गाजियाबाद में बेखौफ बदमाश तो कमिश्नरेट सिस्टम पर उठे सवाल, दिनदहाड़े मोबाइल व्यापारी की गोली मारकर हत्या

-चौकी से कुछ दूरी पर दिनदहाड़े मोबाइल व्यापारी की दुकान में घुसकर गोली मारकर हत्या
-घटना के 7 मिनट बाद दहशत फैलाने की हवाई फायरिंग कर फरार हुए बदमाश

गाजियाबाद। उत्तर प्रदेश में कानून व्यवस्था को दुरुस्त करने के लिए योगी सरकार ने कई जिलों में कमिश्नरेट सिस्टम को लागू किया था। गाजियाबाद भी उनमें से ही एक है, लेकिन जिले में बेखौफ बदमाश पुलिस को खुली चुनौती दे रहें है। गाजियाबाद के अलग-अलग थाना क्षेत्र में हर दिन लूट, चोरी और गोली कांड जैसे संगीन वारदातों को सरेराह अंजाम देकर फरार हो जाते है। गाजियाबाद में लगातार हो रही इन वारदातों से कमिश्नरेट सिस्टम की पुलिसिंग को लेकर सवाल खड़े कर दिए हैं। मंगलवार को बदमाशों ने पुलिस को खुली चुनौती देते हुए दिनदहाड़े दुकान में घुसकर मोबाइल व्यापारी की गोली मारकर हत्या कर दी। व्यापारी के छाती और सिर में गोली लगी है। सूचना पाकर मौके पर डीसीपी ग्रामीण पुलिस फोर्स के साथ घटनास्थल पर पहुंचे। दिनदहाड़े हुई व्यापारी की हत्या से व्यापारियों में रोष है। व्यापारियों ने दुकान बंद कर अपना विरोध जाहिर किया। करीब सात मिनट तक बदमाश मौके पर रहे। लेकिन पुलिस ने आने की जरूरत नहीं समझी।

मुरादनगर कस्बे की न्यू डिफेंस कॉलोनी निवासी मुकेश गोयल (43) की रेलवे रोड पुलिस चौकी के ठीक सामने मोबाइल की दुकान है। मंगलवार सुबह करीब 9 बजे रोजाना की तरह उन्होंने दुकान खोली थी। अंदर सफाई कर रहे थे। तभी बुलेट पर सवार दो नकाबपोश बदमाश दुकान में घुसे और पिस्टल से गोली चला दी। घटना को अंजाम देने के बाद बाहर निकले और फायरिंग करते हुए फरार हो गए। ताबड़तोड़ गोलियों की आवाज सुनकर व्यापारी इक_ा हो गए और घायल व्यापारी को उपचार के लिए नेहरुनगर स्थित यशोदा अस्पताल में भर्ती कराया। जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। डॉक्टरों का कहना है कि अस्पताल पहुंचने से पहले ही व्यापारी मुकेश गोयल की मौत हो चुकी थी। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।

मुकेश गोयल तीन भाई थे, जिसमें एक भाई की कोरोना से पहले ही मृत्यु हो गई थी और मुकेश तीनों भाईयों में दुसरे नंबर पर था। मुकेश के दो बच्चे हैं। मोबाइल शॉप के बराबर में ही उनकी कन्फेक्शनरी की भी दुकान थी। जहां कयास लगाए जा रहे है कि घटना से पहले हमलावर घात लगाकर बैठे हुए थे। क्योंकि दुकान खुलने के 20 मिनट बाद ही हमलावर दुकान में घुसे और गोली मारकर फरार हो गए।
डीसीपी ग्रामीण रवि कुमार ने बताया मंगलवार सुबह 9 बजे मुरादनगर में रेलवे रोड पर मुकेश गोयल अपनी दुकान पर बैठे हुए थे। जिन्हें अज्ञात बदमाशों द्वारा गोली मारी गई। जहां उनके छाती और सिर में गोली मारी गई है। शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। फील्ड यूनिट, क्राइम ब्रांच टीम मौके पर पहुंच गयी है। पुलिस की पांच टीमों का गठन किया गया है। जल्द ही घटना का खुलासा किया जाएगा।

40 लाख के लेनदेन पर विवाद!
सूत्रों का कहना है कि इस घटना में मकान के लेनदेन का विवाद भी सामने आ रहा है। दरअसल, मुकेश गोयल ने कुछ दिन पूर्व रेलवे रोड पर ही एक मकान बेचा था। इस मकान का सौदा 90 लाख रुपए में तय हुआ था। सर्किल रेट के हिसाब से 50 लाख रुपए की रकम मुकेश को मिल गई थी, शेष बाकि 40 लाख रुपए के लेनदेन को लेकर उनका दूसरे पक्ष से कुछ विवाद चल रहा था। इस हत्याकांड में मुरादनगर थाने का गैंगस्टर शेखर चौधरी का नाम भी सामने आ रहा है। शेखर पर हत्या, लूट, रंगदारी के 40 से ज्यादा मुकदमे दर्ज हैं और फिलहाल वो गाजियाबाद की जेल में बंद है।

चौकी से चंद कदमों की दूरी पर दिनदहाड़े चली गोलियां
मंगलवार सुबह दिनदहाड़े हुए व्यापारी मुकेश की हत्या ने कमिश्नरेट सिस्टम की पुलिसिंग को लेकर सवाल खड़े कर दिए है। चौकी से चंद कदमों की दूरी पर बदमाश हत्या जैसी वारदात को अंजाम देकर फरार हो गए। गोली की आवाज सुनकर व्यापारियों की भीड़ तो जमा हो गई, लेकिन गोली की आवाज पुलिस के कानों तक नहीं पहुंची। घटना के करीब सात मिनट बाद बदमाश बुलेट पर बैठकर तीन रांउड हवाई फायरिंग करते हुए फरार हो गए। अगर पुलिस थोड़ी भी सर्तकता दिखाती तो शायद बदमाश पुलिस की गिरफ्त में होते। लेकिन यह सब मुमकिन नहीं है, क्योंकि पुलिस काम घटना के बाद पहुंच कर जांच करना है।