अवैध मदरसा जमींदोज, बुलडोजर चलाकर खाली कराई गई सरकारी भूमि

लखनऊ। उत्तर प्रदेश में अवैध निर्माण के खिलाफ कार्यवाही का सिलसिला निरंतर जारी है। अमरोहा जनपद में सरकारी भूमि पर बनाए गए मदरसे को शनिवार को जमींदोज कर दिया गया। भूमि संबंधी प्रशासनिक जांच पूरी होने के बाद यह कार्यवाही की गई। आरोप है कि ग्राम समाज की भूमि पर गलत तरीके से निर्माण कर लिया गया था। वहां जुमे की नमाज को लेकर भी विवाद चल रहा था। उधर, मदरसा प्रबंधक ने इस कार्यवाही पर सवाल उठाए हैं। प्रबंधक का कहना है कि यह मदरसा उनके पूर्वजों की जमीन पर बनाया गया था। अमरोहा की हसनपुर तहसील के जेबड़ा मुस्तकम गांव में यह कार्यवाही की गई है।

प्रशासन का कहना है कि जेबड़ा मुस्तकम में ग्राम समाज की भूमि पर निर्मित मदरसे को ध्वस्त कराया गया है। पिछले कई साल से मदरसा संचालित किया जा रहा था। कुछ माह पहले मदरसे में जुमे की सामूहिक नमाज अता किए जाने पर गैर संप्रदाय के नागरिकों ने विरोध किया था। विवाद गहराने पर प्रशासन ने दोनों पक्षों को थाने बुलाकर बातचीत की थी। बगैर किसी अनुमति के मदरसे में सामूहिक नमाज अदा न करने की हिदायत दी गई थी। वहीं, ग्रामीणों ने आरोप मढ़ा था कि ग्राम समाज की भूमि पर अवैध निर्माण कर मदरसा स्थापित किया गया है। तहसील प्रशासन ने जांचोपरांत ध्वस्तीकरण की कार्यवाही को अंजाम दिया है।

इस दौरान एहतियात के तौर पर भारी संख्या में पुलिस फोर्स मौजूद रही। वहीं, मदरसा प्रबंधक इश्तियाक अहमद ने दावा किया है कि मदरसा उनके पुरखों की जमीन पर बनाया गया था। वर्ष-1961 में उनके दादा कादर बक्श के नाम ग्राम समाज से पर्ची काटकर भूमि उन्हें दी गई थी। नियमानुसार पंजीकरण कराकर मदरसे का संचालन हो रहा था। उधर, उप-जिलाधिकारी (एसडीएम) सुधीर कुमार ने बताया कि ग्राम समाज की भूमि में मदरसा चलाया जा रहा था। बिना अनुमति सामूहिक नमाज अता होने का दूसरे संप्रदाय के नागरिक विरोध कर रहे थे।