गाजियाबाद से मेयर का प्रत्याशी होगा जनरल नगर विकास मंत्री एके शर्मा ने यूपी नगर निकाय चुनाव में चेयरमैन और मेयर के आरक्षण की सूची जारी की जानिये कहां से कौन लड़ सकेगा चुनाव

यूपी नगर निकाय चुनाव की तारीखों का जल्द ही ऐलान हो सकता है। मेयर और चेयरमैन पद पर आरक्षण की जिस सूची का इंतजार हो रहा था वह जारी कर दी गई है। आरक्षण फार्मूला के तहत सीटों पर आरक्षण की व्यवस्था की गई है। नगर विकास मंत्री एके शर्मा ने सोमवार को नगर निगम की 17, नगर पालिका परिषद की 200 सीटें और नगर पंचायत की 543 सीटों के लिए आरक्षण की लिस्ट जारी की। गाजियाबाद नगर निगम अनारक्षित, लखनऊ नगर निगम अनारक्षित, कानपुर नगर निगम अनारक्षित, गोरखपुर नगर निगम अनारक्षित, वाराणसी नगर निगम, बरेली नगर निगम अनारक्षित और शाहजहांपुर नगर निगम अनारक्षित श्रेणी में रखा गया है। मेरठ नगर निगम अन्य पिछड़ा वर्ग, प्रयागराज नगर निगम अन्य पिछड़ा वर्ग और अयोध्या नगर निगम महिला के लिए आरक्षित रहेगा।

उदय भूमि ब्यूरो
लखनऊ। यूपी नगर निकाय चुनाव की तारीखों का जल्द ही ऐलान हो सकता है। मेयर और चेयरमैन पद पर आरक्षण की जिस सूची का इंतजार हो रहा था वह जारी कर दी गई है। आरक्षण फार्मूला के तहत सीटों पर आरक्षण की व्यवस्था की गई है। नगर विकास मंत्री एके शर्मा ने सोमवार को नगर निगम की 17, नगर पालिका परिषद की 200 सीटें और नगर पंचायत की 543 सीटों के लिए आरक्षण की लिस्ट जारी की। 17 नगर निगम में मेयर पद के लिए आठ सीटों को अनारक्षित रखा गया है जबकि महिलाओं के लिए 3 सीट रिजर्व रहेगी। नगर निगम में नगर निगम में दो सीटें अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित की गई हैं और पिछड़ा वर्ग के लिए चार सीटें आरक्षित रहेंगी।

झांसी नगर निगम अनुसूचित जाति, मथुरा वृंदावन नगर निगम अन्य पिछड़ा वर्ग महिला, अलीगढ़ नगर निगम अन्य पिछड़ा वर्ग महिला, मेरठ नगर निगम अन्य पिछड़ा वर्ग, प्रयागराज नगर निगम अन्य पिछड़ा वर्ग, अयोध्या नगर निगम महिला, सहारनपुर नगर निगम महिला, मुरादाबाद नगर निगम महिला, फिरोजाबाद नगर निगम अनारक्षित, गाजियाबाद नगर निगम अनारक्षित, लखनऊ नगर निगम अनारक्षित, कानपुर नगर निगम अनारक्षित, गोरखपुर नगर निगम अनारक्षित, वाराणसी नगर निगम, बरेली नगर निगम अनारक्षित और शाहजहांपुर नगर निगम अनारक्षित श्रेणी में रखा गया है।

नगर विकास मंत्री ने चक्रानुक्रम फॉमूले के तहत सीटों पर आरक्षण की लिस्ट जारी की है। इस फॉमूर्ले के तहत कोई भी सीट सबसे पहले महिला एससी के लिए आरक्षित होती है, इससे अगली बार चरणवार तरीके से एससी के लिए, फिर अगली बार ओबीसी महिला के लिए, फिर ओबीसी, फिर महिला आरक्षित और फिर इसके अगली बार यही अनारक्षित सीट होती है।

ज्ञात हो कि उत्तर प्रदेश में नगर निकाय चुनाव में 17 नगर निगम के मेयर, 200 नगरपालिका के अध्यक्ष और 546 नगर पंचायतों के अध्यक्ष चुने जानें हैं। लंबे समय से इन पदोें पर आरक्षण की सूची का इंतजार किया जा रहा था। पहले बीते शुक्रवार को लिस्ट जारी होने की उम्मीद थी लेकिन किसी कारणवश वह जारी नहीं हो सका। सोमवार को लखनऊ में नगर विकास मंत्री एके शर्मा ने सभी नगर निगम, नगर पालिका परिषद और नगर पंचायत के प्रत्याशियों के आरक्षण की सूची जारी की।

विभिन्न राजनैतिक दलों के अलावा इन पदों के दावेदार भी आरक्षण सूची जारी होने का इंतजार कर रहे थे। सूची जारी होने के बाद से ही चुनाव में लड़ने के इच्छुक उम्मीदवार अपना गणित लगाने में जुट गये हैं। कई उम्मीदवार तो पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के चक्कर लगा रहे हैं। सबसे अधिक भाजपा के उम्मीदवारों के बीच बेचैनी है। 2024 के लोकसभा चुनाव से पहले इस निकाय चुनाव को एक सेमीफाइनल की तरह देखा जा रहा है। भाजपा के लिए जहां यह दूसरी बार सरकार बनाने के बाद अपना दम खम दिखाने का मौका होगा तो वहीं सपा उसे कड़ी टक्कर देना चाहेगी, कांग्रेस और बीएसपी के सामने फर से अपना खोया हुआ जनाधार वापस पाने की चुनौती होगी।

17 नगर निगम की जातिगत आरक्षण सूची जारी
अनुसूचित जाति 2 सीट
पिछड़ा वर्ग 4 सीट
महिला 3 सीट
अनारक्षित 8 सीट

200 नगर पालिका परिषद की जातिगत आरक्षण सूची जारी
अनुसूचित जाति 27 सीट
पिछड़ा वर्ग 54 सीट
महिला 40 सीट
अनारक्षित 79 सीट

545 नगर पंचायत की जातिगत आरक्षण सूची जारी
अनुसूचित जाति 73 सीट
अनुसूचित जनजाति 1 सीट
पिछला वर्ग 147 सीट
महिला 107 सीट
अनारक्षित 217 सीट