अखिल भारतवर्षीय ब्राह्मण महासभा के कार्यकारी राष्ट्रीय महामंत्री तरुण मिश्र ने राज्यमंत्री रामेश्वर तेली को बताई बुनकरोंं की समस्या

-नकलचियों ने बढ़ाई असम बुनकर व्यापारियों की समस्या, ब्राह्मण कल्याण बोर्ड के गठन की मांग

नई दिल्ली। भारत सरकार के पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस एवं श्रम और रोजगार विभागों के राज्य मंत्री
रामेश्वर तेली से उनके कार्यालय पर शनिवार को अखिल भारतवर्षीय ब्राह्मण महासभा के कार्यकारी राष्ट्रीय महामंत्री तरुण मिश्र ने मुलाकात कर विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की। इस दौरान उन्होंने असम बुनकर व्यापारियों की समस्या दिन बा दिन बहुत बढ़ रही है, इसको लेकर चर्चा की।

जबसे देश में मशीनरी चालू हो गई है, तभी से असम के बुनकर व्यापारियों की समस्या बढ़ गई है। असम के बुनकर व्यापारी जिस तरह से अपने हाथों से गमछा, शॉल आदि चीजें बनाते है। वह थोड़ा मंहगा जरुर होता है, लेकिन वह सामान एकदम मजबूत होता है। लेकिन अब उनके सामानों की कॉपी कर मार्किट में मशीनरी से बनने वाले कपड़े की भरमार है। मशीनरी सिस्टम से बनने वाले कपड़े सस्ते तो होते हैं, मगर वह टिकाऊ नही होते हैं। अब यही व्यापारी कहीं न कहीं असम के बुनकरों का शोषण कर रहे है। जिसके चलते उनका रोजगार छिनता जा रहा है। अगर यही हाल रहा तो आने वाले दिनों में वह पूरी तरह से बेरोजगार हो जाएंगे। अपनी कला और कौशल से इन बुनकरों ने पारंपरिक परिधानों मुंडू (धोती), सेत्तू साड़ी (सोने की जरी के बॉर्डर वाली), और सेत्तू मुंडू (दो अलग-अलग हिस्सों वाली साड़ी), गमछा आदि को एक नया जीवन दिया है। कुशल बुनकरों के सामने अब सबसे बड़ी चुनौती है मशीनरी सिस्टम।

राज्य मंत्री रामेश्वर तेली ने अखिल भारतवर्षीय ब्राह्मण महासभा के कार्यकारी राष्ट्रीय महामंत्री तरुण मिश्र की बातों को सुनने के बाद कहा कि अब समय बदल गया है सभी को समय के साथ हाइटेक होने की जरुरत है। समय को देखते ही बदलाव हो रहा है, असम के बुनकरों ने अपनी कला और कौशल से पारंपरिक परिधानों को बढ़ावा देने काम किया है। उन्हें भी अब समय के साथ बदलने की जरुरत है। उनकी समस्याओं के लिए सरकार से बात की जाएगी। जिससे उनकी समस्या का समाधान किया जा सकें। इस दौरान कार्यकारी राष्ट्रीय महामंत्री तरुण मिश्र ने ब्राह्मण कल्याण बोर्ड गठन को लेकर चर्चा की।

उन्होंने कहा देश के कई राज्यों में ब्राह्मण समाज के हित को लेकर ब्राह्मण कल्याण बोर्ड गठन हो चुका है। मगर दुर्भाग्या बात यह है कि उत्तर प्रदेश समेत कई राज्यों में भाजपा की सरकार होने के बाद भी ब्राह्मण कल्याण बोर्ड का गठन नही हो पाया है। जिसे लेकर पिछले कई वर्षों से अखिल भारतवर्षीय ब्राह्मण महासभा विभिन्न राजनैतिक दलों के मंत्रियों से मुलाकात कर चुका है। ब्राह्मण समाज के कल्याण के लिए ब्राह्मण कल्याण बोर्ड का गठन किया जा जाएं। जिससे ब्राह्मण समाज भी अपने हक की लड़ाई लड़ सकें। अगर इसका जल्द ही गठन नही किया गया तो आने वाला समय ब्राह्मण समाज के लिए और भयावह होगा। ब्राह्मण समाज को बुद्धिजीवी वर्ग समझा जाता रहा है और कलियुग में संगठन को ही शक्ति माना गया है। परंतु ब्राह्मण समाज को आज भी नीचा दिखाने का प्रयास किया जाता है। राज्यमंत्री ने ब्राह्मण कल्याण बोर्ड के गठन को लेकर जल्द ही सरकार से वार्ता की जाएगी और इसके गठन पर जोर दिया जाएगा।