मासूम बच्चे का 24 घंटे बाद भी पुलिस नही लगा सकीं सुराग

एनडीआरएफ की टीम ने तालाब में चलाया रेस्क्यू अभियान

गाजियाबाद। मसूरी थाना क्षेत्र अंतर्गत गांव नाहल में 3 वर्षीय लापता मासूम का घटना के 24 घंटे बाद भी पुलिस कोई सुराग नही लगा पाई है। गुरूवार को मसूरी थाना प्रभारी निरीक्षक राघवेंद्र सिंह ने एनडीआरएफ के कमांडर सब इंस्पेक्टर ओरेन ने टीम के साथ नाव में तालाब में रेस्क्यू अभियान चलाया। शाम तक बच्चे की तलाश की गई, लेकिन उसका कोई सुराग नहीं लगा। बुधवार को बच्चा घर से सामान लेने के लिए निकला था। तभी से वापस नहीं लौटा। बच्चा अंतिम बार तालाब के पास देखा गया था। ऐसे में उसके तालाब में डूबने की आशंका जताई जा रही है। गोताखोरों से तालाब में बच्चे की तलाश कराई जा रही हैं। नाहल गांव में रहने वाले नौशाद फेरी लगाकर कंबल बेचते हैं। रविवार को उनकी पत्नी सहराना बेटे मोहम्मद शाद के साथ बहन के घर पर गई थी। शाद पास की दुकान पर सामान लेने गया था। लेकिन देर तक वह घर नहीं लौटा तो परिजनों ने दुकानदार से जाकर पूछा। उसने सामान लेकर बच्चे के जाने की बात बताई। इसके बाद जानकारी पुलिस को दी। पुलिस ने गुमशुदगी दर्ज कर मामले की जांच शुरू की। क्षेत्र में लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाले जिसमें दो महिलाएं एक बच्चे को लेकर जाती दिखी। इससे अपहरण की आशंका जताई जाने लगी। अपहरण की आशंका पर पुलिस और सतर्क हो गई। फुटेज से फोटो निकलवाकर पड़ताल की गई तो जानकारी मिली कि दोनों महिलाएं नाहल की रहने वाली हैं और उनके साथ शाद नहीं,बल्कि उनके परिवार का बच्चा था। मसूरी थाना प्रभारी निरीक्षक राघवेंद्र सिंह ने बताया कि एनडीआरएफ की टीम के साथ तालाब में रेस्क्यू अभियान चलाया। मगर बच्चे का सुराग नहीं लगा। शाद को तालाब के आसपास खेलते हुए देखा गया था। ऐसे में आशंका है कि वह खेलते वक्त तालाब में गिर गया हो। गोताखोरों के जरिये तालाब में बच्चे की तलाश जारी हंै। इसके अलावा अन्य स्थानों पर भी बच्चे की तलाश के प्रयास जारी हैं। तालाब गहरा होने के चलते इसमें डूबने से पूर्व में भी 3 बच्चों की मौत हो चुकी हैं।