साउथ फिल्मों के अभिनेता सूर्या से कार्यकारी राष्ट्रीय महामंत्री तरुण मिश्र ने की मुलाकात

-ब्राहण समाज के उत्थान एवं फिल्म जगत को लेकर विभिन्न मुद्दों पर हुई चर्चा

चेन्नई। दक्षिण साउथ की फिल्मों का चलन इनके एक्शन और मनोरंजक सिनेमाई स्टोरी लाइन के कारण पूरे देश के दर्शकों के बीच प्रचलित हुआ। दक्षिण भारतीय फिल्मों की हिंदी डबिंग का प्रचलन शुरू होने के बाद बिहार-यूपी जैसे हिंदी भाषी क्षेत्रों के लोग भी इन फिल्मों के दीवाने हो गए। हवा में उड़ती गाडिय़ां और गजब के फाइटिंग सीन इन सभी बातों ने साउथ फिल्मों को पूरे देश में प्रचलित कर दिया। इन फिल्मों के हित होने का एक बड़ा कारण इनमें काम करने वाले एक्टर्स को भी माना जाता है। जिस तरह से हिंदी सिनेमा के पास अमिताभ बच्चन, धर्मेंद्र आदि जैसे सुपर स्टार्स रहे हैं। उसी तरह दक्षिण भारतीय फिल्मों को कमल हासन, रजनीकांत, अजित जैसे सुपर स्टार के साथ सूर्या मिले। उक्त बातें शनिवार को भारत के फिल्मी सुपरस्टार, निर्माता एवं फिल्म अभिनेत्री ज्योतिका के पति अभिनेता सूर्या से अखिल भारतवर्षीय ब्राह्मण महासभा के कार्यकारी राष्ट्रीय महामंत्री तरुण मिश्र ने ब्राह्मण समाज के उत्थान और फिल्म जगत को लेकर विभिन्न मुद्दों पर हुई चर्चा के दौरान कहीं।

उन्होंने कहा वैसे तो हम सिंघम के रूप अजय देवगन को जानते हैं मगर असली सिंघम सूर्या ही हैं। तमिल इंडस्ट्री में सूर्या एक एक्शन हीरो के रूप में बहुत प्रतिष्ठित हैं। इनका फैन बेस भी जबरदस्त है। इन्हें काखा काखा, गजनी, काप्पान और वारानम आयिरम जैसी फिल्मों के लिए जाना जाता है। कार्यकारी राष्ट्रीय महामंत्री तरुण मिश्र ने कहा साउथ सुपरस्टार सूर्या की बहुत ही जबरदस्त फैन फॉलोइंग है। तमिलनाडु की जनता तो बहुत ही प्यारी करती ही है, उसके बाहर भी लोग उन्हें दिलों-जान से चाहते हैं। ऐसा नहीं है कि अभिनेता सूर्या उनसे प्यार नहीं करते। वह भी उनकी मदद के लिए हमेशा तैयार खड़े रहते हैं। जैसे फिल्मों में वह लोगों की हीरो बनकर मदद करते हैं। वैसे रियल लाइफ में भी वह एक पैर पर फैन्स की जरूरतों को पूरा करते हैं। जिसका उदाहरण उस वक्त देखने को मिला जब वह खुद उस फैन के घर पहुंचे, जिसकी एक्सीडेंट में मौत हो गई और वहां जाकर उन्होंने परिवार का गम बांटा। साथ ही वादा किया कि वह उनकी हर जरूरत को पूरा करेंगे। अभिनेता सूर्या बेहद ही सरल स्वभाव के हैं।

इस दौरान तरुण मिश्र ने कहा आज का दौर साउथ फिल्मों का हैं, साउथ कि फिल्मों का रिमेक बॉलीवुड में चल रहा हैं। आपकों भी बॉलीवुड की फिल्मों में काम करना चाहिए। ऐसा नही है कि आपके फैन सिर्फ तमिलनाडु में ही हैं। देश के विभिन्न राज्यों की जनता आपकों बॉलीवुड के पर्दे पर देखने के लिए बेताब हैं। जिससे साउथ फिल्मों की बॉलीवुड में हो रही रिमेक की प्रथा को तोड़ा जा सकें। इस दौरान उन्होंने ब्राह्मण समाज के उत्थान को लेकर हुई चर्चा में कहा कि फिल्मों में जिस तरह से ब्राह्मण समाज के आचरण को दर्शाया जा रहा हैं। उससे समाज पर बुरा असर पड़ रहा हैं। क्योंकि जो फिल्मों में दिखाया जाता है, उसका असर लोगों के दिमाग पर पड़ता है और वह फिर वैसा ही व्यवहार करता हैं। यह विषय बहुत ही चितंनीय है। 30 मिनट की हुई मुलाकात में अभिनेता सूर्या ने कहा फिल्मों में जिस किरदार को हम निभाते है, उसका सिर्फ एक ही उद्देश्य है कि लोग मंनोरजन करें। हमारा उद्देश्य किसी भी धर्म को नीचा दिखाना नही होता हैं। रही बात बॉलीवुड की फिल्मों में काम करने की तो अगर कभी मौका मिला तो उसमें भी काम किया जाएगा।