम ड्राफ्ट दिखाया गया। उन्हें प्रधानमंत्री के मंच के अलावा अन्य मंच, आम जनता के बैठने के स्थान, प्रधानमंत्री के उतरने के लिए हेलीपैड, आमजन के आने-जाने के रास्ते, प्रदूषण से बचाव और आपातकालीन स्थिति की योजना की जानकारी दी गई। कार्यक्रम स्थल पर ड्रोन व बम निरोधक दस्ता इत्यादि के जरिए जांच कर सुरक्षा व्यवस्था चाक-चौबंद की जाएगी। कार्यक्रम स्थल को एसपीजी अपने कब्जे में ले चुकी है। दरअसल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को इस प्रोजेक्ट का शिलान्यास करने आना है।

25 नवम्बर को पीएम-सीएम करेंगे शिलान्यास
नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट का शिलान्यास 25 नवंबर को होगा। इसके साथ 25 वर्षों का इंतजार खत्म होगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ एयरपोर्ट की आधारशिला रखेंगे। शिलान्यास कार्यक्रम को लेकर प्रशासन ने तैयारी तेज कर दी है। शिलान्यस भव्य और ऐतिहासिक होगा। यमुना प्राधिकरण के सीईओ डॉ. अरुणवीर सिंह स्वयं शिलान्यास कार्यक्रम को लेकर हर छोटी-छोटी चीजों पर नजर रख रहे हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के महत्वाकांक्षी नोएडा एयरपोर्ट प्रोजेक्ट को मुकाम तक पहुंचाने में यमुना प्राधिकरण के सीईओ डॉ. अरुणवीर सिंह का महत्वपूर्ण योगदान है। नोएडा एयरपोर्ट एशिया का सबसे बड़ा एयरपोर्ट होगा।

योजनाओं में भी आएगी तेजी
एयरपोर्ट के बनने से ना सिर्फ गौतमबुद्धनगर बल्कि पश्चिमी उत्तर प्रदेश के एक दर्जन से अधिक जिलो को इसका प्रत्यक्ष लाभ मिलेगा। ग्रेटर नोएडा, जेवर और एयरपोर्ट के आसपास का क्षेत्र देश का इंडस्ट्रियल हब बनेगा। यमुना प्राधिकरण क्षेत्र में देश-विदेश की कई बड़ी-बड़ी मल्टीनेशनल कंपनियों ने जमीन खरीदी है और भविष्य में कंपनियों की संख्या काफी बढ़ जाएगी। यहां पर मेडिकल डिवाइस पार्क, हैंडीक्राफ्ट पार्क, अपैरल पार्क, एमएसएमई पार्क और टॉय सिटी विकसित की जा रही है। एयरपोर्ट बनने के बाद इन योजनाओं में भी तेजी आएगी। जेवर क्षेत्र के गांवों को भी विकास के नए पंख लगेंगे। रोजगार के अधिक से अधिक अवसर पैदा होंगे।

आईजीआई एयरपोर्ट को देगा टक्कर
नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट यात्री किराये में आईजीआई एयरपोर्ट दिल्ली को कड़ी प्रतिस्पर्धा दे सकता है। विकासकर्ता कंपनी यमुना इंटरनेशनल एयरपोर्ट ने प्रदेश में सत्तासीन योगी आदित्यनाथ सरकार से मेगा इन्वेस्टमेंट पॉलिसी के तहत एविएशन परियोजना के लिए मिलने वाली रियायतों की मांग की है। अगर प्रदेश सरकार इसे स्वीकार कर लेती है तो नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट से उड़ान भरने वाले विमानों के यात्री किराये आईजीआई एयरपोर्ट दिल्ली की तुलना में कम हो सकते हैं। उत्तर प्रदेश में बड़े औद्योगिक निवेश को आकर्षित करने के लिए सरकार ने मेगा इन्वेस्टमेंट पॉलिसी लागू कर रखी है। इसके तहत प्रदेश में निवेश करने पर सरकार की ओर से कई रियायत मिलती है।

छूट देने का करार
प्रदेश सरकार ने एयरपोर्ट की विकासकर्ता कंपनी के साथ हुए स्टेट सपोर्ट एग्रीमेंट में नियम के मुताबिक मिलने वाली सभी सुविधाएं व छूट देने का करार किया था। यमुना इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड ने इन रियायतों को लेने के लिए प्रदेश सरकार में आवेदन किया है। स्वीकृत होने पर विकासकर्ता को इलेक्टिसिटी ड्यूटी, ब्याज में सब्सिडी, कर्मचारियों के पीएफ की प्रतिपूर्ति, जीएसटी में रियायत, पानी के शुल्क में छूट आदि मिल सकती हैं। इससे नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट, आईजीआई एयरपोर्ट से किराये में प्रतिस्पर्धा करते हुए यात्रियों को आकर्षित करने में कामयाब हो सकता है।