आईएएस बनकर आईपीएस से करवाता था काम, अब जाएगा जेल

उत्तर प्रदेश से लेकर बिहार तक रौब झाड़ता था फर्जी आईएएस

गृह मंत्रालय में टाईपिस्ट की नौकरी छोड़ बन गया फर्जी आईएएस

गाजियाबाद। फर्जी आईएएस बनकर उत्तर प्रदेश से लेकर बिहार तक पीपीएस अधिकारियों से थाना प्रभारियों को धौंस देकर काम करवाने वाला एक शातिर अपराधी को खोड़ा पुलिस ने गिरफ्तार किया है। पुलिस ने पकड़े गये अभिषेक निवासी बिहार हाल खोड़ा के पास से एक मोबाइल और दस्तावेज बरामद किए।

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इस संदर्भ में सीओ इंदिरापुरम अंशु जैन ने बताया कि एक शिकायत के आधार पर खोड़ा थाना प्रभारी मोहम्मद असलम की टीम ने अभिषेक कुमार चौबे पुत्र सचिदानन्द चौबे निवासी आजाद विहार खोड़ा कॉलोनी को रविवार दोपहर घर से गिरफ्तार कर लिया। सीओ ने बताया कि अभिषेक कुछ वर्ष पहले गृह मंत्रालय में टाईपिस्ट की नौकरी कर चुका था। उसी समय उसके मन में इस तरह का गोरखधंधा करने का विचार आया, जिसके बाद उसने एक आईएएस अधिकारी जो अब रिटायर हो चुके हैं, की फोटो अपनी डीपी व आईडी पर लगाकर उनके नाम का ही प्रयेाग करने लगा।

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उसके बाद उसने उन्हीं आईएएस अधिकारी के नाम पर पुलिस अधिकारियों एवं प्रशासनिक अधिकारियों को फोने करके काम करवाने शुरू कर दिए। उन्होने बताया कि आरोपित ने गाजियाबाद, नोएडा, बिजनौर, संभल समेत विभिन्न राज्यों के अधिकारियों को डरा-धमकाकर अवैध काम करवाए है। जिसका अपराधिक इतिहास भी खंगाला जा रहा है। मोबाइल में पुलिस अधिकारियों से बातचीत की रिकार्डिंग मिली है, उससे पता चला कि उसने सेवानिवृत्त आइएएस आरएन चौबे और गृह मंत्रालय के अपर सचिव अमरेंद्र तिवारी बनकर पुलिस अधिकारियों को काल किया था। उनसे अपना और जान पहचान वालों का काम कराने का प्रयास किया था। आरएन चौबे के नाम से वाट्सएप पर खाता बनाया था। ट्रूकालर पर भी आरएन चौबे नाम सेव कर रखा था। उनकी फोटो भी लगा रखी थी।

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सीओ ने बताया कि आरोपित अभिषेक ने जिन लोगों को फोन किया उनमें अपर पुलिस महानिदेशक प्रशांत कुमार, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक संभल, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक गोपालगंज बिहार, पुलिस क्षेत्राधिकारी इंदिरापुरम, पुलिस क्षेत्राधिकारी प्रथम गाजियाबाद प्रमुख हैं। इनके अलावा  वह आधा दर्जन से अधिक थाना प्रभारियों को काल कर काम कराने का प्रयास कर चुका है। उसके खिलाफ धोखाधड़ी, सूचना प्रोद्यौगिकी अधिनियम व अन्य धारा में रिपोर्ट दर्ज की गई है।