वाहन चोरी की वारदातों में दोहरा शतक लगाने वाले मेवात गैंग के सरगना समेत 7 वाहन चोर गिरफ्तार

-उत्तर प्रदेश, दिल्ली, एनसीआर, हरियाणा, राजस्थान में 200 से अधिक वाहन चोरी की वारदातों को दे चुकें अंजाम, 20 दुपहिया वाहन बरामद

गाजियाबाद। दिल्ली-एनसीआर में दो पहिया वाहन चोरी की वारदातों को अंजाम देने वाले मेवाती गैंग के सरगना समेत 7 शातिर चोरों क्राइम ब्रांच की टीम ने गिरफ्तार किया है। जिनके कब्जे से क्राइम ब्रांच की टीम ने चोरी के बाइक-स्कूटी समेत 20 दो पहिया वाहन, फर्जी नंबर प्लेट व चोरी करने के उपकरण बरामद किया है। पकड़े गए आरोपी पिछले करीब 12 सालों से लगातार वाहन चोरी की वारदातों को अंजाम दे रहे है। जो कि दिल्ली, एनसीआर, हरियाणा व राजस्थान से करीब 200 से अधिक वाहन चोरी की वारदातों को अंजाम दें चुके है। चोरी के वाहनों को मेवात में लेकर जाकर बेच देते थे।

शुक्रवार को वाहन चोरी की घटना का खुलासा करते हुए एडीसीपी क्राइम सच्चिदानंद ने बताया क्राइम ब्रांच प्रभारी अब्दुर रहमान सिद्दीकी की टीम ने शुक्रवार को मुखबिर की सूचना पर नंदग्राम कट से गिरोह का सरगना अंसार पुत्र सदीक निवासी ग्राम कावान कबास भरतपुर राजस्थान, अफजल पुत्र अशफाक निवासी बडी मस्जिद के पास ग्राम कैली जनपद मेरठ, रमजान पुत्र आमिन निवासी चुटी का-बास जनपद भरतपुर राजस्थान, विजयपाल पुत्र यशवन्त सिंह निवासी भारत ब्रिक्स राज भट्टा कालोनी जनपद अलवर राजस्थान, मिन्ना पुत्र पप्पू निवासी ग्राम चोर गढी जनपद भरतपुर राजस्थान, साबिर पुत्र अमरू निवासी ग्राम कावान जनपद भरतपुर राजस्थान और शाकिर पुत्र रूस्तम निवासी ग्राम गुलपाडा जनपद भरतपुर राजस्थान को गिरफ्तार किया है। जिनकी निशानदेही पर चोरी की 16 बाइक व 4 स्कूटी बरामद किया गया है। पकड़े गए आरोपी पिछले करीब 12 वर्षों से लगातार दिल्ली, एनसीआर, हरियाणा व राजस्थान में वाहन चोरी की वारदात को अंजाम देते आ रहे थे। जो कि 200 से अधिक वाहन चोरी की वारदातों को अंजाम दें चुके है।

पकड़े गए आरोपियों का एक संगठित गिरोह है। जिसमें रमजान, मिन्ना, साबिर, शाकिर, विजयपाल, अफजाल, हेमु उर्फ अंशु व मुब्बा सक्रिय सदस्य है। गिरोह उत्तर प्रदेश, दिल्ली एनसीआर0, हरियाणा व राजस्थान में दो पहिया वाहनों की चोरी करते थे। चोरी किए गए वाहनों को मेवात मे ले जाकर हेमु उर्फ अंशु, मुब्बा व अफजल की मदद से बेच देते है। पिछले कुछ समय से पुलिस राजस्थान में इनके ठिकानों पर दबिश दे रही थी। जिस कारण पुलिस से बचने के लिए आरोपी अफजाल की मदद से गाजियाबाद में छिपकर रह रहे थे। वाहन चोरी कर उन्हें बेच कर अपने महंगे शौक को पूरा करते थे। जो कि पूर्व में भी कई बार वाहन चोरी के मामले में दिल्ली, उत्तर प्रदेश व राजस्थान से जेल जा चुके है। अंसार के खिलाफ दिल्ली में 12, गाजियाबाद में दो, अफजल के खिलाफ दिल्ली में 19 और गाजियाबाद में पांच, रमजान के खिलाफ दिल्ली में 19 और गाजियाबाद में तीन, विजयपाल के खिलाफ दिल्ली में 13, अयोध्या में 3 व गाजियाबाद में दो, मिन्ना के खिलाफ दिल्ली में 1 व गाजियाबाद में तीन, साबिर के खिलाफ राजस्थान में 3 और गाजियाबाद में 1, शाकिर के खिलाफ गाजियाबाद में 2 मुकदमें दर्ज है।