लोकसभा चुनाव: शराब तस्करों पर भारी पड़ी आबकारी विभाग की रणनीति, आबकारी अधिकारी ने संभाला मोर्चा

-हाईवे से लेकर राजमार्ग तक मतदान से एक दिन पूर्व सड़कों पर मुस्तैद रही आबकारी विभाग की टीम

गौतमबुद्ध नगर। लोकसभा चुनाव के दूसरे चरण में शुक्रवार को वोट डाला गया। वहीं लोकसभा चुनाव को सकुशल संपन्न कराने के लिए आबकारी अधिकारी भी पूरी तरह से चौकन्ने दिखाई दिए। चुनाव शांतिपूर्ण के साथ ही निष्पक्ष तरीके से संपन्न हो, इसके लिए तमाम कवायदें की गई। लोकसभा चुनाव के दूसरे चरण में होने वाले मतदान को लेकर जनपद गौतमबुद्ध नगर में 48 घंटे पहले ही जनपदीय शराब की सभी दुकानें बंद करा दी गई। शांतिपूर्ण और स्वच्छ माहौल में चुनाव कराने के लिए शराब के ठेकों को भी बंद करने का आदेश जारी किया गया था। 26 अप्रैल को चुनाव प्रक्रिया पूरी होने के बाद तक दुकानें बंद रही। आखिरी समय में मतदाताओं को रिझाने के लिए तरह-तरह के प्रयास किया जाते है। जिसके चलते शराब बांटने की भी आशंका रहती है। इसलिए मतदान से 48 घंटे पहले ही सभी शराब की दुकानों को बंद करने का आदेश जारी हो गया था। इसी के साथ जनपद में शराब तस्करी न हो और परिवहन न हो इसके लिए आबकारी अधिकारी अपने मातहतों के साथ सड़कों पर मुस्तैद नजर आए। बाहरी राज्यों से आने वाले सभी वाहनों को एक-एक कर चेक करने के बाद ही आगे जाने दिया।

हालांकि आबकारी विभाग की मुस्तैदी के चलते इस बार लोकसभा चुनाव में शराब तस्करों की मंशा पर पूरी तरह से पानी फिर गया। बाहरी राज्यों से होने वाली शराब तस्करी रोकने में आबकारी अधिकारी की रणनीति पूरी तरह से सफल नजर आई। गौरतलब हो कि लोकसभा चुनाव की घोषणा होने के बाद से ही आबकारी अधिकारी ने अपनी रणनीति तैयार कर ली थी। शराब तस्करी रोकने और माफिया को जेल भेजने की नीति पूरी तरह कारगार साबित हुई। यह सब अन्य विभागों से आपसी समन्वय और आबकारी विभाग की जागरूकता और उनकी स्पेशल टीम की मेहनत का नतीजा है। चुनाव के दौरान छोटे तस्कर हों या फिर बड़े माफिया सभी को सलाखों के पीछे भेजने का काम किया है। चुनाव के दौरान माफिया ने कई बार गौतमबुद्ध नगर की सीमा में कदम रखने का प्रयास किया, मगर उनके कदम रखते ही आबकारी विभाग की स्पेशल टीम ने सलाखों के पीछे भेज दिया। इसी के साथ शराब की दुकानों पर भी पूरी तरह से निगरानी रखी गई। जिससे दुकानों से होने वाली अवैध रूप से शराब की पूर्ति को रोका जा सकें। क्योंकि बाहरी राज्यों से शराब तस्करी को लेकर सख्ती होने के बाद वोटरों को रिझाने के लिए प्रत्याशी लाइसेंसी शराब की दुकानों से भी शराब खरीदने की जुगत में थे। मगर वह भी इसमें नाकामयाब साबित हुए।

इसी क्रम में मतदान से एक दिन पूर्व गुरुवार रात को हाईवे पर जिला आबकारी अधिकारी सुबोध कुमार श्रीवास्तव खुद आबकारी निरीक्षकों के साथ मोर्चा संभाले नजर आए। जिससे बाहरी राज्यों से होने वाली शराब तस्करी को पूरी तरह से रोका जा सकें। वहीं हाईवे पर आबकारी विभाग की टीम को देखकर एकाएक वाहन चालकों में भी हड़कंप मच गया। वाहनों को चेक करने के बाद चालकों को शराब तस्करी न करने की सख्त हिदायत दी गई। जिला आबकारी अधिकारी सुबोध कुमार श्रीवास्तव ने बताया गुरुवार रात को आबकारी निरीक्षक आशीष पाण्डेय, नामवर सिंह की टीम के साथ सिरसा एवं लोहारली टोल पर चेकिंग अभियान चलाया गया। चेकिंग के दौरान दिल्ली-हरियाणा से आने वाले छोटे-बडे वाहनों को चेक किया गया। साथ ही चेतावनी भी दी गई कि अगर वाहन में बाहरी राज्यों की शराब मिली तो संबंधित के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। लोकसभा चुनाव के दूसरे चरण में शुक्रवार को होने वाले मतदान को लेकर शराब तस्करी की आशंका के बीच चेकिंग अभियान चलाया गया।

साथ ही क्षेत्र में शराब तस्करों के संबंधित ठिकानों पर भी दबिश दी गई। इसके अलावा चुनाव के चलते बंद शराब की दुकानों की भी चेकिंग की गई। जिसमें दुकानें पूरी तरह से बंद पाई गई। चुनाव को सकुशल संपन्न कराने के लिए पूर्व में भी आबकारी निरीक्षकों के साथ लगातार बैठक कर शराब तस्करों के खिलाफ कार्ययोजना तैयार कर ली गई थी। जिसके चलते जनपद में चुनाव सकुशल संपन्न हुआ। जिसमें आबकारी विभाग की टीम ने पूरी तरह से दिन-रात मोर्चा संभाले रखा। वहीं क्षेत्र के लोगों की जागरूकता के चलते भी शराब तस्करी की घटना में कमी आई है। बाहरी राज्यों की शराब तस्करी हो या फिर क्षेत्र में लाइसेंसी शराब की दुकानों से शराब खरीद कर तस्करी हो, शराब तस्करी की घटना को रोकना और लोगों में अवैध शराब के खिलाफ जागरुकता लाना आबकारी विभाग की प्राथमिकता में शुमार है। शराब तस्करों के खिलाफ आबकारी विभाग की कार्रवाई आगे भी जारी रहेगी।