ट्रैफिक नियम तोडऩे वाले हो जाएं सावधान, नियमों की अनदेखी पड़ेगी भारी

दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस-वे पर दूसरे दिन ट्रैफिक पुलिस ने काटे 524 वाहनों के चालान

गाजियाबाद। सड़कों पर वाहन लेकर निकलने वाला हर व्यक्ति यातायात नियमों के बारे में जानता है, फिर भी लोग इसकी अनदेखी करते हैं। इसी के चलते होने वाली दुर्घटनाओं में जन-धन की हानि होती है। लेकिन अब यातायात नियमों की अनदेखी भारी पड़ेगी। दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस-वे पर दो पहिया वाहनों की एंट्री बंद करने के उद्देश्य से ट्रैफिक पुलिस ने दूसरे दिन रविवार को भी विशेष अभियान चलाते हुए 524 वाहनों के चालान काटे। एडीसीपी ट्रैफिक रामानंद कुशवाहा की अगुआई में अभियान चलाते हुए ट्रैफिक पुलिसकर्मियों ने 8 स्थानों पर चेकिंग करते हुए 524 दोपहियां वाहनों के चालान बनाए गए। इसी तरह का अभियान पुलिस लगातार चलाएगी। दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस-वे पर दो व तीन पहिया वाहनों का संचालन पूरी तरह प्रतिबंधित है। बावजूद इसके दो व तीन पहिया वाहन चल रहे हैं। इसकी वजह से आए दिन यहां दुर्घटनाएं हो रही है।

एडीसीपी ट्रैफिक रामानंद कुशवाहा ने बताया कि इसे देखते हुए रविवार को ट्रैफिक पुलिस ने दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस-वे के एंट्री प्वाइंट पर चेकिंग अभियान चलाया। इस दौरान दो पहिया वाहन चालकों का चालन किया गया। दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस-वे पर अधिकतम स्पीड़ 100 किलोमीटर प्रतिघंटा निर्धारित है। नो एन्ट्री का चालान 20 हजार रुपए का है। इस दौरान सहायक पुलिस आयुक्त यातयात ने यातयात निरीक्षक प्रथम, द्वितीय, तृतीय, चतुर्थ व पंचम और इंटरसेप्टर द्वारा विशेष अभियान चलाकर चालान काटने की कार्रवाई की गई।

दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस-वे पर कुल 8 स्थानों पर चेकिंग की गई। इसमें मुख्य रूप से मीडिया हाउस के सामने निकास (एक्जिट) स्थान, गौर ग्रीन के सामने निकास स्थान, एबीईएस के सामने विजयनगर साइट प्रवेश बिंदु, आईएमएस कॉलेज के सामने प्रवेश बिंदु, वेदांता फार्म हाउस के सामने टोल प्लाजा, दया स्टील एजेंसी के सामने टोल प्लाजा, ईस्टर्न पेरीफेरल पलवल की ओर से आने वाले निकासी बिंदु, ईस्टर्न पेरीफेरल एक्सप्रेस-वे कुंडली की ओर से आने वाले निकास बिंदु पर चेकिंग की गई।

यह कार्रवाई लगातार जारी रहेगी। इन प्वाइंट पर प्रतिबंधित दो पहिया व तीन पहिया वाहनों को नहीं चलनेे दिया जाएगा। अगर वाहन चलते पाए गए तो उन्हें सीज करने की कार्रवाई की जाएगी। बता दें कि पिछले साल दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस-वे और ईस्टर्न पेरीफेरल पर रोग साइड के कुल 12,081 चालान काटे गए। जबकि नो पार्किंग के 17,495 चालान, प्रतिबंधित वाहनों के 6,986 चालान और ओवर स्पीड (ऑटोमेशन द्वारा) के 61,848 वाहनों के चालान काटे गए। इसके अलावा कुल 563 ऑटो के विरुद्ध सीज की कार्रवाई की गई।