और मजबूत होंगे भारत-अमेरिका के रिश्ते

यूएस के नए राष्ट्रपति बाइडेन ने जाहिर की मंशा

वॉशिंगटन। अमेरिका में सत्ता परिवर्तन के बाद भारत के लिए अच्छी खबर सामने आई है। सभी अटकलों से परे अमेरिका ने भारत को अह्म साझेदार माना है। दोनों देशों के रिश्ते मजबूती के साथ आगे बढ़ने की उम्मीद भी जाहिर की गई है। इस बयान से चीन और पाकिस्तान को मिर्ची लगना तय है। जो बाइडेन ने अमेरिका के नए राष्ट्रपति की जिम्मेदारी संभाल ली है। चीन और पाकिस्तान अंदर-अंदर इस बात को लेकर प्रसन्न हो रहे थे कि डोनाल्ड ट्रंप की विदाई के साथ भारत-अमेरिका के रिश्तों पर प्रभाव पड़ेगा। ऐसे में चीन-पाकिस्तान अपने लिए अवसर तलाशने लगे थे, मगर अमेरिका के नव-निर्वाचित राष्ट्रपति जो बाइडेन ने अपनी मंशा को साफ कर दिया है। व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव जेन साकी ने कहा है कि राष्ट्रपति जो बाइडेन भारत-अमेरिका के मध्य सफल द्विपक्षीय संबंधों का सम्मान करते हैं। उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति बाइडेन ने कई बार भारत का दौरा किया है। वह भारत के साथ अमेरिका के संबंधों का सम्मान करते हैं। यह सिलसिला आगे भी जारी रहेगा। कमला हैरिस के उप-राष्ट्रपति बनने पर जेन साकी ने कहा कि किसी भारतीय-अमेरिकी का उप-राष्ट्रपति बनना निश्चित रूप से हम सभी के लिए ऐतिहासिक क्षण है। इससे भारत-अमेरिका के रिश्ते पहले से ज्यादा मजबूत हो गए हैं। उन्होंने कहा कि दोनों देशों के मध्य बेहतर संबंध रहे हैं। नए राष्ट्रपति इस परंपरा को आगे बढ़ाना चाहते हैं। सनद रहे कि शुरुआत में ऐसी खबरों ने पाकिस्तान को उत्साहित कर दिया था कि जो बाइडेन भारत की कुछ नीतियों से खफा हैं। पाकिस्तान ने बाइडेन से पुराने संबंधों का हवाला देकर उम्मीद जताई थी कि अमेरिका में सत्ता परिवर्तन उसके लिए अच्छा होगा। जो बाइडेन की टीम में भारतीय मूल के 20 अमेरिकियों को जगह मिली है। इससे भी चीन और पाकिस्तान की बेचैनी बढ़ी हुई है।