मल्टी मॉडल लॉजिस्टिक पार्क को लेकर काम तेजी पर दिसंबर तक निकाले जाएंगे टेंडर

सीईओ डॉ. अरुणवीर सिंह द्वारा योजनाओं की प्रगति की निगरानी के साथ उसे समयबद्ध तरीके से पूर्ण करने पर जोर दिया जा रहा है। मल्टी मॉडल लॉजिस्टक पार्क परियोजना प्राधिकरण की प्राथमिकता में शामिल है। जेवर क्षेत्र के टप्पल में डेवलप होने वाले मल्टी माूडल लॉजिस्टिक पार्क की डीपीआर कंपनी डिलाइट ने बनाई है। इस परियोजना को तीन चरणों में विकसित किया जाएगा। पीपीपी मॉडल पर विकसित होने वाली परियोजना का पहला चरण 205 एकड़ क्षेत्रफल में फैला होगा।

उदय भूमि ब्यूरो
ग्रेटर नोएडा। मल्टी मॉडल लॉजिस्टिक पार्क की योजना पर तेजी से काम चल रहा है। इस योजना के लिए कंसेसन एग्रीमेंट और रिक्वेस्ट फॉर प्रपोजल डिलाइट कंपनी बनाएगी। विकासकर्ता कंपनी के चयन के लिए दिसंबर तक निविदा निकालने की योजना है। प्राधिकरण की योजना है कि इस परियोजना तीन चरणों में पूरा किया जाये। पहले चरण 205 एकड़ में मल्टी मॉडल लॉजिस्टिक पार्क होगा। पब्लिक प्राइवेट पार्टनिशप ( पीपीपी ) मॉडल पर योजना पर काम होगा।
यमुना प्राधिकरण क्षेत्र में औद्योगिक विकास से संबंधित योजनाओं पर तेजी से काम चल रहा है। सीईओ डॉ. अरुणवीर सिंह द्वारा योजनाओं की प्रगति की निगरानी के साथ उसे समयबद्ध तरीके से पूर्ण करने पर जोर दिया जा रहा है। मल्टी मॉडल लॉजिस्टक पार्क परियोजना प्राधिकरण की प्राथमिकता में शामिल है। जेवर क्षेत्र के टप्पल में डेवलप होने वाले मल्टी माूडल लॉजिस्टिक पार्क की डीपीआर कंपनी डिलाइट ने बनाई है। इस परियोजना को तीन चरणों में विकसित किया जाएगा। पीपीपी मॉडल पर विकसित होने वाली परियोजना का पहला चरण 205 एकड़ क्षेत्रफल में फैला होगा। इस परियोजना पर लगभग 1079 करोड़ रुपए की लागत आएगी। योजना का दूसरा चरण 110 एकड़ और तीसरा चरण 40 एकड़ क्षेत्रफल में फैला होगा। इस परियोजना पर शासन पहले ही मुहर लगा चुका है। प्राधिकरण ने डीपीआर बनाने वाली कंपनी डिलाइट से कंसेसन एग्रीमेंट और रिक्वेस्ट फॉर प्रपोजल बनाने के लिए कहा है। अधिकारियों ने कंपनी से कहा है कि वह जल्द इस काम को पूरा कर दें। ताकि दिसंबर तक टेंटर निकाल दिए जाएं। इसमें वेयरहाउसिंग, साइलो (स्टोरेज के लिए), कंटेनर यार्ड और रेल जोन बनाए जाएंगे। इस पार्क में आवासीय, व्यावसायिक और संस्थागत की गतिविधियां भी होंगी।
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