गाजियाबाद के लिए गौरव की बात, देश में नंबर-1 बना डासना देहात रूर्बन क्लस्टर

गाजियाबाद। जिले के लिए यह गौरव की बात है। डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी रूर्बन मिशन भारत सरकार ग्रामीण विकास मंत्रालय द्वारा चयनित किए गए 300 रूर्बन क्लस्टर में जनपद ने 99.66 प्रतिशत अंक प्राप्त कर डासना देहात रूर्बन क्लस्टर ने देश में नंबर-1 की रैंकिंग प्राप्त की है। जिलाधिकारी राकेश कुमार सिंह के कुशल निर्देशन एवं प्रयास से यह उपलब्धि हासिल हुई। इसमें आत्मा गांव की और सुविधाएं शहर की उपलब्ध कराई गई। डॉ.श्यामा प्रसाद मुखर्जी रूर्बन मिशन, भारत सरकार ग्रामीण विकास मंत्रालय द्वारा वर्ष-2016 में अतुलनीय क्रांति के उद्देश्य से ग्रामीण क्षेत्रों में आर्थिक, तकनीकी, सामाजिक और भौतिक बुनियादी सुविधाओं का प्रावधान कर समग्र क्षेत्र को विकसित करने के लिए यह योजना शुरू की।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में प्रदेश के कई क्षेत्रों में इस रूर्बन क्लस्टर मिशन को विराट रूप दिया गया। जिलाधिकारी राकेश कुमार सिंह ने बताया कि इसके तहत ग्रामीण क्षेत्रों में जनसंख्या घनत्व,रोजगार के क्षेत्र,कृषि रोजगार,पुरुष-महिला अनुपात,साक्षरता दर,क्रियाशील जनसंख्या,आर्थिक गति विधियों के आधार पर रैंकिंग की जाती है। ग्रामीण जनजीवन के मूल स्वरूप को बनाए रखते हुए 25 हजार से 50 हजार तक की आबादी वाले गांवों रुर्बन क्लस्टरों के अनुरूप शहरी मानकों के आधार पर विकसित किया जाता है। उन्होंने बताया कि भारत सरकार द्वारा जनपद के डासना देहात गांव का चयन किया गया था। दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस-वे व एनएच-9 से सटा है। इसका क्षेत्र ईस्टर्न पेरीफेरल एक्सप्रेस-वे से भी जुड़ा हुआ हैं। उन्होंने बताया कि डासना देहात ग्राम पंचायत में 8 मजरे इंद्रगढ़ी, राजीव पुरम, मयूर विहार, गुर्जरगढ़ी, भूडग़ढ़ी, उस्मान गढ़ी, कल्लूगढ़ी, कुडिय़ा गढ़ी शामिल हैं। इन्हें डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी रूर्बन मिशन के तहत विकसित किया गया। डासना देहात क्लस्टर का विकास करने के लिए इसकी 98.35 करोड़ रुपए की डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट (डीपीआर) तैयार की गई थी।

इसमें क्रिटकल गैप फंड (सीजीएफ) मद में 29.54 करोड़ भारत सरकार व 68.81 करोड़ की धनराशि केंद्र व राज्य परियोजनाओं के माध्यम से खर्च किया गया। वर्ष-2017 से 2023 तक सीजीएफ के तहत 29.40 करोड़ रुपए की धनराशि प्राप्त हुई। इसमें 29.29 करोड़ रुपए क्षेत्र के विकास कार्यों में खर्च किए गए। इस धनराशि से प्राथमिक व उच्च प्राथमिक विद्यालयों में कंप्यूटर लैब, डिजिटल क्लास रूम, सोलर प्लांट की स्थापना, सोलर स्ट्रीट लाइट,सामुदियक केंद्र,तालाब डिसिल्टिंग से हेल्थ सेंटर,आरसीसी नाला, मल्टीपर्पज हॉल,स्पोट्र्स सुविधाएं शामिल हैं। डासना देहात क्लस्टर क्षेत्र में यह कार्य होने के बाद शिक्षा में सुधार,स्कूलों में बच्चो के लिए स्वच्छ जल उपलब्ध कराने, रेन वॉटर हार्वेस्टिंग सिस्टम, सब हेल्थ सेंटर में सुधार, रोजगार उपलब्ध कराने में सहायता, शादी-विवाह के लिए सामुदायिक केंद्र का निर्माण एवं मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह कार्यक्रम का आयोजन, जल जीवन मिशन के अंतर्गत हर घर नल से जल की उपलब्धता व ग्रामीण क्षेत्र में बुनियादी ढांचे में सुधार, आधुनिक सुविधाएं, औद्योगिकीकरण को बढ़ावा देकर शहरी प्रवास को कम करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।

अमृत काल में ग्रामीण विकास मंत्रालय द्वारा आयोजित श्यामा प्रसाद मुखर्जी रूर्बन मिशन के तहत गांव व आसपास के क्षेत्रों में सकरात्मक बदलाव ला रहा है। इसके लिए चयनित 300 रूर्बन क्लस्टर में 99.66 अंक प्राप्त कर देश में जिला प्रथम स्थान पर रहा। इस क्लस्टर में 16 कंपोनेंट में विभिन्न परिसंपत्तियों का निर्माण करते हुए डासना देहात में शहरी सुविधाएं उपलब्ध कराई गई। इनमें मुख्य रूप से 24 घंटे सात दिन पाइप से पानी की सप्लाई,धर्मवीर कॉलोनी में 500 किलोलीटर,उस्मानगढ़ी में 225 किलोलीटर गुर्जरगढ़ी में 50 किलोलीटर,कल्लूगढ़ी में 950 किलोलीटर कुल 1725 किलो लीटर के ओवर हेड टैंक पानी टंकी का निर्माण कराकर 626 परिवारों को पानी के कनेक्शन दिए गए। इस पर 7.08 करोड़ रुपए खर्च हुए। नागरिकों को सर्विस सेंटर कंपोनेंट अंतर्गत उस्मानगढ़ी में 126 करोड़ रुपए की लागत से सामुदायिक केंंद्र का निर्माण कराया गया। इसमें लगभग 10 गांवों के लोग सांस्कृतिक कार्यक्रम करा सकते हैं। इसके अलावा मल्टीपर्पज हॉल, स्पोट्र्स सुविधा एवं कॉमन सर्विस सेंटर का 5.29 करोड़ रुपए की लागत से निर्माण कराया गया।

इसके साथ ही ठोस एवं तरल अपशिष्ट प्रबंधन कंपोनेंट में 431 किलोमीटर आरसीसी से नाले का निर्माण कराया गया। इस पर 695 करोड़ रुपए खर्च किए गए। ठोस एवं तरल अपशिष्ट प्रबंधन कंपोनेंट के तहत 9 तालाबों की 53.04 लाख में डिसिल्टिंग कराई गई। एक्सेस टू विलेज स्ट्रीट बिंद डेंस कंपोनेंट में 4.46 करोड़ की लागत से 6.12 किलोमीटर सीसी रोड व इंटरलॉकिंग टाइल्स बिछाई गई। डिजिटल सुविधाएं में 4 उच्च प्राथमिक विद्यालयों में कंप्यूटर लैब तथा प्राथमिक विद्यालयों में स्मार्ट क्लास रूम एवं 12 विद्यालयों में स्वच्छ पानी की सप्लाई के लिए सोलर आरओ वाटर प्लांट की 1.59 करोड़ रुपए की लागत से स्थापित किया गया। स्वास्थ्य में दो सब हेल्थ सेंटर का जीर्णोंद्वार 12.79 लाख की लागत से कराया गया। 98.85 लाख रुपए की लागत से स्ट्रीट लाइट के लिए 435 सोलर स्ट्रीट लाइट लगाई गई हैं।